Parenting Tips: बच्चों को गुड टच और बैड टच में फर्क समझाने के आसान तरीके
punjabkesari.in Saturday, Nov 30, 2024 - 04:59 PM (IST)
नारी डेस्क: हर माता-पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा सुरक्षित, समझदार और आत्मविश्वासी बने। बच्चों को यह समझाना कि कौन सा स्पर्श (टच) सही है और कौन सा गलत, उनकी सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है। गुड टच और बैड टच के बीच अंतर समझाकर आप अपने बच्चे को यौन शोषण जैसी समस्याओं से बचा सकते हैं। यहां कुछ सरल टिप्स दिए गए हैं, जिनकी मदद से आप अपने बच्चे को इन महत्वपूर्ण चीजों के बारे में सिखा सकते हैं।
गुड टच और बैड टच का फर्क समझाएं
अपने बच्चों को सरल भाषा में समझाएं कि गुड टच वह है जिससे वे प्यार और देखभाल महसूस करते हैं। जैसे कि परिवार के किसी सदस्य का गले लगाना या प्यार से सिर पर हाथ फेरना। वहीं, बैड टच वह है जो उन्हें असहज या डरावना महसूस कराए। उन्हें उदाहरण देकर बताएं कि अगर कोई अजनबी व्यक्ति उन्हें गलत तरीके से छूने की कोशिश करता है, तो वह बैड टच है।
शरीर के अंगों के बारे में जानकारी दें
अपने बच्चों को उनके शरीर के अंगों के नाम सिखाएं और बताएं कि शरीर के कौन से हिस्सों को छूना सुरक्षित है और कौन से नहीं। बच्चों को यह समझाएं कि अगर कोई व्यक्ति उनके निजी अंगों को छूने की कोशिश करे या उन्हें अजीब महसूस हो, तो वे तुरंत माता-पिता या किसी भरोसेमंद व्यक्ति को इसके बारे में बताएं।
बच्चों के साथ खुलकर बात करें
अपने बच्चों को यह विश्वास दिलाएं कि उनका शरीर सिर्फ उनका है और कोई भी उन्हें बिना उनकी अनुमति के छू नहीं सकता। उनसे कहें कि अगर कभी उन्हें असहज महसूस हो, तो वे बिना किसी झिझक के आपको सबकुछ बताएं। माता-पिता को अपने बच्चों के साथ ऐसा रिश्ता बनाना चाहिए, जिसमें बच्चे खुलकर अपनी हर बात शेयर कर सकें।
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कहानियों और उदाहरणों का सहारा लें
बच्चों को गुड टच और बैड टच के बारे में समझाने के लिए कहानियों या ड्रामा का सहारा लें। यह बच्चों को आसानी से सीखने में मदद करता है। इसके अलावा, स्कूल के टीचर्स से बात करें ताकि वे बच्चों को इन बातों के प्रति जागरूक कर सकें।
अजनबियों से सतर्क रहने की सलाह दें
अपने बच्चों को सिखाएं कि वे कभी भी किसी अजनबी से बातचीत न करें और न ही उनसे कुछ खाएं। उन्हें समझाएं कि अजनबियों से दोस्ती करना खतरनाक हो सकता है। बच्चों को यह भी बताएं कि वे अकेले कहीं न जाएं और अपने दोस्तों और परिवार के साथ ही रहें।
आत्मरक्षा का महत्व सिखाएं
बच्चों को बताएं कि अगर कोई उन्हें बैड टच करे, तो वे जोर से ‘ना’ कहें, वहां से भागें और तुरंत किसी भरोसेमंद व्यक्ति को इसकी जानकारी दें। उन्हें यह सिखाएं कि खुद की रक्षा करना उनकी प्राथमिकता है।
गुड टच और बैड टच का मतलब
गुड टच: ऐसा स्पर्श जो प्यार और देखभाल दर्शाए, जैसे माता-पिता का गले लगाना।
बैड टच: ऐसा स्पर्श जिससे बच्चा डर या असहज महसूस करे, खासकर निजी अंगों को छूने की कोशिश।
इन आसान तरीकों से आप अपने बच्चों को उनकी सुरक्षा के लिए जागरूक बना सकते हैं। याद रखें, आपका बच्चा तभी सुरक्षित रहेगा जब वह आत्मविश्वासी और सतर्क होगा।