न्यूयॉर्क में समुद्र की तबाही: 19 लोग घायल, 2 की मौत; जहाज पर 250 से ज्यादा लोग सवार थे
punjabkesari.in Sunday, May 18, 2025 - 05:39 PM (IST)

नारी डेस्क: 17 मई को न्यूयॉर्क में एक बड़ा हादसा हुआ, जब मेक्सिकन नेवी का ट्रेनिंग जहाज कुआउतेमोक ब्रुकलिन ब्रिज से टकरा गया। यह घटना शनिवार शाम को लगभग 8:30 बजे हुई। न्यूयॉर्क पुलिस डिपार्टमेंट के मुताबिक, हादसे में 19 लोग घायल हो गए और 2 की मौत हो गई, जबकि 2 की हालत गंभीर है।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें जहाज का ऊपरी हिस्सा ब्रिज से टकराते हुए देखा जा सकता है। हादसे के समय जहाज में कुल 277 क्रू मेंबर सवार थे। यह जहाज न्यूयॉर्क में एक फ्रेंडली टूर पर आया था। न्यूयॉर्क की इमरजेंसी क्राइसिस मैनेजमेंट एजेंसी (NYCEM) ने घटना की जांच शुरू कर दी है।
ब्रुकलिन ब्रिज का डेक 127 फीट ऊंचा है, जबकि जहाज के टावर (मस्तूल) की ऊंचाई 158 फीट है, यानी दोनों के बीच लगभग 31 फीट का अंतर था, जो इस हादसे की वजह बना। जहाज न्यूयॉर्क के पियर 17 से आइसलैंड की तरफ जा रहा था जब यह ब्रिज से टकराया।
कुआउतेमोक जहाज के बारे में
कुआउतेमोक जहाज 297 फीट लंबा और 40 फीट चौड़ा है। यह जहाज 1982 में पहली बार समुद्र में उतरा था और हर साल नेवल स्कूल के बाद कैडेट्स की ट्रेनिंग के लिए रवाना होता है। इस साल 6 अप्रैल को यह जहाज मेक्सिको के अकापुल्को बंदरगाह से 277 लोगों के साथ यात्रा पर निकला था।
इस यात्रा के दौरान जहाज को कुल 15 देशों के 22 बंदरगाहों पर रुकना था, जिनमें किंग्स्टन (जमैका), हवाना (क्यूबा), कोजुमेल (मेक्सिको), न्यूयॉर्क, रेकजाविक (आइसलैंड), बोर्डो (फ्रांस), सेंट मालो (फ्रांस), डंकर्क (फ्रांस), और एबरडीन (स्कॉटलैंड) शामिल थे। कुल यात्रा 254 दिन की थी, जिसमें से 170 दिन समुद्र में बिताने थे।
ये भी पढ़ें: तूफान ने छीनी सांसें! भीषण तूफान में 21 लोगों की गई जान, हजारों घर तबाह
ब्रुकलिन ब्रिज को नुकसान
ब्रुकलिन ब्रिज, जो 142 साल पुराना है, को इस हादसे में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। इस ब्रिज का निर्माण 1883 में हुआ था और यह लगभग 1,600 फीट लंबा है। ब्रिज पर दो पत्थर के टावर होते हैं। ब्रुकलिन ब्रिज को रोजाना 1 लाख से ज्यादा वाहन और लगभग 32,000 पैदल यात्री पार करते हैं।
कुआउतेमोक जहाज का स्वागत
मेक्सिकन दूतावास ने 13 मई को X (पूर्व में ट्विटर) पर जानकारी दी थी कि कुआउतेमोक न्यूयॉर्क के पियर 17 पर पहुंच चुका है और इसे लोग 17 मई तक देख सकते थे। जहाज को "समुद्र का राजदूत और शूरवीर" भी कहा जाता है।
हादसे के कारणों की जांच अब भी जारी है और अधिकारियों का कहना है कि वे जल्द ही मामले की पूरी जानकारी देंगे।