शराब कांड: 21 लोगों की मौत, 10 आरोपी गिरफ्तार, लुधियाना का साहब सिंह निकला किंगपिन

punjabkesari.in Wednesday, May 14, 2025 - 10:49 AM (IST)

नारी डेस्क: पंजाब के अमृतसर जिले के मजीठा इलाके में जहरीली शराब पीने से अब तक 21 लोगों की जान चली गई है, जबकि 6 लोग अस्पताल में भर्ती हैं। यह दर्दनाक हादसा मजीठा ब्लॉक के भंगाली कलां, पातालपुरी, मरारी कलां, थ्रेवाल, तलवंडी खुम्मन और करनाला गांवों में हुआ। पुलिस ने इस मामले में अब तक 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और अवैध शराब रैकेट के मास्टरमाइंड की भी पहचान कर ली है।

साहब सिंह: जहरीली शराब रैकेट का सरगना

इस पूरे रैकेट का सरगना लुधियाना निवासी साहब सिंह निकला है। पुलिस जांच में सामने आया कि साहब सिंह ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए मेथनॉल (Methanol) मंगवाया, जिसे जहरीली शराब बनाने के लिए इस्तेमाल किया गया। यह रसायन आमतौर पर औद्योगिक कामों में प्रयोग होता है, लेकिन जब इसे शराब में मिलाया जाता है, तो यह जानलेवा ज़हर बन जाता है।

 दिल्ली और लुधियाना से खरीदा गया मेथनॉल

पुलिस के अनुसार, साहब सिंह ने दिल्ली की एक फर्म से मेथनॉल मंगवाया था, जिसकी सप्लाई लुधियाना के 'साहिल केमिकल्स' नाम की फैक्ट्री से की गई थी। इस केमिकल कंपनी के मालिक पंकज कुमार उर्फ साहिल और अरविंद कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है।

इसके अलावा लोकल डिस्ट्रीब्यूटर प्रभजीत सिंह, कुलबीर सिंह, निंदर कौर, साहिब सिंह, गुरजंत सिंह, अरुण उर्फ काला और सिकंदर सिंह उर्फ पप्पू को भी हिरासत में लिया गया है।

 10-20 रुपये में बिकती थी जानलेवा शराब

स्थानीय लोगों ने बताया कि यह शराब सिर्फ 10 से 30 रुपये में पाउच या खुले बर्तनों में बेची जाती थी। एक महिला ने बताया, “अगर आपके पास कोई पाउच नहीं है, तो कटोरा, गिलास या कड़ाही ले आइए, वे उसे शराब से भर देते थे और उसी हिसाब से पैसे लेते थे।”

इन पाउचों में जहरीली शराब घर-घर पहुंचाई जा रही थी, जिससे लोगों की जान पर बन आई।

 कई पुलिस अधिकारी निलंबित, जांच तेज़

पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि इस पूरे मामले में मजीठा के डीएसपी अमोलक सिंह और एसएचओ अवतार सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। विभागीय जांच भी शुरू हो गई है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इतनी बड़ी गतिविधि स्थानीय पुलिस की नज़र से कैसे बची रही।

डीजीपी का बयान: “दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा”

डीजीपी ने स्पष्ट कहा कि, “यह बेहद दुखद घटना है। हम सभी दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार करेंगे और उन्हें सज़ा दिलाएंगे। हमारी प्राथमिकता है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।” अमृतसर का यह जहरीली शराब कांड एक बार फिर बताता है कि अवैध शराब कारोबार किस तरह गरीब और सामान्य लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा है।

पुलिस अब इस पूरे रैकेट को जड़ से खत्म करने में जुट गई है, लेकिन इस दर्दनाक हादसे ने कई परिवारों को अभी से ही गहरा ज़ख्म दे दिया है।  


 


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Content Editor

Priya Yadav

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