ऑस्ट्रेलिया में बड़ा आतंकी हमला, यहूदी समुदाय के हनुक्का उत्सव पर गोलीबारी में कई लोगों की मौत
punjabkesari.in Monday, Dec 15, 2025 - 12:44 PM (IST)
नारी डेस्क: ऑस्ट्रेलिया के सिडनी के बॉन्डी बीच इलाके में यहूदी समुदाय के हनुक्का उत्सव को निशाना बनाकर भयानक आतंकी हमला हुआ। इस मास शूटिंग में 10 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें चाबाद के प्रतिनिधि रब्बी एली श्लैंगर भी शामिल हैं। कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घटना "हनुक्का बाय द सी" नामक कार्यक्रम के दौरान हुई, जिसमें लगभग 2,000 लोग पर्व का पहला दीया जलाने के लिए एकत्र हुए थे।
हमले के बाद की स्थिति
हमले के तुरंत बाद पुलिस ने इलाके को घेर लिया और दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया। सुरक्षा अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे बॉन्डी बीच इलाके से दूर रहें और सुरक्षा निर्देशों का पालन करें। घटना के समय समुद्र तट पर उत्सव शांतिपूर्ण रूप से चल रहा था, तभी अचानक हमलावरों ने बंदूक से फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस अधिकारी इलाके में तैनात हैं और सड़कों को ब्लॉक कर दिया गया है। पैदल अधिकारी भी गश्त कर रहे हैं और लोगों से घर लौटने और सुरक्षित जगह पर रहने की अपील कर रहे हैं।
पाकिस्तान अपने यहां आतंकी manufacture कर रहा है और पूरे विश्व में आतंक export कर रहा है😡
— Gagan Pratap 🇮🇳 (@GaganPratapMath) December 14, 2025
🚨🇦🇺 सिडनी के बॉन्डी बीच पर हनुक्का उत्सव के दौरान आतंकी हमला: कम से कम 12 लोगों की मौत (एक हमलावर सहित), 29 घायल।
🔴 दो हमलावर थे: एक मौके पर मारा गया, दूसरा गंभीर रूप से घायल।
🔴 एक… pic.twitter.com/iM5NSvhDNt
उत्सव और इसकी खासियत
"हनुक्का बाय द सी" कार्यक्रम चाबाद ऑफ बॉन्डी द्वारा हर साल आयोजित किया जाता है। यह उत्सव यहूदी समुदाय के लिए आस्था और एकजुटता का प्रतीक माना जाता है। घटना के समय अचानक हुई फायरिंग से अफरा-तफरी मच गई। कई लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते दिखे। चश्मदीदों के मुताबिक, घटनास्थल के आसपास लॉकडाउन जैसी स्थिति बन गई और आपातकालीन सेवाएं मौके पर पहुंची।
जायोनिस्ट फेडरेशन की प्रतिक्रिया
जायोनिस्ट फेडरेशन ऑफ ऑस्ट्रेलिया के अध्यक्ष जेरेमी लीबलर ने इस हमले पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा "यहूदी समुदाय सदमे में है। यह गहरा दुख का दिन है। हमारे समुदाय के लोगों की हत्या कर दी गई है, कई गंभीर रूप से घायल हैं और परिवार टूट चुके हैं। रोशनी और आस्था के इस पवित्र क्षण को हिंसा ने अंधकार में बदल दिया।"
उन्होंने आगे कहा कि फिलहाल उनका ध्यान पीड़ितों की जान बचाने और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराने पर है। लीबलर ने साफ किया कि अपने धर्म का पालन कर रहे यहूदियों पर हमला ऑस्ट्रेलिया और उसके मूल्यों पर हमला है।

