छठ पूजा विशेष: पूजा के दौरान ये गलतियां करने से छठी मैया हो जाती हैं नाराज !
punjabkesari.in Saturday, Oct 29, 2022 - 05:15 PM (IST)
आस्था और विश्वास का प्रतीक छठ पूजा का पर्व शुरु हो चुका है। इस व्रत में पूरे विधि विधान के साथ छठ मईया की उपासना की जाती है। छठ पूजा के दौरान कुछ खास नियमों का सख्ती से पालन किया जाता है। वरना माना जाता है कि छठी मईया नाराज होकर पूजा का फल नहीं देती हैं। छठ पूजा 4 दिन का पर्व होता है, जिसकी शुरुआत नहाए खाए, दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन डूबते सूरज को अर्घ्य तो चौधे दिन उगते सूरज को अर्घ्य दे कर खत्म होती है। ये व्रत संतान की लंबी आयु के लिए रखा जाता हैं। छठ पूजा का व्रत बहुत ही मुश्किल होता है जिसमें 36 घंटे का निर्जला व्रत रखना पड़ता है।
पूजा के लिए जरुरी सामान
जैसे की हम आपको पहले ही बता चुके है की छठ पूजा का व्रत बहुत कठिन होता। इस पूजा के दौरान कुछ जरुरी सम्रागी चाहिए होती है, जिसके बिना यह पूजा संपन्न नहीं मानी जाती। छठ पूजा में बांस की टोकरी, नारियल, गन्ना, अक्षत, सिंदूर, धूप, दीप, थाली, लोटा, नए वस्त्र, नारियल, अदरक का हरा पौधा, पत्ते के साथ हल्दी, चना, मौसमी फल, कस्टर्ड, अनानास कलश (मिट्ट या पीतल का) कुमकुम, पान, सुपारी आदि चीजें लगती हैं।
साफ-सफाई का रखें ध्यान
छठ पूजा में हर चीज की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। पूजा का सामान से लेकर प्रसाद के सामान तक, सब कुछ अच्छी दुकान से खरीदें। प्रसाद बनाने वाले सामान को अच्छे से धो कर, कूटकर,पीसकर बनाएं। इस बात का ध्यान रखें की पूजा का सामान चिड़िया का जूठा ना हो। पूजा में इस्तेमाल होने वाली कोई भी चीज फल-फूल खंडित नहीं होने चाहिए। सब कुछ साफ-सुथरे और शुद्ध होने चाहिए।
स्टील या शीशे के बर्तन का ना करें प्रयोग
छठ पूजा के दौरान कभी स्टील या शीशे के बर्तन प्रयोग नहीं करना चाहिए। प्रसाद भी शुद्ध घी में बनाया जाता है। इसमें फलों का ही प्रयोग किया जाता है। ऐसे में इन बातों का व्रती को खास ख्याल रखना चाहिए कि स्टील और कांच के बर्तनों का प्रयोग न हो। सिर्फ मिट्ट के बरतान का इस्तेमाल करें।
जमीन पर आसन लगाकर ही सोएं
छठ पूजा का व्रत करने वाले व्यक्ति को बैठ, गद्दा या पलंग पर नहीं सोना चाहिए। चार दिन तक व्रत करने वाला व्यक्ति को जमीन पर आसन बिछाकर ही सोने का नियम है।
इन चीजों को खाने से करें परहेज
छठ पूजा के व्रत के दौरान तामसिक भोजन जैसे लहसुन-प्याज तक के सेवन करने से बचना चाहिए। परिवार के दुसरे लोगों को भी इससे परहेज करना चाहिए।
इन सारी चीजों का ध्यान रखकर आप छठ पूजा का व्रत सफलतापूर्वक संपन्न कर सकते हो।