ब्रेस्टफीडिंग के दौरान शिशु क्यों सो जाते हैं? जानें इसके कारण!
punjabkesari.in Tuesday, Apr 29, 2025 - 12:24 PM (IST)

नारी डेस्क: शिशु अक्सर दूध पीते समय सो जाते हैं, जिससे उनका पेट ठीक से नहीं भर पाता। यह एक आम समस्या है, लेकिन इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। आइए जानते हैं कि ब्रेस्टफीडिंग के दौरान शिशु क्यों सो जाते हैं और इसे कैसे रोका जा सकता है।
शिशु दूध पीते समय क्यों सो जाते हैं?
आरामदायक स्तनपान
कभी-कभी शिशु मां के स्तन को एक पेसिफायर (सुख देने वाला) की तरह इस्तेमाल करते हैं। इससे उन्हें आराम और सुरक्षा का अहसास होता है, जो उन्हें सोने में मदद करता है। यह एक सामान्य आदत है, लेकिन इससे शिशु का पेट पूरी तरह से नहीं भर पाता।
कम दूध का फ्लो
अगर मां के स्तन से दूध का फ्लो कम है, तो शिशु को दूध पीने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इससे वे जल्दी थक जाते हैं और सो जाते हैं। यदि मां शिशु को गहरे लैच (सही तरीका से स्तन पकड़ाना) के साथ दूध पिलाएं, तो शिशु को एक्टिव चूसने की प्रक्रिया में मदद मिल सकती है, जिससे वे जागे रह सकते हैं।
ज्यादा गर्मी और आराम
अगर शिशु बहुत गर्म और आरामदायक महसूस करता है, तो वह स्तनपान के दौरान सो सकता है। यह उसकी शरीर की स्थिति और आराम के कारण होता है। ऐसे में शिशु को थोड़ा जगाए रखने की कोशिश करना जरूरी हो सकता है।
जन्मजात समस्याएं
कभी-कभी शिशु ज्यादा सोते रहते हैं या दिनभर नींद में रहते हैं, यह जन्मजात स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है। अगर शिशु बहुत ज्यादा सोता है, तो डॉक्टर से कंसल्ट करना जरूरी है, ताकि किसी स्वास्थ्य समस्या का पता चल सके।
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ज्यादा बार दूध पिलाना
कम मात्रा में लेकिन बार-बार दूध पिलाने से शिशु का पेट अच्छे से भर सकता है। इससे शिशु जागे रह सकते हैं और उनकी नींद पूरी हो सकती है।
शिशु को दूध पीते समय सोने से कैसे रोका जाए?
गहरे लैच के साथ दूध पिलाना: मां को चाहिए कि वह शिशु को गहरे लैच के साथ दूध पिलाए, ताकि शिशु को सही तरीके से दूध मिले और वह अधिक जागे रह सके।
शिशु को थोड़ा जगाए रखें: शिशु को दूध पीते समय हल्का जगाए रखने की कोशिश करें। इससे वह ज्यादा समय तक जागे रहेंगे और दूध भी अच्छे से पिएंगे।
कम लेकिन ज्यादा बार दूध पिलाएं: शिशु को बार-बार लेकिन थोड़ी मात्रा में दूध पिलाने से उनका पेट अच्छे से भर सकता है और वह ज्यादा समय तक जागे रहेंगे।
डॉक्टर से कंसल्ट करें: अगर शिशु बहुत ज्यादा सोता है और दूध पीने में दिक्कत हो रही है, तो डॉक्टर से कंसल्ट करना जरूरी है, ताकि किसी स्वास्थ्य समस्या का पता चल सके।
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान शिशु का सोना सामान्य है, लेकिन इसके कई कारण हो सकते हैं। यदि आप इन कारणों को समझते हैं, तो आप शिशु को सही तरीके से दूध पिलाकर उसे जागे रखने में मदद कर सकते हैं।