शंकर महादेवन से कैलाश खेर तक की परफॉर्मेंस से होगा महाकुंभ का शुभारंभ, दिखेगा कला-भक्ति का संगम
punjabkesari.in Saturday, Jan 11, 2025 - 11:59 AM (IST)
नारी डेस्क: महाकुंभ 2025 का आयोजन उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू होने जा रहा है और यह 26 फरवरी तक चलेगा। महाकुंभ को दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक माना जाता है, जो हर 12 साल में आयोजित किया जाता है। इस बार महाकुंभ के दौरान यूपी सरकार ने देशभर के मशहूर कलाकारों को परफॉर्म करने के लिए न्यौता दिया है।
महाकुंभ की भव्य शुरुआत शंकर महादेवन की परफॉर्मेंस से
संस्कृति मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, 13 जनवरी को महाकुंभ का आगाज शंकर महादेवन की शानदार परफॉर्मेंस से होगा। वहीं, 26 फरवरी को महाकुंभ का समापन मोहित चौहान की प्रस्तुति के साथ होगा।
#WATCH | #Mahakumbh 2025 | Prayagraj, U.P | Drone visuals of the largest 'Yagya Kund' of Maha Kumbh Mela where 1100 priests will perform 'Maha Yagya' to demand the status of 'Rashtra Mata' for cow. pic.twitter.com/wCp24AAD2A
— TIMES NOW (@TimesNow) January 7, 2025
महाकुंभ में परफॉर्म करने वाले कलाकारों की लिस्ट
महाकुंभ में शंकर महादेवन, कैलाश खेर, शान मुखर्जी, हरिहरन, कविता कृष्णमूर्ति, कविता सेठ, ऋषभ रिखीराम शर्मा, शोवना नारायण, डॉ. एल सुब्रमण्यम, बिक्रम घोष और मालिनी अवस्थी जैसे मशहूर कलाकार अपनी परफॉर्मेंस देंगे।
कौन से कलाकार कब करेंगे परफॉर्म?
शान मुखर्जी: 27 जनवरी
हरिहरन: 10 फरवरी
कैलाश खेर: 23 फरवरी
इन सभी कलाकारों की परफॉर्मेंस भक्तों और दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देंगी और आयोजन में एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक माहौल तैयार करेंगी।
Cultural Performers at Maha Kumbh 2025
— Sunil Shukla (@sunilshukla25) January 9, 2025
Weaving the Artistic Tradition into Spiritualityhttps://t.co/44oWGilyUO#MahaKumbh2025 pic.twitter.com/VFirP8xmmS
गंगा पंडाल में होंगी परफॉर्मेंस
महाकुंभ मेले के दौरान सभी परफॉर्मेंस प्रयागराज के कुंभ मेला मैदान में बने गंगा पंडाल में होंगी। यहां भक्तों और विजिटर्स के लिए भारतीय संस्कृति का प्रदर्शन होगा। सांस्कृतिक डांस, फोक म्यूजिक और ड्रामैटिक आर्ट्स के जरिए भारत की समृद्ध परंपरा को दिखाया जाएगा।
45 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद
महाकुंभ 2025 में करीब 45 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। भक्त यहां पवित्र गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर डुबकी लगाकर अपनी आस्था व्यक्त करेंगे।
इस बार का महाकुंभ न केवल धार्मिक आयोजन है, बल्कि एक भव्य सांस्कृतिक उत्सव भी होगा, जो भारत की कला, संस्कृति और आध्यात्मिकता का अद्भुत संगम पेश करेगा।