"आज प्रेमानंद जी नहीं आएंगे..." जब ये सुनते ही सड़क किनारे खड़े भक्तों के निकले आंसू
punjabkesari.in Sunday, Apr 06, 2025 - 09:51 AM (IST)

नारी डेस्क: राधारानी के परम भक्त और वृंदावन वाले प्रेमानंद जी महाराज को किसी पहचान की जरूरत नहीं है। उन्होंने अपना पूरा जीवन श्री राधारानी की सेवा और भक्ति में लगा दिया है। हालांकि वह कई सालों से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। इन चुनौतियों के बावजूद, वे अपने अनुयायियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने हुए हैं। हाल ही में भक्तों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया जब उन्हें प्रेमानंद जी के स्वास्थ्य के बारे में पता चला।
दरअसल गुसंत प्रेमानंद महाराज जी की अचानक तबीयत बिगड़ गई, जिसके चलते उनकी नियमित रात्रि पदयात्रा को स्थगित करना पड़ा। जैसे ही यह सूचना माइक के माध्यम से भक्तों को दी गई, श्रद्धालुओं में मायूसी फैल गई। महाराज के दर्शन की आस में घंटों से सड़क किनारे बैठे कई भक्त भावुक होकर रोने लगे। वह बस महाराज जी के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना कर रहे थे।
वहीं शुक्रवार रात को विश्राम के बाद संत प्रेमानंद महाराज अगले दिन सुबह छह बजे अपनी पदयात्रा पर निकले, तो भक्तों में उल्लास छा गया। संत के दर्शन के लिए भारी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। प्रेमानंद जी महाराज ने भजन, कीर्तन, और राधा रानी की महिमा का प्रचार-प्रसार अपने जीवन का उद्देश्य बना लिया है।वे अपने भजनों में राधा रानी के प्रति अपनी असीम श्रद्धा और प्रेम व्यक्त करते हैं।उनकी कथा और कीर्तन सुनकर लोग राधा रानी के प्रेम में डूब जाते हैं।
प्रेमानंद जी महाराजअपने अनुयायियों को यह संदेश देते हैं कि सच्ची भक्ति और प्रेम ही भगवान की कृपा प्राप्त करने का मार्ग है। उन्होंने भक्तों को यह सिखाया कि राधा रानी के प्रति अनन्य प्रेम और समर्पण से जीवन में शांति, आनंद और मोक्ष प्राप्त हो सकता है। अगर आप प्रेमानंद महाराज के दर्शन करना चाहते हैं, तो आपको रात करीब 2:30 बजे उनके आश्रम श्री राधाकेली कुंज के पास पहुंचना पड़ेगा। वह वह रोजाना अपने निवास स्थान से आश्रम पैदल चल कर आते हैं। प्रेमानंद महाराज का आश्रम इस्कॉन मंदिर के पास परिक्रमा रोड पर भक्तिवेदनता हॉस्पिटल के ठीक सामने है.