माता रानी के जयकरों से गूंजा मां वैष्णो देवी का दरबार, नवरात्रि के पहले दिन ही रिकॉर्ड तोड़ पहुंचे भक्त
punjabkesari.in Monday, Mar 31, 2025 - 06:34 PM (IST)

नारी डेस्क: चैत्र नवरात्रि उत्सव शुरू होने पर जम्मू-कश्मीर की त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर में रविवार को तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के अनुसार चैत्र नवरात्रि की शुरुआत से लगभग एक लाख तीर्थयात्री मंदिर में दर्शन कर चुके हैं। इस बार श्रद्धालुओं की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। 2024 में, श्री माता वैष्णो देवी तीर्थस्थल पर रिकॉर्ड तोड़ 94.83 लाख श्रद्धालु आए थे।
नवरात्रि के पावन मौके पर माता रानी का आशीर्वाद लेने के लिए देश और विदेश से लाखों से श्रद्धालु यहां अरते हैं। व्यवस्था बनाए रखने और परेशानी मुक्त यात्रा की सुविधा के लिए, श्राइन बोर्ड ने समर्पित सुरक्षा कर्मियों और भीड़ प्रबंधन टीमों को तैनात किया है। तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या को कुशलतापूर्वक संभालने के लिए विशेष उपाय लागू किए गए हैं। तीर्थयात्रा के अनुभव को बढ़ाने के उद्देश्य से, श्राइन बोर्ड ने यात्रा मार्ग पर आवाजाही को सुव्यवस्थित करने और भीड़ को कम करने के लिए एक आधुनिक स्काईवॉक सहित नई सुविधाएं शुरू की हैं।
अधिकारियों ने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए भवन के आधार शिविर और मार्ग पर ‘एआई-सक्षम सीसीटीवी कैमरों' और ड्रोन से निगरानी की जा रही है तथा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। शनिवार को 48,000 तीर्थयात्रियों ने पवित्र गुफा मंदिर में दर्शन किए, जबकि रविवार को आधार शिविर से लेकर मंदिर तक लंबी कतारें देखी गईं। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अंशुल गर्ग ने कहा, ‘‘मैं चैत्र नवरात्रि के अवसर पर तीर्थयात्रियों को बधाई देता हूं। कटरा से भवन तक तीर्थयात्रियों में भारी उत्साह है। तीर्थयात्रियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। कटरा से भवन तक लंबी कतारें दिखाई दे रही हैं।''
यात्रा का प्रबंधन करने वाले श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं के लिए तीर्थयात्रा को आसान बनाने के लिए नयी पहल की है। कई श्रद्धालुओं ने कहा कि वे बोर्ड द्वारा की गई व्यवस्थाओं से खुश हैं। दिल्ली से आए एक यात्री ने कहा- ‘‘नवरात्रि के पहले दिन, हम गुफा मंदिर में पूजा-अर्चना करके धन्य महसूस कर रहे हैं। हालांकि भारी भीड़ के कारण थोड़ी कठिनाई होती है, लेकिन जब आप भवन में पर्यावरण और आध्यात्मिकता की सुंदरता का अनुभव करते हैं, तो सब भूल जाते हैं।'' बोर्ड की व्यवस्थाओं की प्रशंसा करते हुए पुणे निवासी ने कहा कि हिंदू नव वर्ष और नवरात्रि के पहले दिन यहां आकर पूजा-अर्चना करना एक सपने के सच होने जैसा है।