यहां वहां बिखरा सामान, रास्ते से वापस लौटे संत... महाकुंभ मेले में मची भगदड़ के बाद जानें क्या है हालात

punjabkesari.in Wednesday, Jan 29, 2025 - 08:54 AM (IST)

नारी डेस्क: जिस बात का डर था आखिर वही हुआ मौनी अमावस्या पर करोड़ों श्रद्धालुओं के महाकुंभ पहुंचने के चलते वहां भगदड़ जैसी स्थिति बनने से कई लोगों के हताहत होने की आशंका है।भगदड़ के बाद लोगों के सामान, कपड़े, कंबल और बैग चारों तरह बिखरे पड़े हैं, हर तरफ लोग बदहवास दिख रहे हैं। हालांकि भगदड़ में कितने लोग घायल हुए हैं या मारे गए गए हैं, इसे लेकर अभी तक कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है। प्रशासन लोगों से अफवाहों पर ध्यान ना देने की भी अपील कररहा है। 

PunjabKesari

बैरियर टूटने से मची भगदड़

इस घटना के बाद सभी अखाड़ों ने अमृत स्नान नहीं करने का निर्णय किया है। बताया जा रहा है कि संगम नोज पर बैरियर टूटने से भगदड़ जैसी स्थिति बन गई जिसमें कुछ लोग घायल हुए हैं और उनका अभी इलाज चल रहा है। घायलों को मेला क्षेत्र में स्थापित अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां कई घायलों के रिश्तेदार भी पहुंच गए हैं। इस बीच, अमृत स्नान करने पहुंचा प्रथम अखाड़ा महानिर्वाणी बिना स्नान किए लौट गया। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने पत्रकारों को बताया- ‘‘अखाड़ा परिषद ने आज की घटना को देखते हुए यह निर्णय किया कि आज हम सभी अखाड़े अमृत स्नान नहीं करेंगे।'' 

PunjabKesari

वापस लौटे संत

अस्पताल के बाहर रोते हुए एक महिला ने बताया- “दो बसों में हमारा 60 लोगों का बैच आया है। हम समूह में नौ लोग थे कि अचानक धक्का मुक्की हुई और कई लोग गिर गए। हम फंस गए और भीड़ बेकाबू हो गई। “बचने का कोई मौका नहीं था क्योंकि सभी तरफ से धक्का दिया जा रहा था।” वहीं महंत रवींद्र पुरी ने पत्रकारों को बताया- “सभी संत महात्माओं के लिए सिंहासन लगा था और नागा संन्यासियों सहित सभी संत महात्मा स्नान के लिए तैयार थे। जब हमें सुनने में आया कि कोई घटना घटी है, तब हमने जनहित में यह निर्णय किया कि हम आज मौनी अमावस्या का स्नान नहीं करेंगे।” 

PunjabKesari

लोगों से संयम बनाए रखने की अपील

महंत ने कहा- आप देख रहे होंगे कि चारों दिशाओं से देश विदेश से श्रद्धालु यहां पहुंचे हुए हैं। इतनी बड़ी भीड़ को नियंत्रित करना बहुत बड़ी बात है। सभी साधु संतों को जनहित के लिए निर्णय लेना पड़ेगा। वहीं श्रद्धालु संयम बनाए रखें और जिन लोगों ने स्नान कर लिया है, वे अपने गंतव्यों को वापस लौटें।” कुंभ मेला की परंपरा के मुताबिक, सन्यासी, बैरागी और उदासीन अखाड़े भव्य जुलूस के साथ संगम तट पर पहुंचकर एक तय क्रम में अमृत स्नान करते हैं जिसमें क्रम में पहले स्थान पर पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी अमृत स्नान करता है। 

PunjabKesari

प्रशासन ने जारी किया था परामर्श

इससे पूर्व, मेला प्रशासन ने मंगलवार को ही श्रद्धालुओं के लिए परामर्श जारी किया था। व श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि सभी घाट संगम घाट हैं और वे जिस घाट पर पहुंच जाएं वहीं स्नान करें। उन्होंने श्रद्धालुओं से अफवाहों से बचने की अपील की। उल्लेखनीय है कि मौनी अमावस्या से एक दिन पूर्व मंगलवार को रात आठ बजे तक 4.83 करोड़ लोगों ने स्नान किया, जबकि इससे पूर्व मकर संक्रांति पर 3.5 करोड़ और पौष पूर्णिमा पर 1.7 करोड़ लोगों ने संगम में डुबकी लगाई थी। 

PunjabKesari

सबसे पहले महानिर्वाणी अखाड़ा करता है स्नान

 गौरतलब है कि मौनी अमावस्या पर्व पर सबसे पहले महानिर्वाणी अखाड़ा स्नान करता है। भीड़ को देखते हुए इस बार सभी अखाडों के पूर्व निर्धारित समय को बदलकर एक घंटा पहले कर दिया गया था। महाकुंभ के पहले मकर संक्रांति  के लिए महानिर्वाणी और अटल अखाडा ने सबसे पहले 6.15 बजे संगम तट पहुंचकर आस्था की डुबकी लगायी थी। इस बार सभी अखाडों के अमृत स्नान का कार्यक्रम को एक घंटा पहले कर दिया गया था। महानिवर्णी और अटल को चार बजे शिविर से निकलकर 5 बजकर 40 मिनट पर घाट खाली करना था। दोनो अखाड़े अमृत स्नान के लिए निकले थे कि मेला प्रशासन के अनुरोध पर अपने छावनी वापस लौट गए।  उनके देवता और कुछ महामंडलेश्वर आगे निकल गए। देवता स्नान के लिए निकल जाने के बाद वापस नहीं होते उन्हें सुरक्षा देकर स्नान कराया जाएगा। शेष सभी अखाडों के आचार्य महामंडलेश्वर और मंउलेश्वर के रथ शिविर को वापस हो गए। 

PunjabKesari
योगी आदित्यनाथ ने भी लोगों से की अपील

वहीं  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि श्रद्धालु मां गंगा के जिस घाट के समीप है, वहीं स्नान करें और संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें। स्नान के लिए कई घाट बनाये गये है और इनमे से किसी में भी स्नान किया जा सकता है। उन्होने कहा कि श्रद्धालु प्रशासन के निर्देशों का अनुपालन करे और व्यवस्था बनाने में सहयोग करें। श्रद्धालु किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें। इस बीच सरकार ने एक बयान जारी कर कहा कि संगम के सभी घाटों पर शांतिपूर्वक स्नान चल रहा है और कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
नननन


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

vasudha

Related News

static