Akshaya Tritiya 2025: क्यों मनाया जाता है अक्षय तृतीया का त्योहार, जानें महत्व और शुभ मुहूर्त
punjabkesari.in Monday, Apr 28, 2025 - 01:47 PM (IST)

नारी डेस्क: अक्षय तृतीया का त्योहार हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है और यह हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस साल अक्षय तृतीया तिथि 29 अप्रैल को रात्रि 11 बजकर 47 मिनट से शुरू होगी और 30 अप्रैल को रात्रि 09 बजकर 37 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार, अक्षय तृतीया का पर्व 30 अप्रैल को ही मनाया जाएगा।
अक्षय तृतीया का महत्व
अक्षय तृतीया को 'आखा तीज' और 'कृतयुगादि तृतीया' भी कहा जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, त्रेता युग की शुरुआत भी इसी तिथि को हुई थी। धार्मिक दृष्टि से इसे एक महत्वपूर्ण दिन माना जाता है, क्योंकि इसी दिन भगवान परशुराम का जन्म हुआ था। इसके अलावा, भगवान कृष्ण ने इस दिन युधिष्ठिर को अक्षय पात्र दिया था, जिससे उनके पास कभी भी खाना खत्म नहीं होता था। यह दिन विशेष रूप से मां गंगा के अवतरण से भी जुड़ा हुआ है। इस दिन स्नान, दान, जप, होम, स्वाध्याय और तर्पण जैसे धार्मिक कार्य किए जाते हैं, जिन्हें अक्षय यानी कभी न खत्म होने वाला फल मिलता है।
ये भी पढ़ें: घर में सुख-शांति के लिए रखें भगवान हनुमान की ये खास तस्वीरें!
अक्षय तृतीया पर विशेष खरीदारी का महत्व
अक्षय तृतीया पर सोने और चांदी की खरीदारी का खास महत्व है। इस दिन सोने के आभूषण खरीदना विशेष रूप से शुभ माना जाता है। इसके साथ ही घर, वाहन या भूमि की खरीदारी भी इस दिन की जाती है, क्योंकि इसे एक सिद्ध मुहूर्त माना जाता है।
अक्षय तृतीया का पर्व न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह एक शुभ अवसर भी है। इस दिन किए गए सभी कार्य अक्षय यानी हमेशा के लिए फल देने वाले होते हैं। अतः इस दिन के शुभ मुहूर्त का लाभ उठाकर आप भी महत्वपूर्ण कार्यों को अंजाम दे सकते हैं।