अक्षय तृतीया 2025: इस शुभ दिन क्यों खरीदा जाता है सोना? जानिए इसके पीछे छुपे धार्मिक कारण

punjabkesari.in Wednesday, Apr 30, 2025 - 12:31 PM (IST)

नारी डेस्क: अक्षय तृतीया एक बेहद शुभ और पवित्र तिथि मानी जाती है। हिन्दू पंचांग के अनुसार यह तिथि वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को आती है। इस दिन कुछ भी नया कार्य करना या कोई भी वस्तु खरीदना बेहद शुभ माना जाता है, विशेष रूप से सोना खरीदना। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस दिन सोना खरीदने की परंपरा क्यों है? आइए जानते हैं इसकी पीछे की वजहें।

अक्षय का अर्थ - जो कभी नष्ट न हो

‘अक्षय’ का मतलब होता है – जो कभी खत्म न हो। मान्यता है कि इस दिन किया गया कोई भी शुभ कार्य या दान-पुण्य कभी व्यर्थ नहीं जाता, उसका फल अक्षय रहता है। यही कारण है कि लोग इस दिन सोना, चांदी, बर्तन, अनाज, पीली चीजें, श्रीयंत्र आदि खरीदते हैं ताकि वो समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक बनें और जीवन में स्थायित्व लाएं।

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सोना – समृद्धि और शुभता का प्रतीक

सोना केवल एक कीमती धातु नहीं है, यह वैदिक काल से सौभाग्य, प्रकाश और उर्जा का प्रतीक रहा है। ऋग्वेद के श्रीसूक्त में देवी लक्ष्मी की उपमा "हिरण्यवर्णा", यानी सुनहरी आभा वाली से दी गई है। उनके गले में सोने की माला बताई गई है, जो यह दर्शाती है कि सोना देवी लक्ष्मी की प्रिय वस्तु है और इससे धन-संपत्ति व समृद्धि आकर्षित होती है।

 वेदों और पुराणों में सोने की महिमा

ऋग्वेद में 'हिरण्यगर्भ' यानी स्वर्ण गर्भ से ब्रह्मांड की उत्पत्ति बताई गई है। अथर्ववेद में सोने को अमरता देने वाला कहा गया है। वेदों में यह भी बताया गया है कि ब्रह्मा जी का जन्म सोने से हुआ था, जिससे यह धातु दिव्यता से जुड़ जाती है। प्राचीन मिस्र की सभ्यता में भी सोने को सूर्य का पसीना और जीवन देने वाली ऊर्जा माना गया है।

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 सूर्य की ऊर्जा और सोने का संबंध

सोने का चमकीला पीला रंग सूर्य की किरणों से मेल खाता है। सूर्य को जीवन, प्रकाश, ऊर्जा और उन्नति का प्रतीक माना जाता है। सोने में भी यही ऊर्जा मानी गई है। जब हम सोना पहनते हैं या खरीदते हैं, तो हम उस दिव्य शक्ति को अपने जीवन में आमंत्रित करते हैं।

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मान्यता और परंपरा

मान्यता है कि करोड़ों साल पहले जब पृथ्वी बन रही थी, तब ब्रह्मांडीय घटनाओं और गर्मी की तीव्र रासायनिक प्रक्रिया से सोने का निर्माण हुआ। यह धरती पर आकर जमा हो गया और बाद में उसका उपयोग पूजा और आभूषणों में होने लगा। इसलिए इसे शुभ और दिव्य माना जाता है।

इस दिन क्या खरीदें?

अक्षय तृतीया पर सिर्फ सोना ही नहीं, बल्कि ये वस्तुएं भी खरीदना शुभ माना जाता है-

चांदी

तांबे के बर्तन

श्रीयंत्र

पीली सरसों

कौड़ियां

तुलसी का पौधा

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भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की प्रतिमा

अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना न सिर्फ एक परंपरा है, बल्कि यह एक धार्मिक, वैदिक और आध्यात्मिक महत्व भी रखता है। इस दिन खरीदी गई वस्तुएं जीवन में सौभाग्य, सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती हैं। इसलिए इस दिन अगर संभव हो, तो सोने की कोई न कोई वस्तु अवश्य खरीदें और धारण करें।
  

  

 


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Content Editor

Priya Yadav

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