17 साल बाद भारत छोड़ वापस लौट रहा था पाकिस्तानी, अपने देश में कदम रखने से पहले ही तोड़ दिया दम
punjabkesari.in Thursday, May 01, 2025 - 01:37 PM (IST)

नारी डेस्क: अमृतसर में 69 वर्षीय उस पाकिस्तानी नागरिक की बुधवार को हृदयघात से मौत हो गई, जिसे उसके देश वापस भेजा जाना था। जम्मू कश्मीर पुलिस अब्दुल वाहीद को पाकिस्तान वापस भेजने के मकसद से श्रीनगर से लेकर आई थी। अधिकारियों के अनुसार, वह पिछले 17 वर्षों से भारत में रह रहा था और पुलिस ने पाया कि उसके वीजा की अवधि समाप्त हो चुकी थी, हालांकि वापस लौटने से पहले ही उसकी मौत हो गई।
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इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, पाकिस्तानी नागरिक अब्दुल वाहिद लकवे से पीड़ित थे। अटारी में इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट गेट के बाहर खड़ी बस में उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और उनका निधन हो गया। उनका शव अमृतसर के सिविल अस्पताल ले जाया गया, अब्दुल वाहिद 60 से 70 कथित पाकिस्तानी नागरिकों के एक समूह का हिस्सा थे। उन्हें पुलिस जम्मू से अटारी बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान निर्वासित करने के लिए लाई थी।
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इस बीच, ‘नो ऑब्लीगेशन टू रिटर्न टू इंडिया' (एनओआरआई) वीजाधारक भारतीय और पाकिस्तानी कुल 224 नागरिक अटारी सीमा पर एकीकृत जांच चौकी (आईसीपी) के माध्यम से भारत में प्रवेश कर गए जबकि कुल 139 पाकिस्तानी नागरिक दूसरी तरफ चले गए। पाकिस्तानी पासपोर्ट धारक मोनिका राजानी (35) के पास एनओआरआई और दीर्घकालिक वीजा (एलटीवी) है। मोनिका अपनी भारत में जन्मी पांच वर्षीय बेटी सैमारा के साथ यहां आ गईं। उन्होंने कहा- मैं इस डर से पाकिस्तान से भारत आई हूं कि आईसीपी कभी भी बंद हो सकती है। मैं एक हिंदू परिवार से हूं और करीब नौ साल पहले विजयवाड़ा में एक हिंदू व्यक्ति से शादी की थी।