जानिए क्या होता है पेट का कैंसर, इसके लक्षण और उपाय
punjabkesari.in Friday, Jul 30, 2021 - 11:30 PM (IST)
पेट के कैंसर को गैस्ट्रिक कैंसर भी कहा जाता है। यह कुछ कैंसर युक्त असमान्य कोशिकाओं का समूह होता है, जो पेट के अंदर ट्यूमर बना देता है। जिसके बाद यह शरीर को नुक्सान पहुंचाने लगता है। इसके शुरूआती लक्षण पहचानना आसान नहीं। विकसित देशों की तुलना में भारत में इस कैंसर के मरीजों की संख्या तुलनात्मक रूप से कम है लेकिन देश के दक्षिण और पूर्वोत्तर राज्यों में इसकी बड़ी संख्या पाई गई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक 1991 में पेट का कैंसर महिलाओं को होने वाला सांतवां सबसे सामान्य कैंसर है। आइए जानते हैं इसके लक्षण, कारण और उपायों के बारे में-
क्या होता है पेट का कैंसर?
जैसा कि इसके नाम से स्पष्ट है यह कैंसर पेट में होने वाला कैंसर है। हमारे शरीर में बहुत सारी कोशिकाएं होती हैं। जब ये कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ती हैं तो कैंसर का रूप ले लेती हैं। ठीक इसी प्रकार पेट के अंदरूनी सतह की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़कर कैंसर वाले ट्यूमर में बदलने लगती हैं तो इसे पेट का कैंसर ( गैस्ट्रिक कैंसर) कहते हैं।
कारण
पेट के कैसर के कई कारण हैं जैसे-अधिक वजन, धूम्रपान, नमक का ज्यादा सेवन, आहार में फल और हरी सब्जियों की कमी, अनुवांशिक वजह यानी घर में पहले किसी को पेट का कैंसर होना, एच. पाइलोरी संक्रमण , खाने की नली से खाना ऊपर लौटना, अनियमित जीवन शैली, एनिमिया, पेट में सूजन, एसीडिटी और बुढ़ापा।
लक्षण
-थकान और कमजोरी
-भूख न लगना और वजन कम होना
-पेट में जलन और पेट फूलना
-पेट में दर्द और बेचैनी
-मल में खून या खून का धब्बा आना
-काले रंग का मल होना
-थोड़ा सा खाते ही पेट भर जाना
- मतली और उल्टी आना
-पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द
-सीने में जलन
उपचार
जालंधर के एस.जी.एल. सुपर स्पैशिएलिटी अस्पताल में गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. दिशा स्याल बताती हैं कि पेट के कैंसर (गैस्ट्रिक कैंसर) के जोखिम को जीवनशैली में कुछ बदलाव लाकर कम किया जा सकता है। जैसे— रोजाना योग और व्यायाम करें, डेली डाइट में फल और हरी सब्जियों को शामिल करें। नमक और तली-भुनी चीजें कम खाएं, धूम्रपान न करें, पेन किलर्स न खाएं, समस्या ज्यादा होने पर प्रारंभिक अवस्था में कैंसर का पता लगाने के लिए जांच और एंडोस्कोपी के लिए डॉक्टर से तुरंत संपर्के करें। डॉ. दिशा के मुताबिक एच. पाइलोरी संक्रमण उपचार योग्य है और गैस्ट्रिक कैंसर को रोक सकता है। इस बीमारी की सफल सर्जरी संभव है अगर कैंसर का सही समय पर पता चल जाए तो। एंडोस्कोपी से शुरूआती गैस्ट्रिक कैंसर का पता लगाया जा सकता है।
—डॉ. दिशा स्याल