World Drug Day 2022: कैसे हुई थी इस दिन की शुरुआत, जानिए इसका इतिहास और Theme
punjabkesari.in Sunday, Jun 26, 2022 - 11:02 AM (IST)
नशीली चीजों और पदार्थों के निवारण के लिए हर साल 26 जून यानी की आज के दिन अंतराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस मनाया जाता है। नशा एक ऐसी पुरानी समस्या है जो कई दशकों से चली आ रही है। मादक द्रव्यों का नशा ऐसा है जो दुनिया के आबादी के एक हिस्से को खत्म कर रहा है। इसलिए संयुक्त राष्ट्र इस समस्या को कम करने के लिए हर साल आज के दिन अंतराष्ट्रीय मादक द्रव्य निषेध दिवस मनाता है। इस दिन को मनाना का उद्देश्य यह है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को नशे की बुरी आदतों से छुटकारा दिलाया जा सके और उन्हें नशे से होने वाले दुष्प्रभावों से बचाया जा सके।
ऐसे हुई इस दिन की शुरुआत
इस दिन के मनाने की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र ने की थी। संयुक्त राष्ट्र ने 7 दिसंबर 1987 में समाज के नशे से मुक्त करवाने के लिए प्रस्ताव रखा था। इस प्रस्ताव में 26 जून को हर साल नषा निषेध दिवस मनाने की बात रखी गई थी, जिसे सारे देशों ने सहमति से पास कर दिया था। इसके बाद 26 जून 1989 को पहली बार अंतराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस मनाया गया था। तब से लेकर हर साल आज के दिन यानी 26 जून को अंतराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस मनाया जाता है।
ये है साल 2022 की थीम
हर साल इन खास दिनों को मनाने के लिए एक थीम रखी जाती है। इस साल संयुक्त राष्ट्र ने अंतराष्ट्रीय मादक दिवस की थीम 'स्वास्थ्य और मानवीय संकटों में मादक द्रव्य चुनौतियों का समाधान' रखी है, ताकि इस दिन के जरिए सारी दुनिया में नशे संबंधित शोध पड़ताल, आंकडे़ और तथ्यों का साझा किया जा सके, जिससे की लोग नशे के दुष्परिणाम और भयावह परिस्थितियों से अवगत हो सकें।
अंतराष्ट्रीय नषा निषेध दिवस का महत्व
इस दिन को मनाने का मुख्य कारण यह है कि युवाओं व बच्चों को नशे से बचाया जा सके। इस दिन दुनिया भर में जगह-जगह नशे के खिलाफ अभियान भी चलाए जाते हैं, जिनके अंतर्गत लोगों को नशे से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में अवगत करवाया जाता है। नशे से होने वाले नुकसानों से अवगत करवाया जाता है।