उम्र से 10 साल पहले ही भारतीय को आ रहे Heart Attack, ये चीजें रखेंगी बचाव
punjabkesari.in Tuesday, Nov 02, 2021 - 10:02 AM (IST)
दिल शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है। इसमें जरा-सी भी गड़बड़ी आपको मौत की दहलीज पर खड़ा कर सकती हैं। हालांकि शोध का कहना है कि गलत लाइफस्टाइल के चलते हमारे आजकल कम उम्र में ही हार्ट ब्लाकेज, हार्ट अटैक, हार्ट स्ट्रोक जैसी समस्याएं देखने को मिल रहती हैं। वहीं, इसका एक कारण लक्षणों की अनदेखी भी है। अक्सर लोग प्रीमैच्योर हार्ट अटैक के संकेत समझ नहीं पाते, जिससे समस्या बढ़ जाती है।
क्या है प्रीमैच्योर हार्ट अटैक?
समय से पहले या जल्दी दिल का दौरा वह होता है जो किसी पुरुष में 55 वर्ष की आयु से पहले या किसी महिला में 65 वर्ष की आयु से पहले होता है। इसमें हार्ट आने से पहले सीने में दर्द, भारीपन या जकड़न, एसिडिटी, बाएं कंधे या बाएं हाथ में दर्द, थोड़ा चलने पर सांस फूलना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, जिन्हें लोग इग्नोर कर देते हैं।
10 साल से पहले ही आ रहें हार्ट अटैक
शोध की मानें तो 50 साल से कम उम्र के करीब 75% आबादी को हार्ट अटैक का खतरा है जबकि 40 से कम उम्र के भारतीयों में यह रिस्क 25% है। यह जोखिम 40-50 की आयु तक 50% बढ़ सकता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि गलत लाइफस्टाइल के चलते लोगों को 10 साल से पहले ही हार्ट अटैक व दिल के रोगों जैसी समस्याएं हो रही हैं।
दिल की बीमारियों के बढ़ने के कारण
. आनुवांशिक
. गलत खाना व जंक का अधिक सेवन
. एक्टिविटी ना के बराबर व योग -एक्सरसाइज ना करना
. अधिक तनाव लेना
. ट्रांस फैट का अधिक सेवन
. अनियमित जीवनशैली
. अनियमित कामकाजी समय
. शराब, धूम्रपान व तंबाकू
इसके अलावा हार्मोनल असंतुलन, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर के कारण भी हार्ट अटैक की संभावना रहती है।
हेल्दी हार्ट के लिए अपनाएं ये हैल्दी हैबिट्स
सबसे पहले तो लोगों को शुरुआती संकेत जैसे सीने में दर्द, सांस फूलना, चक्कर -घबराहट, अत्यधिक पसीना, आदि को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इसके बाद बिगड़ता लाइफस्टाइल आपको छोटी उम्र में ही कोलेस्ट्रॉल की समस्या दे रहा है इसलिए सबसे पहले अपना लाइफस्टाइल व खान-पान सुधारें।
मोटापा कंट्रोल करें
मोटापे को कंट्रोल रहखें क्योंकि यह भी हार्ट अटैक का एक कारण है। इसके लिए योग, व्यायाम व एक्सरसाइज करें और स्वस्थ खान-पान लें।
नियमित जांच जरूरी
30 से कम उम्र के युवा, जिनके घर में दिल के रोगों का पारिवारिक इतिहास हो, वो नियमित जांच करवाएं।
योग व एक्सरसाइज
मेडिटेशन भुजंगासन, शलभासन, सर्वांगासन करें। साथ ही रोज कम से कम 10 हजार कदम चलें। साथ ही वॉकिंग साइकिलिंग, जॉगिंग और स्विमिंग जैसी फिजिकल एक्टिविटी भी हार्ट अटैक का खतरे 30% कम करती है।
स्ट्रेस फ्री रहें
स्ट्रेस फ्री होने के साथ अल्कोहल या धूम्रपान स दूरी बनाकर रखें क्योंकि यह बीमराियों के साथ हार्मोंन गड़बड़ी का कारण भी बनते हैं।
हैल्दी डाइट लें
जंक फूड की बजाए हरी सब्जियां, सूखे मेवे, दूध, दही और लो फैट डेयरी प्रोडक्ट्स को डाइट में शामिल करें। दिन में 1 कप ग्रीन टी जरूर पीएं। लहसुन अदरक भी जरूर खाएं।
इसके अलावा लैपटॉप-मोबाइल पर सारा दिन निकलाने की बजाए खुद के लिए समय निकालें, ताकि आप स्ट्रेस फ्री रहें।