33 साल पहले छोड़ा भारत, ईमानदारी से गुजारा जीवन... अब क्यों अमेरिका में गिरफ्तार हुईं 73 साल की ''सिख दादी''?
punjabkesari.in Monday, Sep 15, 2025 - 06:54 PM (IST)

नारी डेस्क: एक 73 वर्षीय सिख महिला को कैलिफ़ोर्निया में आव्रजन अधिकारियों ने उस समय हिरासत में ले लिया जब वह अमेरिकी एजेंसी के साथ नियमित जांच के लिए गई थीं। इस घटना के बाद उनके परिवार और समुदाय के सदस्यों में विरोध और चिंताएं फैल गई हैं। रिपोर्ट के अनुसार, उत्तरी कैलिफ़ोर्निया के ईस्ट बे में 30 से अधिक वर्षों से रह रही हरजीत कौर को इस सप्ताह की शुरुआत में आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन (ICE) के अधिकारियों ने एक नियमित जांच के दौरान हिरासत में लिया था।
1992 में भारत से आई थी अमेरिका
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि उनके परिवार ने समुदाय के सैकड़ों सदस्यों के साथ शुक्रवार को एक विरोध प्रदर्शन आयोजित किया और कौर की तत्काल रिहाई की मांग की। कौर को सोमवार को हिरासत में लिया गया था जब ICE ने उन्हें अतिरिक्त कागजी कार्रवाई जमा करने के लिए सैन फ्रांसिस्को कार्यालय आने के लिए कळज्ञ। रिपोर्ट के अनुसार, हरजीत कौर के पास कोई दस्तावेज़ नहीं थे। वह 1992 में दो बेटों के साथ अकेली मां के रूप में भारत से अमेरिका आई थीं। उनकी बहू मंजी कौर ने बताया कि 2012 में उनके शरण के आवेदन को अस्वीकार कर दिया गया था, लेकिन तब से वह 13 साल से भी ज़्यादा समय से हर छह महीने में सैन फ़्रांसिस्को स्थित आईसीई को "निष्ठापूर्वक रिपोर्ट" करती रही हैं।
परिवार ने किया प्रदर्शन
रिपोर्ट में कहा गया है कि आईसीई ने उन्हें आश्वासन दिया था कि जब तक उन्हें उनके यात्रा दस्तावेज़ नहीं मिल जाते, तब तक वह वर्क परमिट के साथ निगरानी में अमेरिका में रह सकती हैं। शुक्रवार को हुए विरोध प्रदर्शन का आयोजन कौर के परिवार, इंडिविज़िबल वेस्ट कॉन्ट्रा कोस्टा काउंटी और सिख सेंटर ने किया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी प्रतिनिधि जॉन गैरामेंडी के कर्मचारी, स्थानीय निर्वाचित अधिकारी और अन्य राजनीतिक नेता भी इसमें शामिल हुए।
कपड़ों की दुकान में काम करती थी महिला
रिपोर्ट में कहा गया है कि कौर, जिनके दो पोते और तीन पोतियां हैं, दो दशकों से अधिक समय से एक स्थानीय भारतीय कपड़ों की दुकान में काम कर रही थीं। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि उनके परिवार ने उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता व्यक्त की है और दावा किया है कि इस उम्र में थायराइड रोग, माइग्रेन, घुटने के दर्द और चिंता जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के साथ हिरासत में रहने से उनकी जान को खतरा हो सकता है।