रिसेप्शन या शादी के लिए चुनें कांजीवरम सिल्क साड़ी, दिखेंगी राजकुमारी जैसी सुंदर
punjabkesari.in Tuesday, Jan 21, 2025 - 03:35 PM (IST)
नारी डेस्क: आजकल कांजीवरम सिल्क साड़ी का क्रेज काफी देखने को मिल रहा है। सिर्फ साउथ ही नहीं अब हर राज्य की महिलाओं की यह पहली पसंद बन गया है। यह कांचीवरम साड़ियां अपनी रिच टेक्सचर, भव्य बॉर्डर और जरी के काम के लिए प्रसिद्ध हैं, जो हर दुल्हन के लिए एक आदर्श विकल्प हैं। कांजीवरम साड़ी को सही तरीके से कैरी करने पर यह न केवल आपको खूबसूरत दिखाएगी बल्कि आपकी स्टाइल में एक पारंपरिक और रॉयल लुक भी जोड़ देगी। चलिए जानते हैं इसके लेटेस्ट डिजाइंस के बारे में
टेम्पल बॉर्डर कांजीवरम साड़ी
टेम्पल बॉर्डर कांजीवरम साड़ी पारंपरिक और क्लासिक डिज़ाइन का प्रतीक है। यह साड़ी अपनी विशेष बॉर्डर डिज़ाइन के लिए जानी जाती है, जो मंदिर की संरचना से प्रेरित होती है। इस साड़ी की बॉर्डर पर मंदिर की गुम्बद जैसी आकृतियाँ होती हैं, जो इसे खास बनाती हैं। बॉर्डर पर त्रिभुजाकार डिज़ाइन या टावर के समान पैटर्न होते हैं, जो कि पारंपरिक दक्षिण भारतीय मंदिरों की संरचना से प्रेरित होते हैं।
प्योर गोल्ड जरी कांचीवरम साड़ी
यह दक्षिण भारत की सबसे भव्य और प्रतिष्ठित साड़ियों में से एक है। यह साड़ी अपनी शुद्ध रेशम की गुणवत्ता और असली सोने की जरी के काम के लिए जानी जाती है। कांचीवरम साड़ी को शुद्ध रेशम (मुलबरी सिल्क) से बुना जाता है, जो इसे भारी और टिकाऊ बनाता है। इसका कपड़ा अपनी चमक और मुलायम बनावट के लिए प्रसिद्ध है। कांचीवरम साड़ियां गहरे और जीवंत रंगों में उपलब्ध होती हैं, जो सोने की जरी के साथ अद्भुत दिखती हैं। आम रंगों में गहरा लाल, हरा, बैंगनी, नीला, और मैरून शामिल हैं।
मीनाकारी वर्क कांचीवरम साड़ी
यह पारंपरिक कांचीवरम साड़ियों में से एक विशिष्ट और आकर्षक संस्करण है। यह साड़ी अपनी बारीक डिज़ाइन और जटिल मीनाकारी कार्य के लिए जानी जाती है, जो इसे बेहद खूबसूरत और भव्य बनाती है। मीनाकारी वर्क में बारीक और रंगीन कढ़ाई होती है, जो साड़ी पर जटिल डिज़ाइन बनाती है। इसमें फूल, पत्ते, पक्षी, और पारंपरिक भारतीय मोटिफ्स का उपयोग किया जाता है। यह काम सोने की जरी के साथ किया जाता है, जिससे साड़ी पर चमकदार और आकर्षक प्रभाव पड़ता है।
पेठानी स्टाइल कांचीवरम साड़ी
यह एक अद्भुत संयोजन है जो महाराष्ट्र की प्रसिद्ध पेठानी साड़ी और तमिलनाडु की पारंपरिक कांचीवरम साड़ी की सुंदरता को एक साथ लाता है। इस साड़ी में दोनों शैलियों के प्रमुख तत्वों का सम्मिश्रण होता है, जो इसे बेहद खास बनाता है। इस साड़ी में पेठानी साड़ी के पारंपरिक मोटिफ्स जैसे मोर, कमल, और अन्य पौराणिक कथाओं से प्रेरित डिज़ाइन होते हैं। ये मोटिफ्स कांचीवरम साड़ी के भारी और बारीक जरी वर्क के साथ मिलते हैं।
ब्राइट रेड और गोल्ड साड़ी
लाल और गोल्ड का मेल पारंपरिक और रॉयल लुक देता है। यह पारंपरिक और आधुनिकता का एक सुंदर मिश्रण है, जो किसी भी विशेष अवसर के लिए एक आदर्श चयन है। शादी, त्योहार, और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में महिलाएं इस तरह की साड़ी पहनना ज्यादा पसंद करती हैं।
जरी वर्क कांचीवरम साड़ी
यह भारत की सबसे भव्य और पारंपरिक साड़ियों में से एक है। इसे विशेष रूप से तमिलनाडु के कांचीपुरम में बनाया जाता है। इस साड़ी की खासियत इसके शुद्ध रेशम और बारीक जरी वर्क में है, जो इसे बेहद आकर्षक और शाही बनाता है। कांचीवरम साड़ी शुद्ध रेशम से बनाई जाती है। इसमें सोने और चांदी की जरी का उपयोग किया जाता है, जो साड़ी को एक भव्य रूप देता है। जरी वर्क मुख्य रूप से बॉर्डर, पल्लू, और साड़ी के शरीर पर किया जाता है, जिसमें जटिल डिज़ाइन होते हैं। कांचीवरम साड़ी में गहरे और चमकदार रंगों का उपयोग होता है। आमतौर पर, साड़ी और बॉर्डर के बीच कंट्रास्टिंग रंगों का चयन किया जाता है।
कांजीवरम साड़ी को कैरी करने के टिप्स
-इस साड़ी के साथ पारंपरिक कांजीवरम या सिल्क ब्लाउज अच्छा लगता है। ब्लाउज पर हल्का जरी का काम और आकर्षक लगता है।
-सोने की ज्वेलरी, टेम्पल ज्वेलरी, और कुंदन सेट इस साड़ी के साथ बहुत खूबसूरत लगते हैं। लंबी चेन, झुमके, और मांग टीका आपके लुक को पूरा करेंगे।
-पारंपरिक हेयरस्टाइल जैसे बन या गजरा के साथ चोटी इस साड़ी के साथ बहुत अच्छे लगते हैं। आप बालों में फूलों का गजरा भी लगा सकती हैं।
-हल्का मेकअप और गहरे रंग की लिपस्टिक के साथ साड़ी की भव्यता को बढ़ाया जा सकता है। आंखों को उभारने के लिए काजल और लाइनर का प्रयोग करें।
-एथनिक सैंडल्स या जूती इस साड़ी के साथ बेहतरीन लगती हैं। पारंपरिक लुक को बनाए रखने के लिए फुटवियर का चयन करें।