बिहार में आसमान से बरसी ''मौत'': आंधी-बारिश और बादल गिरने से 32 लोगों की जान गई

punjabkesari.in Monday, Apr 14, 2025 - 05:38 PM (IST)

नारी डेस्क: पटना। बिहार के कई जिलों में शुक्रवार रात आई तेज आंधी और बारिश ने भीषण तबाही मचाई। इस प्राकृतिक कहर में ठनका गिरने, पेड़ और दीवार गिरने जैसी घटनाओं में 32 लोगों की मौत हो गई। सबसे ज़्यादा नुकसान भोजपुर, नालंदा, सिवान और गोपालगंज में दर्ज किया गया है। राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।

भोजपुर और नालंदा में सबसे ज़्यादा नुकसान

भोजपुर जिले के बड़हरा प्रखंड में मां-बेटे समेत 5 लोगों की जान चली गई। वहीं, महुली घाट पीपा पुल भी तेज हवाओं में टूट गया जिससे उत्तर प्रदेश और बिहार के बीच का संपर्क बाधित हो गया।

नालंदा में भी स्थिति गंभीर रही। मानपुर थाना क्षेत्र के नगवां गांव में पीपल का पेड़ एक दीवार पर गिर गया, जिससे 5 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा, इस्लामपुर क्षेत्र में पुलिया धंसने से एक ही परिवार के 3 सदस्य मारे गए।

ठनका गिरने से मौत का सिलसिला

सिवान में वज्रपात (ठनका) गिरने से 4 लोगों की मौत हुई। सारण, गोपालगंज और बेगूसराय में भी ठनका और पेड़ गिरने से लोगों की जान चली गई। गया जिले के टनकुप्पा में दीवार गिरने से एक 8 साल के बच्चे की मौत हो गई।

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फसलों को भी भारी नुकसान

जहानाबाद, अरवल और पटना जिले में तेज हवा और बारिश से खेतों में रखी फसलें बर्बाद हो गईं। जिन किसानों ने अभी फसल नहीं काटी थी, उन्हें थोड़ा फायदा हुआ लेकिन जिनकी फसल कटकर खेत में पड़ी थी, उन्हें भारी नुकसान झेलना पड़ा।

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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जताया दुख

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस प्राकृतिक आपदा पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने सभी प्रभावित परिवारों को 4-4 लाख रुपये मुआवजा देने का निर्देश दिया है। साथ ही लोगों से अपील की है कि वे खराब मौसम के दौरान सतर्क रहें और घर के अंदर सुरक्षित रहें।

बिजली गिरने से मौत के आंकड़े डरावने

पिछले 5 वर्षों में बिजली गिरने से बिहार में 1,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।

2023 में: 242 मौतें

2022 में: 253 मौतें

2021 में: 280 मौतें

2020 में: 400 मौतें

NCRB के मुताबिक, भारत में प्राकृतिक आपदाओं से होने वाली मौतों में 39% मौतें बिजली गिरने से होती हैं।

सरकार का आधुनिक कदम: चेतावनी देने वाला लॉकेट

बिहार सरकार ने बिजली गिरने की भविष्यवाणी के लिए Earth Networks के साथ मिलकर 7 जिलों में सेंसर सिस्टम लगाया है। इसके अलावा IIT पटना ने "NITISH" नामक एक स्मार्ट लॉकेट भी विकसित किया है जो बिजली गिरने से पहले अलर्ट देता है। यह खासकर किसानों और मजदूरों के लिए जीवन रक्षक साबित हो सकता है।

 सतर्क रहें, सुरक्षित रहें

बिहार में मौसम का यह कहर आने वाले दिनों में भी जारी रह सकता है। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। ऐसे में जरूरी है कि लोग मौसम संबंधी चेतावनियों का पालन करें, घरों में सुरक्षित रहें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
 

 

 


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Content Editor

Priya Yadav

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