बच्चे की इम्यूनिटी कमजोर होने पर शरीर में दिखते हैं ये लक्षण, न करें Parents इग्नोर
punjabkesari.in Monday, Aug 28, 2023 - 01:23 PM (IST)

बदलते मौसम में बच्चे बहुत जल्दी बीमार पड़ते हैं। ऐसा इसलिए होता है कि क्योंकि उनकी इम्यूनिटी पॉवर बहुत कमजोर होती है। बहुत से पेरेंट्स इस बात से अंजान होते हैं कि इम्यूनिटी कमजोर होने के कारण बच्चे बीमार पड़ रहे हैं। इम्यूनिटी कमजोर होने पर बच्चे के शरीर में कुछ लक्षण भी दिखते हैं। तो चलिए आज आपको बताते हैं कि इनके बारे में...
कमजोर पाचन तंत्र
एक्सपर्ट्स की मानें तो यदि आपके बच्चे का पेट अक्सर खराब रहता है या फिर उसे पेट से जुड़ी कोई न कोई बीमारी रहती है तो इसका अर्थ है कि उसकी इम्यूनिटी कमजोर है। जिन बच्चों की इम्यूनिटी कमजोर होती है उन्हें गैस और कब्ज जैसी परेशानी रहती है। पेट में अच्छे और बुरे दोनों ही तरह के बैक्टीरिया पाए जाते हैं जो बैक्टीरिया पाचन तंत्र को स्वस्थ रखते हैं उन्हें गुड बैक्टीरिया कहते हैं। यह किसी भी तरह के संक्रमण से लड़ने में भी मदद करते हैं लेकिन अगर बच्चे आसानी से किसी तरह के संक्रमण का शिकार होते हैं तो इसका अर्थ है कि उनकी इम्यूनिटी कमजोर है।
हर समय थकान रहना
यदि बच्चे कुछ समय खेलकर, सीढ़ियां चढ़कर, थोड़ा सा दौड़ने पर थक जाते हैं तो इसका मतलब है कि उनकी इम्यूनिटी कमजोर है। ऐसे बच्चे अपना ज्यादातर समय बैठे-बैठे बिता देते हैं। इन बच्चों को फिजिकल एक्टिविटी भी कम होती है। ऐसे में पेरेंट्स को चाहिए कि वह बच्चे को एनर्जेटिक बनाए रखने के लिए हैल्दी फ्रूट्स, सब्जियां शामिल करें।
बार-बार बीमार होना
बच्चे बार-बार बीमार पड़ते हैं तो यह भी कमजोर इम्यूनिटी का लक्षण है। बार-बार बच्चे इसलिए बीमार पड़ते हैं क्योंकि उनकी एंटीबॉडी बीमारियों से लड़ने में सक्षम नहीं है। हालांकि ऐसा मिथ भी है कि बच्चों को साल में 3-4 बार जुकाम होता है लेकिन अगर बच्चे बीमार पड़ते हैं तो इसका अर्थ है कि उनकी इम्यूनिटी कमजोर है। ऐसे में बार-बार बीमार पड़ने पर बच्चों को एक बार डॉक्टर को जरुर दिखाएं।
चोट ठीक होने में समय लगना
जिन बच्चों की इम्यूनिटी कमजोर हो उन्हें यदि कोई चोट लगे तो उसे ठीक होने में समय लगता है। एक्सपर्ट्स का भी मानना है कि यदि बच्चे की चोट ठीक होने में ज्यादा समय लगता है तो इसका कारण उनकी कमजोर इम्यूनिटी हो सकती है। इसके अलावा आपको बता दें कि यदि बच्चे को कोई घाव ठीक होने में लंबा समय लगता है तो यह भी सही इशारा नहीं है क्योंकि बाद यह यह घाव संक्रमण में बदल सकता है। ऐसे में एक बार बच्चों को डॉक्टर के पास जरुर दिखाएं।
बार-बार इंफेक्शन होना
वैसे तो बच्चे बहुत जल्द ही इंफेक्शन की चपेट में आते हैं लेकिन यदि वह बार-बार इंफेक्शन से घिर रहे हैं तो यह सही नहीं है। एक बच्चे को बार-बार संक्रमण होने का अर्थ है कि बच्चों की इम्यूनिटी कमजोर है। इम्यूनिटी कमजोर होने के कारण बच्चे को कान में इंफेक्शन में अस्थमा, निमोनिया, साइनसाइटिस जैसी गंभीर बीमारी भी हो सकती है। यदि बच्चे की एंटीबॉडी मजबूत नही होगी तो उन्हें इंफेक्शन से बचाना मुश्किल हो जाएगा। एंटीबॉडी मजबूत बनाने के लिए बच्चे की इम्यूनिटी को मजबूत करना जरुरी है।
इन बातों रखें पेरेंट्स ध्यान
. यदि बच्चे बार-बार बीमार पड़े तो उन्हें डॉक्टर को दिखाएं।
. बच्चे की इम्यूनिटी मजबूत बनाने के लिए उन्हें पहले 6 महीने स्तनपान जरुर करवाएं।
. अच्छी डाइट बच्चे की इम्यूनिटी मजबूत बनाने के लिए जरुरी है
. प्रोबायोटिक और प्रीबायोटिक बच्चे की इम्यूनिटी मजबूत बनाने में मददगार हो सकते हैं।
. बच्चे की साफ-सफाई का ध्यान रखें।
. यदि बच्चे को सांस की कोई बीमारी है तो उन्हें घर से बाहर लेकर जाने से पहले मास्क पहनाएं।
. जंक फूड से परहेज करने को कहें।
. इंफ्लुएंजा के लिए रेगुलर वेक्सीनेशन करवाना ना भूलें।