पुरुषों की तुलना में महिलाओं का ज्यादा स्वस्थ रहता है खराब, WEF ने बताया किस तरह जी सकती हैं लंबा

punjabkesari.in Thursday, Jan 23, 2025 - 10:57 AM (IST)

नारी डेस्क:  विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) ने दुनिया में महिलाओं के स्वास्थ्य में निवेश पर जोर देते हुए कहा कि  महिलाओं के स्वास्थ्य के अंतर को पाटने से 2040 तक वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में सालाना 400 अरब अमेरिकी डॉलर की बढ़ोतरी हो सकती है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि पुरुषों की तुलना में महिलाएं अपने जीवन का 25 प्रतिशत अधिक खराब स्वास्थ्य में जीती हैं।

 

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ब्रेस्ट कैंसर के बढ़ेंगे मामले

अध्ययन में कहा गया है कि भारत में स्तन कैंसर का प्रसार और इसका आर्थिक प्रभाव काफी हद तक बढ़ने का अनुमान है। 2021 और 2030 के बीच, रोगियों की संख्या में हर साल लगभग 0.05 मिलियन की वृद्धि होने की उम्मीद है, जिसकी वार्षिक वृद्धि दर लगभग 5.6% होगी। इससे जुड़ा आर्थिक बोझ भी बढ़ेगा, जो औसतन $19.55 बिलियन/वर्ष होगा, जो गहन स्वास्थ्य सेवा और आर्थिक रणनीतियों की आवश्यकता को रेखांकित करता है।


इस तरह महिलाएं जी सकती हैं लंबा

डब्ल्यूईएफ ने नए महिला स्वास्थ्य प्रभाव निगरानी मंच की भी शुरुआत की जो दुनिया भर में लाखों महिलाओं द्वारा सामना की जाने वाली स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों की निगरानी और उन्हें समाधान करने के लिए डिजाइन किया गया एक सार्वजनिक रूप से सुलभ मंच है। नयी रिपोर्ट महिला स्वास्थ्य के अंतर को पाटने और सभी के लिए जीवन व अर्थव्यवस्था में सुधार का खाका है।  इसमें बताया गया है कि कैसे नौ प्रमुख स्वास्थ्य स्थितियों के आसपास लक्षित कार्रवाई से वैश्विक बीमारी के बोझ को कम किया जा सकता है और प्रत्येक महिला के जीवन में हर साल 2.5 स्वस्थ दिनों को जोड़ा जा सकता है।

 

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डब्ल्यूईएफ महिलाओं को लेकर चिंतित

 नौ स्थितियों को महिला की जिंदगी के विभिन्न पड़ाव में विभाजित किया गया है, जो कि जीवित वर्षों की कुल संख्या (मातृ उच्च रक्तचाप संबंधी विकार, प्रसवोत्तर रक्तस्राव, इस्केमिक हृदय रोग, गर्भाशय ग्रीवा कैंसर और स्तन कैंसर) और स्वस्थ वर्ष के आधार पर स्वास्थ्य अवधि की स्थितियों (एंडोमेट्रियोसिस, रजोनिवृत्ति, माइग्रेन और प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम) से संबंधित है। डब्ल्यूईएफ ने इस संबंध में एजेंडा तय करने और संसाधन आवंटित करने के लिए दुनिया भर की सरकारों, निजी क्षेत्र, शोधकर्ताओं, नागरिक समाज और समुदायों से तत्काल कार्रवाई का आह्वान किया। इसमें कहा गया है कि अब कार्रवाई करने और यह सुनिश्चित करने का समय है कि हर महिला और लड़की स्वस्थ एवं अधिक उत्पादक जीवन जी सके। 

 

महिलाओं पर ध्यान देने की जरूरत

रिपोर्ट में कहा गया कि महिलाओं के जीवन में 2.5 अतिरिक्त स्वस्थ दिन जोड़ने के अवसर के बावजूद, उन्हें अक्सर लिंग-विशिष्ट शोध की कमी के कारण अनदेखा कर दिया जाता है। ऐसे में कहा गया है कि महिलाओं की देखभाल करने, महिलाओं में निवेश करने और सभी महिलाओं को शामिल करने का समय है।" नई रिपोर्ट ने महिलाओं के स्वास्थ्य परिणामों में महत्वपूर्ण असमानताओं को उजागर किया, जो डेटा संग्रह, अनुसंधान फंडिंग, नैदानिक ​​अभ्यास दिशानिर्देशों और स्वास्थ्य सेवा वितरण प्रणालियों में अंतराल से प्रेरित हैं। महिलाओं से जुड़ी स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं और लिंग आधारित मतभेदों पर शोध को वित्तपोषित करके महिलाओं का अध्ययन करना; और महिलाओं की अनूठी जरूरतों के अनुरूप सर्वोत्तम प्रथाओं को प्रतिबिंबित करने वाले नैदानिक ​​दिशा-निर्देशों को सुनिश्चित करके महिलाओं की देखभाल करना। 


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vasudha

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