“बस थोड़ा और, तुम कर लोगी...” Labour Pain  से तड़प रही पार्टनर का इन बातों से दर्द करें कम

punjabkesari.in Friday, Apr 25, 2025 - 06:12 PM (IST)

नारी डेस्क:  कहते हैं कि इस दुनिया का सबसे तेज दर्द लेबर पेन होता है। माना जाता है कि ये 20 हड्डियों के एक साथ टूटने जितना दर्दनाक होता है। ऐसे में जब महिला प्रसव पीड़ा में होती है  तब उसका साथी उसका सबसे बड़ा सहारा बन सकता है। ऐसे समय में भावनात्मक, मानसिक और शारीरिक सहयोग बहुत मायने रखता है। नीचे दिए गए कुछ सुझाव अनुभवी माता-पिता और विशेषज्ञों की राय पर आधारित हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपनी पार्टनर को बेहतर सपोर्ट कर सकते हैं।

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इस तरह दें पार्टनर को सहयोग

डर और दर्द के समय आपकी पार्टनर को आपका साथ सबसे ज्यादा चाहिए होता है। उसका हाथ पकड़ें, आंखों में आंखें डालकर शांत और भरोसेभरे शब्द बोलें जैसे  "तुम बहुत मजबूत हो", "मैं तुम्हारे साथ हूं।" घबराने की बजाय शांत रहें, ताकि आपकी पार्टनर को भी मानसिक संतुलन बना रहे।जितना आप शांत रहेंगे, उतना ही वह खुद को सुरक्षित महसूस करेगी। गीला कपड़ा या ठंडी पट्टी से उसका माथा पोंछें, अगर वह चलना चाहती है तो साथ टहलें। हर कॉन्ट्रैक्शन (संकुचन) के बाद कहें -“बस थोड़ा और, तुम कर लोगी।” अगर वह दर्द से परेशान हो रही है, तो भी कहें- “मैं समझ रहा हूं, मैं तुम्हारे साथ हूं।”

 

डॉक्टर और स्टाफ से संवाद करें

अगर आपने साथ में प्रेगनेंसी क्लासेज की हैं, तो उन्हें याद दिलाएं कि कैसे गहरी सांस लेनी है। साथ में गिनती गिनते हुए सांस लें – इससे उसे राहत मिल सकती है। जब वह दर्द में हो, तो उसकी तरफ से डॉक्टरों और नर्सों से बात करें, उसकी ज़रूरतें या चिंता को शांति से समझाएं। उसकी पीठ, कंधों या पैरों की हल्की मालिश करें,  इससे उसे आराम मिलेगा। अगर उसने पहले से कोई पसंदीदा तरीका बताया है, तो वही अपनाएं। अगर संभव हो, तो लाइट धीमी कराएं, उसकी पसंदीदा म्यूजिक चलाएं, या कोई अच्छा अरोमा उपयोग करें (यदि अस्पताल अनुमति दे)।

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 बच्चे के जन्म के समय उसका साथ दें

डिलीवरी के समय उसके साथ रहें, उसका हौसला बढ़ाएं। चाहें तो बच्चे के जन्म के बाद गर्भनाल (cord) काटने में भी भाग लें अगर डॉक्टर से अनुमति मिले तो।  अगर पार्टनर चाहें तो बच्चे के जन्म का एक प्यारा सा फोटो या वीडियो (डॉक्टर से अनुमति लेकर) लें, ताकि वो पल हमेशा के लिए यादगार बन जाए। ध्यान रखें कि हर महिला की प्रसव प्रक्रिया अलग होती है। सबसे ज़रूरी है – आपका धैर्य, सहयोग और प्यार।


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vasudha

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