जन्म देते ही चल बसी मां, 2 शादियां की फिर भी नहीं मिला सुख, आखिरी वक्त में विद्या को सताती रही सिर्फ एक चिंता!

punjabkesari.in Tuesday, Nov 16, 2021 - 03:49 PM (IST)

मायानगरी में कई एक्ट्रेस ऐसी रही हैं जिन्हें शौहरत व पैसा सब मिला लेकिन सच्चा प्यार नहीं। इन्हीं में से एक थी विद्या सिन्हा। जो मरते दम तक यही सोचती रही कि अब मेरी बेटी का क्या होगा। विद्या ने शादियां तो 2 की लेकिन फिर भी उन्हें पति का सुख नहीं मिला। विद्या का बचपन से लेकर बुढ़ापे तक का सफर मुश्किलों में ही गुजरा। चलिए आज के इस पैकेज में हम आपको बताते हैं कि आखिर कौन थी विद्या सिन्हा।

जन्म देते ही मां की हुई मौत

फिल्मी बैकग्राउंड से ताल्लुक रखने वाली विद्या का जन्म 15 नवंबर, 1947 को मुंबई में हुआ। विद्या को जन्म देकर उनकी मां चल बसी और पिता ने दूसरी शादी कर ली। ऐसे में विद्या अपने नाना-नानी के पास पली-बढ़ी और अपनी मौसी के कहने पर उन्होंने मॉडलिंग में कदम रखा। उन्होंने 18 साल की उम्र में मॉडलिंग करनी शुरू कर दी थी और मिस बॉम्बे’ का टाइटल भी अपने नाम किया था।

अचानक इंडस्ट्री से लिया संन्यास

मॉडलिंग के बाद उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा। फिल्मी बैकग्राउंड से ताल्लुक रखने के बावजूद उन्होंने इंडस्ट्री में पहचान अपने दम पर बनाई। साल 1974 में आई 'रजनीगंधा' फिल्म से उन्होंने डेब्यू किया और इसके बाद से ही उनके पास फिल्मों का सिलसिला शुरू हो गया। उन्होंने ‘रजनीगंधा’, ‘छोटी सी बात’, ‘पति पत्नी और वो’ जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम किया था। अपने करियर में उन्होंने करीब 30 फिल्में की और संन्यास ले लिया, जिसकी वजह थी इंडस्ट्री में उनकी छवि। दरअसल, फिल्मों में वो सीधी, सरल और घरेलू लड़की के किरदार में ही दिखी लेकिन उन्हें ग्लैमरस रोल ही नही मिले। अपनी छवि को तोड़ने के लिए उन्होंने कई फिल्मों में दूसरे रोल तो निभाए लेकिन कामयाब नहीं हो पाई। इसी वजह से उन्होंने संन्यास ले लिया।
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2 शादियां की लेकिन नहीं मिला सुख

पर्सनल लाइफ की बात करें तो उन्होंने फिल्मों में एंट्री करने से पहले ही अपने पड़ोसी तमिल ब्राह्मण वेंकटेश्वरन अय्यर से 1968 में शादी की थी। शादी के कई साल बाद जब कपल पेरेंट्स नहीं बन पाया तो इन्होंने एक बेटी को गोद लिया जिसका नाम जाह्नवी रखा। एक्ट्रेस फिल्मों में काम करे इसके लिए उनके ससुराल वाले और पति खिलाफ थे लेकिन विद्या ने सभी से बगावत की और कहा था कि मुझे फिल्मों में काम करने दिया जाए नहीं तो मैं घर छोड़कर चली जाऊंगी। साल 1996 में विद्या के पति की बीमारी की वजह से मौत हो गई। इसके बाद से उन्होंने फिल्मों से दूरी बना ली।

आखिरी वक्त में बेटी को लेकर थी परेशान 

साल 2001 में विद्या ने ऑस्ट्रेलिया के डॉक्टर भीमराव सालुंके से दूसरी शादी कर ली। एक्ट्रेस का दूसरा पति अक्सर पैसों के लिए उनके साथ मारपीट करता था। साल 2011 में दोनों को तलाक हो गया था। इस बीच बेटी के बार-बार कहने पर विद्या ने अभिनय की दुनिया में फिर कदम रखा। इस बार शुरूआत टीवी से की। उनका पहला सीरियल तमन्ना था, इसके बाद वे बहुरानी, हम दो हैं ना, काव्यांजलि, भाभी और कुबूल है जैसे अनेक सीरियल्स में नजर आईं। उनका आखिरी सीरियल 'कुल्फी कुमार बाजेवाला' था। साल 15 अगस्त 2019 को 71 साल की उम्र में विद्या सांस ना लेने व फेफड़ों की बीमारी के चलते दुनिया को अलविदा कह गई।
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एक्ट्रेस की मौत के बाद उनकी करीबी दोस्त ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वो अपने आखिरी समय में बेटी को लेकर परेशान थीं। जब उन्हें अस्पताल लाया गया तो उन्होंने यही कहा था कि मेरे बाद जाह्नवी का क्या होगा। रिपोर्ट्स की माने तो विद्या को अपनी लगातार बिगड़ती तबीयत का अहसास हो गया था। ऐसे में उनको डर था कि उनके बाद जाह्नवी अकेली पड़ जाएगी। वही, उनकी माली हालत भी ज्यादा अच्छी नहीं थी। उनके पास पांच लाख रुपये का बैंक बैलेंस था इसलिए भी उनको जाह्नवी की फिक्र थी।
विद्या सिन्हा भले ही अब इस दुनिया में ना हो लेकिन उनकी एक्टिंग को हमेशा याद किया जाता है।


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Content Writer

Priya dhir

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