काबिले तारीफ हैं Vartika Singh! पढ़ाई खत्म होने से पहले ही बीटेक चायवाली के तौर पर बना ली पहचान
punjabkesari.in Thursday, Apr 13, 2023 - 11:54 AM (IST)
वो ज़माना गया जब लोग व्हाइट कॉलर जॉब के पीछे भागते थे, अब सब खुद का कुछ करना चाहते हैं, खुद बॉस बनना चाहते हैं, उसके लिए फिर चाहे चाय का स्टॉल ही क्यों न लगाना पड़े। आपने एमबीए चायवाला का नाम तो सुना ही होगा अब ऐसा ही कुछ कर रही है बिहार की वर्तिका सिंह हैं। वो लंबे समय से अपना बिजनेस शुरु करने को लेकर इतनी ज्यादा उत्सुक थीं की फरीदाबाद में बीटेक की पढ़ाई करते हुए ही उन्होंने अपना खुद का स्टार्टअप शुरु कर दिया, क्योंकि वो खुद कुछ करना चाहती थीं और 4 साल की डिग्री पूरी होने का इंतजार उन्हें ज्यादा लग रहा था।
वर्तिका ने कभी से ही शुरु कर दी है बिजनेस की तैयारी
उन्होंनें पढ़ाई के बीच ही बेबी स्टेप्स लेने का फैसला किया और 'बीटेक चायवाली' के नाम से चाय की दुकान शुरू कर दी। आजकल वर्तिका सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं, जिसमें वो अपने चाय की दुकान के बारे में बात करती नजर आती हैं। हालांकि उन्होंने अपने बिजनेस और प्लानिंग के बारे में ज्यादा कुछ खुलकर नहीं बताया।
शाम को क्लास के बाद खुलता है स्टॉल
वर्तिका ने फरीदबाद में ग्रीन फील्ड के पास एक चाय की दुकान खोली है। यह टी- स्टॉल शाम साढ़े पांच बजे से रात 9 बजे तक रहता है। वर्तिका इस स्टॉल में अनेक तरीके की मसाला चाय और नींबू की चाय को 20 रुपये प्रति कप के हिसाब से बेचती हैं, जबकि रेगुलर चाय को वो 10 रुपये प्रति कप से हिसाब से देती हैं। उन्होंने अपने इंस्टा अकांउट में कई सारी वीडियो शेयर की हैं अपनी स्टॉल की, जिसमें देखा जा सकता है कि टी-स्टॉल में एक छोटा सा स्टोव है, जिस पर वो एल्यूमिनियम की केतली रख कर चाय को अच्छे से उबाल दे रही हैं।
सोशल मीडिया पर लोग कर रहे हैं वर्तिका की जमकर तारीफ
सोशल मीडिया पर लोग वर्तिका का ये बिजनेस आइडिया, उनके दृढ़ संकल्प और आत्मनिर्भर होने के प्रयास की तारीफ कर रहें है। एक ने लिखा , 'तू मेरा ड्रीम कॉपी कर रही है'।
अन्य ने लिखा , 'मुझे तुम पर गर्व है'।
वहीं एक अन्य ने लिखा, 'बहुत अच्छा बहन, तुम बहुत अच्छा काम कर रही हो'।
आजकल की युवा पीढ़ी पढ़ाई करके कंपनी के धक्के खाने के बजाए खुद का स्टार्ट अप शुरु करना पसंद करती हैं और खुद अपना बॉस बनना चाहती हैं। बीटेक चायवाली, एमबीके चायवाला और बीए चायवाला, इसकी तरफ एक पहल की शुरुआत है। हमारा देश बदल रहा है।