भक्तों को है मां वैष्णो देवी पर विश्वास, पहलगाम हमले के बाद माता के दरबार में फिर जुटी भीड़
punjabkesari.in Tuesday, Apr 29, 2025 - 04:06 PM (IST)

नारी डेस्क: पहलगाम आतंकी हमले के कुछ दिनों बाद, जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले की त्रिकुटा पहाड़ियों में स्थित श्री माता वैष्णो देवी मंदिर के आधार शिविर कटरा शहर में वैष्णो देवी तीर्थयात्रियों की भीड़ बढ़ने लगी है। 22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों में से एक स्थानीय निवासी की मौत हो गई थी। टूर ऑपरेटरों ने बताया कि हमले के बाद, श्री माता वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा में अचानक गिरावट देखी गई जिसके कारण होटल बुकिंग में लगभग 40 प्रतिशत की कमी आई।
कटरा होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश वजीर ने बताया- "पहलगाम में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हमले के बाद, होटल बुकिंग रद्द कर दी गई, क्योंकि तीर्थयात्रियों ने अपने गृहनगर जाना पसंद किया, हालांकि अब यात्रा के आंकड़ों में सुधार होना शुरू हो गया है। कटरा पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या में धीरे-धीरे वृद्धि के साथ होटल बुकिंग में संशोधन शुरू हो गया है"। उन्होंने कहा- "हम देश भर और दुनिया भर से तीर्थयात्रियों से आग्रह करते हैं कि वे निडर होकर कटरा शहर में आएं और गुफा मंदिर में 'मां भगवती' का आशीर्वाद लें।" उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले महीने से, गर्मियों की छुट्टियों के मद्देनजर यात्रा में उछाल देखने को मिलेगा।
राकेश वजीर ने कहा- "तीर्थयात्रियों ने पहले से ही होटल, लॉज और गेस्ट हाउस बुक करना शुरू कर दिया है, जो आने वाले मौसम की शानदार शुरुआत का संकेत है।" उन्होंने कहा- "जम्मू और कश्मीर संस्कृति और सुरम्य स्थलों का मिश्रण है और इसके अलावा, तीर्थ पर्यटन इस क्षेत्र को और भी अनोखा बनाता है। तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और यात्रा के सुचारू नियमन की सुविधा के लिए, श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) ने वैष्णो देवी मंदिर के आधार शिविर कटरा शहर में मई के पहले सप्ताह तक एकीकृत कमान और नियंत्रण केंद्र (ICCC) को चालू करने का निर्देश दिया है।
30 मार्च से 7 अप्रैल तक चैत्र नवरात्र के दौरान भारत और विदेश से 3.5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने मंदिर का दर्शन किया और अप्रैल के मध्य तक 25 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने मंदिर में पूजा-अर्चना की। अप्रैल के पहले पखवाड़े में छह लाख तीर्थयात्रियों ने वैष्णो देवी मंदिर का दौरा किया, जिसमें 12 दिनों में 35,000 से अधिक आंकड़े दर्ज किए गए और उक्त अवधि में 2025 के लिए यात्रा का आंकड़ा 25 लाख को पार कर गया। अब अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती, क्षेत्र पर नियंत्रण और मंदिर और आस-पास के क्षेत्रों की निगरानी के लिए ड्रोन और अन्य उन्नत तकनीकों के उपयोग पर भी चर्चा की जा रही है।