भक्तों के लिए फिर से शुरू हुई चार धाम यात्रा, तबाही के बाद लगा दी थी रोक
punjabkesari.in Monday, Jun 30, 2025 - 10:37 AM (IST)

नारी डेस्क: चार धाम यात्रा पर 24 घंटे का रविवार को लगाया गया प्रतिबंध हटा दिया गया है। यात्रा मार्ग के सभी जिलों के जिलाधिकारियों को अपने-अपने जिलों में मौसम की स्थिति को देखते हुए वाहनों को रोकने का निर्देश दिया गया है। भारी बारिश की चेतावनी के बाद रविवार को चार धाम यात्रा स्थगित कर दी गई थी।
यात्रा स्थगित होने के बाद बादल फटने से बरकोट के पास भारी भूस्खलन हुआ, जिसमें दो श्रमिकों की मौत हो गई और सात अन्य लापता हो गए। इस बीच, आज चंबा शहर के कई हिस्सों में बारिश हुई। अधिकारियों के अनुसार, इससे पहले 29 जून को उत्तरकाशी जिले में भूस्खलन से प्रभावित बड़कोट-यमुनोत्री मार्ग की मरम्मत कर उसे सुचारू कर दिया गया था। हालांकि, लापता सात लोगों की तलाश जारी है। उत्तरकाशी के जिला मजिस्ट्रेट प्रशांत आर्य ने एएनआई से पुष्टि की कि सिलाई बैंड से पहले धुल गए हिस्से की मरम्मत पूरी कर ली गई है और सड़क के अन्य क्षतिग्रस्त हिस्सों को बहाल करने के प्रयास जारी हैं।
उत्तरकाशी के जिला मजिस्ट्रेट प्रशांत आर्य ने बताया- "जिले के बड़कोट-यमुनोत्री मार्ग पर सिलाई बैंड से पहले बादल फटने के कारण जो धुल गया था, उसकी मरम्मत कर दी गई है और सड़क को सुचारू कर दिया गया है, जबकि अन्य धुल गए हिस्से को सुचारू करने का काम जारी है।" जिला मजिस्ट्रेट ने यह भी बताया कि क्षेत्र में 33 केवी बिजली लाइन को बहाल कर दिया गया है और 11 केवी लाइन की मरम्मत के प्रयास जारी हैं। सात कर्मचारी अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और राजस्व टीमों द्वारा की जा रही है।
उत्तरकाशी पुलिस के अनुसार, भूस्खलन और बादल फटने की घटना यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर पालीगाड़ से लगभग चार किलोमीटर आगे सिलाई बैंड के पास हुई। पुलिस, अग्निशमन सेवा, स्वास्थ्य विभाग और लोक निर्माण दल के कर्मियों की मदद से बचाव अभियान चलाया जा रहा है। बरामद किए गए दो शवों की पहचान नेपाल के राजापुर जिले के कर्ममोहनी निवासी 43 वर्षीय केवल बिष्ट और उत्तर प्रदेश के पीलीभीत निवासी 55 वर्षीय दूजे लाल के रूप में हुई है।