UTI इंफेक्शन ना कर दें किडनी खराब, बरसात में बरती लापरवाही तो होगा नुकसान
punjabkesari.in Friday, Jul 23, 2021 - 11:45 AM (IST)
यूटीआई यानि की यूरिनरी ट्रैक्ट इंफैक्शन जो किसी भी शख्स को हो सकती हैं हालांकि छोटे बच्चे भी इसका शिकार हो सकते हैं मगर टीनएज लड़कियां व महिलाएं इसकी ज्यादा शिकार होती हैं। बहुत सी महिलाओं को यह इंफैक्शन बार-बार होता है खास कर बरसाती मौसम में नमी के चलते इंफैक्शन का खतरा बढ़ जाता है और वह समझ नहीं पातीं कि आखिर उन्हें वजाइनल एरिया से जुड़ी यह दिक्कत बार-बार क्यों हो रही हैं तो चलिए आज के इस पैकेज में आपको इस समस्या से जुड़ी जरूरी जानकारी देते हैं...
70% महिलाएं कभी ना कभी होती है शिकार
दुनियाभर में लगभग 70 फीसदी महिलाएं, अपने जीवन में कभी ना कभी इस इंफैक्शन की शिकार हो जाती हैं। टीनएज बच्चियों को पीरियड्स के दौरान यूरिन इंफैक्शन का खतरा अधिक रहता है क्योंकि वह साफ-सफाई का ज्यादा ध्यान नहीं रख पाती। सैनिटरी नैपकिन समय पर नहीं बदलती।
यूटीआई इंफेक्शन के कारण
-बहुत सी महिलाएं काम के चक्कर में पेशाब को रोके भी रखती हैं ऐसा करना खतरनाक हो सकता है क्योंकि यह किडनी में इंफैक्शन भी कर सकती है क्योंकि ऐसा होने पर कई बार इंफेक्शन बाहर की तरफ ना बढ़कर अंदर की तरफ फैलने लगता है।
-गंदी इंग्लिश सीट टॉयलेट यूज करने से भी यह दिक्कत हो जाती है।
यूटीआई इंफेक्शन के लक्षण
1. जब यह इंफैक्शन होती हैं तो यूरिक पास करते हुए तेज जलन होती हैं। हालांकि वैजाइना में जलन होने का एक कारण शरीर में पानी की कमी यानी डिहाइड्रेशन भी होता है लेकिन यूरिन इंफेक्शन के समय जलन के साथ बहुत तेज चुभन का भी अहसास होता है।
2. सबसे बड़ा लक्षण ये कि यूरिन के लिए बहुत तेज प्रेशर बनता है लेकिन जैसे ही यूरिन पास करने जाते हैं तो कुछ ड्रॉप या बहुत कम मात्रा में यूरिन आता है।
3. मटमैले रंग में यूरिन की मात्रा कम लेकिन बार-बार यूरिन आता है ...यूरिन में तेज स्मेल आती हैं और रंग हल्का मटमैले से लेकर ब्लड जैसे लाल भी हो सकता है।
4. इंफैक्शन के चलते मरीज को बहुत अधिक थकान अनुभव होती हैं, शरीर में कंपकपी सी रहती हैं, पेट के निचले हिस्से में और कमर में दर्द रहता है। बहुत सी महिलाओं को इस इंफेक्शन के दौरान ठंड लगती हैं और बुखार भी आता है।
जानिए कुछ देसी नुस्खे
यूरिन इंफेक्शन के शिकार हो गए हैं तो कुछ बातें और देसी नुस्खे याद रखें तुरंत आराम मिलेगा।
1. सबसे पहले तो ज्यादा पानी पीएं और वैजाइना की साफ-सफाई रखें। वैजाइना को अच्छे से जरूर सुखाएं।
कॉटन की पैंटी पहने। ज्यादा टाइट इनरवियर ना पहनें।
2. यूरिन को रोके ना। साफ सुथरे टॉयलेट का इस्तेमाल करें। पीरियड्स के दौरान पैड समय पर बदलें क्योंकि यह भी इंफैक्शन के खतरे को बढ़ा देता है।
आंवला का रस
50 ग्राम आंवले के रस में 30 ग्राम शहद मिलाएं और दिन में 3 बार इसे पीएं।
क्रैनबेरी जूस
क्रैनबेरी का जूस पीएं क्योंकि यह काफी हद तक यूटीआई के खतरे को काफी हद तक कम कर देता है।
लहसुन
लहसुन का सेवन करें क्योंकि इसमें पाए जाने वाले एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण कई तरह के इंफेक्शन से बचाते हैं।
नारियल पानी
नारियल पानी में गुड़ व धनिया का चूर्ण मिलाकर पीने से भी यूरीन इंफेक्शन में आराम मिलता है।
धनिया पाउडर
धनिया और आंवले के चूर्ण को बराबर मात्रा में मिलाकर रात को भिगोकर रखें। सुबह इसे मसलकर छान लें और इसे पानी को सुबह पीएं।
प्याज
50 ग्राम प्याज को बारीक काटकर 500 ग्राम पानी में उबालें। जब पानी आधा हो जाए तो इसे ठंडा करके पीएं।
गेहूं का पानी
गेहूं के 10-15 दाने रात को एक गिलास पानी में भिगो दें। सुबह छान लें और उसी पानी में 25 ग्राम शक्कर मिलाकर पिएं। इससे जलन नहीं होगी।
इलायची
2 ग्राम इलायची को छिलके सहित कूटकर 100 ग्राम पानी और 200 ग्राम दूध में उबालें। ठंडा होने पर उसमें शक्कर मिलाकर आधे-आधे घंटे के अंतराल बाद इसे पीएं।
इन देसी नुस्खों में आप कोई भी नुस्खा अपना सकते हैं। इससे यूरिन इंफेक्शन से तुरंत राहत मिलेगी।