घंटों यूरिन रोके बैठी रहती हैं तो देखिए इससे क्या-क्या होगा?

punjabkesari.in Monday, Apr 07, 2025 - 09:22 PM (IST)

नारी डेस्कः ऐसी बहुत सी आदतें हैं जो हम रोज मर्रा की जिंदगी जाने-अनजाने में किए जा रहे हैं। जैसे काम के दवाब में घंटों यूरिन रोक कर बैठे रहना। ऐसी गलती महिलाएं सबसे ज्यादा करती हैं लेकिन ये आदत आगे बहुत बड़ी समस्या खड़ी कर सकती है। शायद इस बारे में आप नहीं जानते हो। घंटों यूरिन को रोक कर रखने से यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन ( UTI)  हो सकता है।। पुरुषों और बच्चों के मुकाबले, महिलाओं को ये समस्या अधिक होती है इसके बाद इंफेक्शन के जलते वेजाइनल प्रॉब्लम शुरू हो जाती है।  यूरिन पास करते जलन, दर्द और खुजली होने लगती है। 

इस इंफेक्शन का कारण मूत्र मार्ग में बैक्टीरिया का संक्रमण है। यूरिन को घंटों रोके रहना, गलत खान-पान और प्राइवेट पार्ट की साफ-सफाई ना रखने के चलते यह इंफेक्शन हो सकता है। UTI का इलाज एंटी-बायोटिक दवाओं से किया जाता है जो डॉक्टर की सलाह से ही ली जाती हैं। वह कुछ एंटीबायोटिक दे सकते हैं। इसी के साथ कुछ देसी नुस्खे और टिप्स भी फॉलो किए जा सकते हैं और कुछ बातों का ख्याल रखना बहुत जरूरी है। 

यूरिन को रोके ना रखें

बहुत सी महिलाएं काम में व्यस्तता के चलते घंटों यूरिन को रोके रखती हैं। इससे यूटीआई की इंफेक्शन का खतरा तो रहता ही है, साथ ही में किडनी और ब्लैडर की इंफेक्शन का खतरा भी बना रहता है। UTI का समय पर इलाज न करवाने पर यह किडनी तक भी फैल सकता है। इसे नजरअंदाज ना करें और समय पर सही उपचार लेना जरूरी है। UTI के दौरान बहुत सी महिलाएं दर्द और जलन से बचने के लिए यूरिन को रोक लेती हैं लेकिन ऐसा ना करें क्योंकि इससे समस्या बढ़ेगी और बैक्टीरिया बाहर निकल नहीं पाएंगे। साथ ही यह और बहुत सारी समस्याओं का कारण भी बन सकता है। 

 UTI के लक्षण (UTI Symptoms in Hindi)

बार-बार पेशाब लगना लेकिन थोड़ा-थोड़ा आना
पेशाब करते समय जलन या दर्द
पेशाब में बदबू या धुंधलापन
कभी-कभी पेशाब में खून आना
पेट के निचले हिस्से या कमर में दर्द
बुखार (अगर संक्रमण किडनी तक पहुंच गया हो)
PunjabKesari

UTI के मुख्य कारण (Causes of UTI in Hindi)

पर्याप्त पानी न पीना – इससे बैक्टीरिया बाहर नहीं निकलते
टॉयलेट के बाद ठीक से सफाई न करना – खासकर पीछे से आगे पोछना
टाइट अंडरवियर या गंदे कपड़े पहनना
सेक्सुअल एक्टिविटी – सेक्स के दौरान बैक्टीरिया यूरीन ट्रैक तक पहुंच सकते हैं
पीरियड्स के दौरान हाइजीन का ध्यान न रखना
पेशाब रोकना – देर तक पेशाब रोकना संक्रमण को न्योता देना है
डायबिटीज या कमजोर इम्यूनिटी – इन लोगों को UTI जल्दी होता है

 UTI के देसी घरेलू इलाज (Desi/Natural Remedies for UTI in Hindi)

अगर संक्रमण ज्यादा गंभीर हो, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। देसी नुस्खे शुरुआती स्टेज में फायदेमंद हो सकते हैं।

1. ज्यादा पानी पिएं: दिन भर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं ताकि बैक्टीरिया पेशाब के रास्ते बाहर निकल जाएं।

2. नींबू और शहद वाला पानी: सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में नींबू और शहद मिलाकर पिएं। यह मूत्र को साफ करता है और इंफेक्शन से राहत देता है।

3. नारियल पानी: नारियल पानी नैचुरल डिटॉक्स है जो मूत्र प्रणाली को साफ करता है।

4. धनिया का पानी: 2 चम्मच सूखा धनिया रातभर पानी में भिगो दें। सुबह छानकर पी लें। यह पेशाब की जलन और इंफेक्शन में आराम देता है।

5. कच्चा लहसुन: लहसुन में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। रोज़ खाली पेट 1-2 लहसुन की कलियां चबाएं।

6. क्रैनबेरी जूस : यह यूरिन ट्रैक्ट को हेल्दी रखता है और बैक्टीरिया को चिपकने से रोकता है। हालांकि भारत में यह हर जगह नहीं मिलता।

UTI से बचाव के उपाय (Prevention Tips in Hindi)

हर 2-3 घंटे में पेशाब जरूर करें, इसे न रोकें
सेक्स के बाद यूरिन जरूर करें
रोजाना अंडरगारमेंट्स बदलें और कॉटन के पहनें
सामने से पीछे की ओर साफ करें
पर्सनल हाइजीन का खास ख्याल रखें
ज्यादा मीठा या मसालेदार खाना न खाएं जब संक्रमण हो

कब डॉक्टर के पास जाना चाहिए?

अगर बुखार हो और कमर दर्द हो
बार-बार UTI हो रहा हो
पेशाब में खून आ रहा हो
गर्भवती महिला को लक्षण हों

क्रैनबेरी जूस पीएं

इस इंफेक्शन में क्रैनबैरी का जूस सबसे फायदेमंद माना जाता है। एक अध्ययन के मुताबिक, क्रैनबेरी जूस को UTI के लक्षणों को कम करने में सहायक पाया गया है। यह बैक्टीरिया को मूत्राशय की दीवार पर चिपकने से रोकता है, जिससे संक्रमण कम हो सकता है।

साफ-सफाई का ध्यान रखें

संक्रमण के दौरान और सामान्य रूप से भी, प्राइवेट पार्ट की साफ-सफाई का ख्याल रखें और योनि धोने के बाद इसे अच्छे सुखाए जरूर। विशेष रूप से यूरिन पास करने के बाद जननांग क्षेत्र को ठीक से साफ करें। शौच के बाद आगे से पीछे की ओर सफाई करें ताकि बैक्टीरिया फैल न सकें।

कॉटन के अंडरवियर पहनें

आरामदायक और सूती अंडरवियर पहनें, ताकि नमी कम हो और संक्रमण बढ़ने की संभावना कम हो सके। इनवियर को अच्छे से धोकर धूप में सुखाएं इससे बैक्टीरिया पनप नहीं पाते। 

गर्म पानी का सिंकाई

अगर पेट के निचले हिस्से में दर्द हो रहा हो, तो हल्के गर्म पानी की बोतल से सिकाई कर सकते हैं। इससे दर्द में थोड़ी राहत मिल सकती है।

यूरिन इंफेक्शन है तो क्या ना करें?

कैफीन, मसालेदार और तलाभुना ना खाएं।
संबंधों के बाद यूरिन पास जरूर करें।
ढीले कपड़े पहनें ताकि नमी न फंसे।

डॉक्टर से संपर्क कब करें?

अगर UTI के लक्षण 2-3 दिनों में ठीक नहीं होते।
आपको बुखार, ठंड लगना, या पीठ में दर्द महसूस हो।
आपके यूरिन में खून आए या यूरिन गाढ़ा और बदबूदार हो जाए।

नोटः अगर इंफेक्शन से राहत नहीं मिल रही तो डाक्टर से चेकअप जरूर करवाएं और एंटीबायोटिक दवाई का सेवन करें।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Vandana

Related News

static