महिलाओं में रुक-रुक कर पेशाब आना गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है, जानें कारण और उपाय

punjabkesari.in Wednesday, Nov 06, 2024 - 01:07 PM (IST)

नारी डेस्क: महिलाओं में यूरिन से जुड़ी समस्याएं बढ़ रही हैं, और इनमें से एक गंभीर समस्या रुक-रुक कर पेशाब आना है। यह समस्या एक सामान्य स्थिति हो सकती है, लेकिन कई मामलों में यह गंभीर बीमारियों का संकेत भी हो सकती है। महिलाओं को इस समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ी हो सकती है। आइए जानते हैं रुक-रुक कर यूरिन आने की समस्या के कारण, लक्षण, और इससे बचने के उपाय।

रुक-रुक कर यूरिन आना कारण

यूटीआई (UTI)

यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) एक बैक्टीरियल इंफेक्शन है जो यूरिनरी ब्लैडर और आसपास के अंगों में हो सकता है। यह इंफेक्शन महिलाओं में अधिक सामान्य है और इसके कारण यूरिन रुक-रुक कर आता है। इसके साथ ही जलन और दर्द भी महसूस हो सकता है।

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मेनोपॉज और हार्मोनल चेंजेस

मेनोपॉज के बाद महिलाओं के शरीर में हार्मोनल बदलाव आते हैं। एस्ट्रोजन की कमी के कारण मूत्राशय की मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं, जिससे यूरिन रुक-रुक कर आता है। इसके अलावा, हार्मोनल असंतुलन भी इस समस्या का कारण बन सकता है।

पथरी (Stones)

किडनी या ब्लैडर में पथरी होने के कारण भी रुक-रुक कर यूरिन आने की समस्या हो सकती है। पथरी मूत्र मार्ग को अवरुद्ध कर सकती है, जिससे पेशाब में रुकावट आती है।

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ब्लैडर सिंड्रोम

ब्लैडर सिंड्रोम एक ऐसी स्थिति है जिसमें ब्लैडर में बार-बार सिकुड़न होती है, जिससे यूरिन रुक-रुक कर आता है। यह स्थिति महिलाओं में आम है, और इसमें पेशाब करने की तीव्र इच्छा होती है, लेकिन यूरिन आने में परेशानी होती है।

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डायबिटीज

उच्च रक्त शर्करा स्तर (ब्लड शुगर) के कारण भी यूरिन की समस्या हो सकती है। जब शरीर में शर्करा का स्तर बढ़ता है, तो शरीर उसे बाहर निकालने के लिए ज्यादा यूरिन बनाने लगता है, और इस कारण रुक-रुक कर यूरिन आ सकता है।

ब्लैडर में सूजन

महिलाओं में ब्लैडर की सूजन भी रुक-रुक कर यूरिन आने का कारण बन सकती है। यह यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) का लक्षण भी हो सकता है, जो महिलाओं के लिए सामान्य समस्या है। सूजन के कारण ब्लैडर पर दबाव बढ़ता है, और पेशाब रुक-रुक कर आता है।

न्यूरोलॉजिकल समस्याएं (Neuro Issues)

मस्तिष्क या तंत्रिका तंत्र से जुड़ी समस्याएं भी यूरिन में रुकावट का कारण बन सकती हैं। ऐसे मामलों में, ब्लैडर के नियंत्रण की क्षमता प्रभावित हो सकती है, जिससे पेशाब रुक-रुक कर आता है।

पुरानी बीमारियां (Chronic Conditions)

यदि आप पहले से किसी गंभीर बीमारी, जैसे कि सर्जरी या कैंसर से पीड़ित रही हैं, तो इसका भी असर आपके यूरिनरी सिस्टम पर हो सकता है, जिससे रुक-रुक कर पेशाब आ सकता है।

रुक-रुक कर यूरिन आने के लक्षण

यूरिन में जलन या दर्द होना

बार-बार पेशाब करने की आवश्यकता महसूस होना

यूरिन करने के बाद भी असंतोषजनक महसूस होना

पेशाब में खून या बदबू आना

मूत्राशय में दबाव महसूस होना

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बचाव के उपाय

स्पाइसी फूड से बचें

तीखा और मसालेदार भोजन यूरिनरी ट्रैक्ट में जलन और सूजन का कारण बन सकता है। यह आपकी ब्लैडर की मांसपेशियों को उत्तेजित करता है, जिससे पेशाब करते समय दर्द और बेचैनी हो सकती है। इसलिए, मसालेदार और तीखे खाद्य पदार्थों से बचें, खासकर यदि आपको यूरिन से जुड़ी समस्याएं हैं।

पानी का सेवन बढ़ाएं

शरीर में पानी की कमी यूरिन के प्रवाह को प्रभावित कर सकती है और इससे पेशाब की समस्या हो सकती है। पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं और यूरिनरी सिस्टम साफ रहता है। रोजाना 8-10 गिलास पानी पीने की आदत डालें ताकि आपके शरीर में हाइड्रेशन बना रहे और यूरिनरी समस्याओं से बचाव हो सके।

नियमित व्यायाम करें

व्यायाम से शरीर की रक्त संचार प्रणाली में सुधार होता है, जो यूरिनरी ट्रैक्ट को भी स्वस्थ रखता है। योग, वॉकिंग, और हल्का व्यायाम न केवल ब्लैडर की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है, बल्कि यह मूत्राशय में किसी भी अनावश्यक दबाव को कम करने में भी मदद करता है। नियमित रूप से व्यायाम करने से यूरिनरी समस्याओं को रोका जा सकता है।

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स्वस्थ आहार लें

फाइबर से भरपूर आहार खाने से पेट की समस्याएं दूर होती हैं और ब्लैडर भी स्वस्थ रहता है। साबुत अनाज, फल, और सब्जियां खाने से शरीर में पोषण की कमी नहीं होती और यूरिनरी ट्रैक्ट भी बेहतर कार्य करता है। साथ ही, यह कब्ज की समस्या से भी बचाता है, जो कभी-कभी यूरिनरी समस्याओं का कारण बन सकता है।

कॉफी और कैफीन से बचें

कॉफी और अन्य कैफीन युक्त पेय पदार्थ मूत्रवर्धक (diuretic) होते हैं, यानी ये यूरिन के उत्पादन को बढ़ाते हैं। अत्यधिक कैफीन का सेवन यूरिनरी सिस्टम पर दबाव डाल सकता है और बार-बार पेशाब करने की समस्या पैदा कर सकता है। इसलिए, कैफीन युक्त पेय पदार्थों का सेवन सीमित करें और हर्बल चाय या पानी जैसी स्वस्थ विकल्पों को चुनें।

स्वच्छता का ध्यान रखें

यूरिनरी हाइजीन पर ध्यान देना बेहद महत्वपूर्ण है, खासकर पेशाब के बाद। नियमित रूप से शरीर की सफाई रखें और खासकर महिलाओं को व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए, ताकि यूरिनरी इंफेक्शन से बचा जा सके। अपने प्राइवेट पार्ट्स को हमेशा स्वच्छ और सूखा रखें, और टॉयलेट जाने के बाद हमेशा सही तरीके से सफाई करें।

डॉक्टर से कब मिलें?

यदि आपको यूरिन करने में जलन, खुजली, खून आना, या बार-बार पेशाब की समस्या हो रही है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इन समस्याओं को नजरअंदाज करने से यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) जैसी गंभीर स्थिति हो सकती है। डॉक्टर से सलाह लेने में देर नहीं करनी चाहिए।

रुक-रुक कर पेशाब आने की समस्या महिलाओं के लिए एक आम स्वास्थ्य समस्या हो सकती है, लेकिन इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। यह कई गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकता है। इसलिए, यदि इस समस्या का सामना कर रही हैं, तो समय पर इलाज करवाएं और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।
 


 


 


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Content Editor

Priya Yadav

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