ब्रेस्ट कैंसर का इलाज हुआ आसान: अब खून की एक बूंद से पता चलेगा इस जानलेवा बीमारी का

punjabkesari.in Saturday, Jun 21, 2025 - 02:57 PM (IST)

नारी डेस्क:  ब्रेस्ट कैंसर आज दुनिया भर की महिलाओं के लिए एक बड़ी चिंता बन चुका है। हर 8 में से 1 महिला को जीवन में कभी न कभी इस बीमारी का सामना करना पड़ता है। इसके इलाज के बाद भी लगभग हर 4 में से 1 महिला को कैंसर फिर से होने का खतरा रहता है। इसलिए इस बीमारी का जल्दी पता लगाना बहुत जरूरी है। लेकिन अभी तक इस्तेमाल होने वाली मैमोग्राफी जैसी जांच तकनीकें कैंसर के शुरुआती चरण में इसे पकड़ने में अक्सर असफल रहती हैं, खासकर युवतियों में।

स्विट्ज़रलैंड की कंपनी Xemperia की नई ब्लड टेस्ट तकनीक

स्विट्ज़रलैंड की एक स्टार्टअप कंपनी Xemperia ने अब एक ऐसा ब्लड टेस्ट बनाया है, जो खून में मौजूद इम्यून सेल्स (प्रतिरक्षा कोशिकाओं) के खास बदलावों को देखकर ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाता है। यह टेस्ट बहुत ही जल्दी, शुरुआती चरण में ही कैंसर की पहचान कर सकता है और इसकी सटीकता 99% से 100% तक बताई जा रही है।

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इस तकनीक की खास बातें

कम दर्द और असुविधा: यह टेस्ट केवल खून की एक छोटी बूंद लेकर किया जाता है, जबकि मैमोग्राफी में कुछ महिलाओं को दर्द और असुविधा होती है।

extremely accurate: शुरुआती परिणामों के अनुसार, यह टेस्ट कैंसर को बहुत सही तरीके से पहचानता है।

रिलैप्स की पहचान: इलाज के बाद कैंसर के फिर से होने की संभावना को भी यह समय रहते पकड़ सकता है।

व्यक्तिगत इलाज में मदद: मरीज की प्रतिरक्षा प्रणाली के अनुसार इलाज को बेहतर बनाने में मदद करता है।

यह तकनीक यूनिवर्सिटी ऑफ फ्राइबर्ग में 20 साल से अधिक रिसर्च के बाद तैयार हुई है और अब तक इसे सैकड़ों मरीजों पर सफलतापूर्वक टेस्ट किया गया है। अब Xemperia इस टेस्ट के बड़े पैमाने पर क्लिनिकल ट्रायल की तैयारी कर रही है। अगर ये टेस्ट सफल होता है, तो यह भविष्य में ब्रेस्ट कैंसर की जांच के लिए नया मानक बन सकता है।

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भारत में नई पोर्टेबल डिवाइस- MemoAlert

भारत में भी ब्रेस्ट कैंसर जांच के लिए एक नया पोर्टेबल यंत्र MemoAlert आ रहा है। यह डिवाइस रक्त की एक बूंद से मात्र 15 मिनट में यह पता लगा सकता है कि किसी महिला को ब्रेस्ट कैंसर है या नहीं।

यह टेस्ट Pandora CDx तकनीक पर आधारित है। महिलाओं के लिए यह टेस्ट घर या ऑफिस जैसी जगहों पर भी आसानी से किया जा सकता है।

MemoAlert को बनाने में 4 साल लगे हैं और इसे अमेरिका में 350 महिलाओं पर टेस्ट किया जा चुका है। इस डिवाइस को जुलाई 2025 में भारत में लॉन्च किया जाएगा।

पीओसी मेडिकल सिस्टम्स इंक के सीईओ डॉ. संजीव सक्सेना के अनुसार, यह टेस्ट बहुत आसान है। खून की एक बूंद को डिस्क में डालना होता है, जिसमें पहले से रियाजेंट होते हैं। फिर यह टेस्ट 10-15 मिनट में परिणाम देता है।

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भारत में ब्रेस्ट कैंसर की गंभीर स्थिति

भारत में हर साल करीब 1.5 लाख महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर होता है। इनमें से लगभग 70 हजार महिलाओं की मौत होती है। लगभग हर 7 मिनट में एक महिला इस बीमारी की वजह से दम तोड़ती है। कई मशहूर हस्तियों जैसे कायली मिनोग, नम्रता सिंह गुजराल, एंजेलिना जॉली और मुमताज भी इस बीमारी से जूझ चुकी हैं। बड़ी समस्या यह है कि इस बीमारी का पता अक्सर बहुत देर से चलता है, जब इलाज मुश्किल हो जाता है।

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MemoAlert की टेस्टिंग और उपलब्धता

MemoAlert की विदेशों में टेस्टिंग पूरी हो चुकी है और अब भारत के कई अस्पतालों और कैंसर संस्थानों में इसका परीक्षण किया जाएगा। अगर यह परीक्षण सफल रहा, तो यह डिवाइस भारत में जुलाई से उपलब्ध हो जाएगा।

यह डिवाइस महिलाओं के लिए एक बड़ी राहत लेकर आएगा, जिससे वे बिना किसी दर्द या परेशानी के घर पर ही अपनी जांच कर सकेंगी और समय रहते इलाज शुरू कर सकेंगी।

ब्रेस्ट कैंसर की जल्द पहचान से लाखों जानें बचाई जा सकती हैं। Xemperia का ब्लड टेस्ट और भारत में लॉन्च हो रही MemoAlert डिवाइस इस क्षेत्र में बहुत बड़ा बदलाव लाने वाले हैं। महिलाओं को चाहिए कि वे अपनी सेहत का ध्यान रखें और समय-समय पर जांच कराते रहें।

नोट: अगर आपके परिवार में किसी को ब्रेस्ट कैंसर हो चुका है या आपको कोई लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। समय पर जांच और इलाज ही इस बीमारी से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है।
  

 
 


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Content Editor

Priya Yadav

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