महिलाओं में बढ़ते मोटापे और Mood Swings की वजह बन रही है ये बीमारी, इन संकेतों को न करें इग्नोर
punjabkesari.in Wednesday, Jun 11, 2025 - 12:25 PM (IST)

नारी डेस्क: आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी और बदलती जीवनशैली के बीच कई महिलाएं मोटापे, थकान, मूड स्विंग्स और चिड़चिड़ेपन जैसी समस्याओं से जूझ रही हैं। अक्सर इन लक्षणों को सामान्य तनाव या हार्मोनल बदलाव मानकर नजरअंदाज कर दिया जाता है, लेकिन यह थायरॉइड की बीमारी के संकेत हो सकते हैं। समय रहते थायरॉइड की पहचान और इलाज न हो तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
थायरॉइड क्या है?
थायरॉइड एक छोटी सी ग्रंथि होती है जो गले के आगे की तरफ स्थित होती है और तितली के आकार की होती है। यह ग्रंथि शरीर के मेटाबॉलिज़्म को नियंत्रित करने वाले हार्मोन (T3 और T4) बनाती है। थायरॉइड ठीक से काम न करे तो शरीर के कई कार्य प्रभावित होने लगते हैं।
महिलाएं पुरुषों की तुलना में थायरॉइड की समस्याओं की अधिक चपेट में आती हैं, जिसका मुख्य कारण उनके शरीर में होने वाला हार्मोनल असंतुलन है। प्रेग्नेंसी और मेनोपॉज़ के दौरान हार्मोन स्तर में होने वाले बदलाव, ऑटोइम्यून बीमारियां, आयोडीन की कमी और परिवार में थायरॉइड की हिस्ट्री जैसी वजहें इस समस्या को बढ़ावा देती हैं। थायरॉइड की दो प्रमुख अवस्थाएं होती हैं—हाइपोथायरॉइडिज़्म, जिसमें ग्रंथि कम सक्रिय हो जाती है और हार्मोन की कमी हो जाती है (यह महिलाओं में सबसे आम है), और हाइपरथायरॉइडिज़्म, जिसमें ग्रंथि जरूरत से ज्यादा हार्मोन बनाती है। दोनों ही स्थितियां शरीर के मेटाबॉलिज़्म को प्रभावित करती हैं और कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकती हैं।
थायरॉइड के लक्षण – जिन्हें न करें नजरअंदाज
महिलाओं में हाइपोथायरॉइड के लक्षणों में तेजी से वजन बढ़ना (बिना अधिक खाए), लगातार थकान और सुस्ती, चिड़चिड़ापन, मूड स्विंग्स, गर्मियों में भी ठंड लगना, स्किन ड्राई होना, बालों का झड़ना, पीरियड्स में अनियमितता या अत्यधिक ब्लीडिंग, याद्दाश्त कमजोर होना और चीजें भूलना शामिल हैं। वहीं हाइपरथायरॉइड के लक्षणों में तेज़ धड़कन और घबराहट, भूख अधिक लगने के बावजूद वजन घटना, नींद न आना, मांसपेशियों में कमजोरी और थकान, नाखूनों और बालों का कमजोर होना जैसे लक्षण देखे जाते हैं। ये सभी संकेत शरीर में थायरॉइड हार्मोन के असंतुलन की ओर इशारा करते हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
मोटापा और चिड़चिड़ापन: थायरॉइड की ओर इशारा
कई महिलाएं वजन बढ़ने को सिर्फ डाइट या एक्सरसाइज़ की कमी मान लेती हैं, लेकिन जब वजन तेजी से बढ़े और कंट्रोल में न आए, तो यह थायरॉइड की वजह हो सकता है। साथ ही, लगातार चिड़चिड़ापन, गुस्सा आना, या मन ठीक न लगना थायरॉइड हार्मोन के असंतुलन का संकेत हो सकता है।
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थायरॉइड कैसे होता है डायग्नोज़?
थायरॉइड की पहचान खून की जांच से की जाती है, जिसमें TSH (Thyroid Stimulating Hormone), T3 और T4 हार्मोन की जांच होती है। यदि TSH का स्तर बहुत अधिक या बहुत कम होता है, तो डॉक्टर स्थिति के अनुसार इलाज शुरू करते हैं।
थायरॉइड का इलाज
थायरॉइड की समस्या का इलाज संभव है, बशर्ते इसे समय रहते पहचान लिया जाए। हाइपोथायरॉइड के लिए डॉक्टर सिंथेटिक थायरॉइड हार्मोन (जैसे लेवोथायरॉक्सिन) की दवा देते हैं। हाइपरथायरॉइड के लिए एंटी-थायरॉइड दवाएं, रेडियोएक्टिव आयोडीन या सर्जरी की सलाह दी जा सकती है।
क्या करें – जीवनशैली में बदलाव
थायरॉइड को नियंत्रित रखने के लिए अपनाए ये उपाय
संतुलित और आयोडीन युक्त आहार लें।
नियमित व्यायाम करें।
तनाव कम करने की कोशिश करें – योग, मेडिटेशन।
नींद पूरी लें।
हर 6 महीने में थायरॉइड टेस्ट करवाएं, खासकर अगर परिवार में किसी को यह समस्या है।
थायरॉइड एक सामान्य लेकिन गंभीर समस्या है, जो खासकर महिलाओं को ज्यादा प्रभावित करती है। अगर आप बिना कारण चिड़चिड़ी हो रही हैं, वजन बढ़ रहा है, थकान बनी रहती है, तो यह थायरॉइड की ओर इशारा हो सकता है। समय पर जांच और सही इलाज से आप इस बीमारी को नियंत्रित रख सकती हैं और सामान्य, स्वस्थ जीवन जी सकती हैं। इसलिए इन संकेतों को नजरअंदाज न करें और जरूरत पड़ने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।