थायराइड मरीज सिर्फ गोली के सहारे ना रहें, डाइट में क्या खाएं-क्या नहीं और जानिए देसी उपचार भी
punjabkesari.in Saturday, Aug 06, 2022 - 01:10 PM (IST)
महिलाओं को होने वाले आम रोगों में एक रोग थायराइड का है जिसके चलते आज 10 में से करीब 3 औरतें परेशान हैं। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को ये समस्या अधिक है इसलिए 35 साल की उम्र के बाद हर 5 साल में महिलाओं को टीएसएच लेवल का टेस्ट जरूर करवाना चाहिए। जब महिला के शरीर में थायराइड हार्मोन्स गड़बड़ जाते हैं तो शरीर में कई तरह के बदलाव नजर आने लगते हैं।
जैसे: उनका वजन या तो बहुत ज्यादा बढ़ने लगता है या कम होने लगता है।
पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं।
स्ट्रेस लेवल बढ़ता है और नींद कम होने लगती है। थकान रहती है।
बार -बार भूलने की समस्या
चेहरे पर खासकर ठुड्डी और अपरलिप्स पर मोटे बाल आने लगते हैं और सिर के बाल झड़ने लगते हैं।
महिलाओं को लगता है कि अब उन्हें थायराइड की समस्या हो गई है तो रोज दवाई खानी ही पड़ेगी जबकि यह एक लाइफस्टाइल रोग है इसलिए आपका हैल्दी लाइफस्टाइल इस बीमारी को कंट्रोल करने में बहुत मदद करता है। कुछ चीजें ऐसी हैं जो आपको थायराइड होने पर बिलकुल नहीं खानी जबकि कुछ चीजों को आहार में जरूर शामिल करना है। इसी के साथ कुछ देसी नुस्खे भी है जो थायराइड को कंट्रोल करने में फायदेमंद है।
चलिए आपको उन्हीं के बारे में बताते हैं, सबसे पहले जानिए आपका खान-पान कैसा होना चाहिए।
ऑयली फूड्स का सेवन कम करें।
बाहर का फास्ट-जंक और प्रिजरवेटिव फूड्स ना खाएं।
धूम्रपान एल्कोहल से दूरी बनाएं।
थायराइट रोगी क्या खाएं?
ज्यादा से ज्यादा फल सब्जियां खाएं, खासकर हरी पत्तेदार सब्जियां। उचित मात्रा में आयरन लेना इनके लिए बहुत जरूरी होता है।
आयोडीन युक्त, मिनरल्स और विटामिन से भरपूर भोजन का सेवन करें। विटामिन-ए का अधिक सेवन करें। इसके लिए आप गाजर खा सकते हैं।
नट्स में बादाम, काजू और सूरजमुखी के बीजों खाएं।
दूध और दही का सेवन अधिक करें।
साबुत अनाज खाएं जिसमें फाइबर, प्रोटीन और विटामिन्स भरपूर मात्रा में होते हैं। गेहूँ और ज्वार का सेवन करें।
कुछ देसी नुस्खे भी थायराइड को कंट्रोल में रखने में मदद करते हैं जैसेः-
हल्दी वाला दूध: रोज हल्दी वाला दूध पीएं।
लौकी: खाली पेट लौकी का जूस पीने से थायराइड रोग कंट्रोल में रहता है।
नारियल का तेल:थायरॉइड के रोगियों को कुकिंग ऑयल के रूप में नारियल तेल का इस्तेमाल करना चाहिए।
मुलेठी: मुलेठी में पाया जाने वाला प्रमुख घटक ट्रीटरपेनोइड ग्लाइसेरीथेनिक एसिड थायरॉइड कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकता है।
अश्वगंधा चूर्ण: रात को सोते समय एक चम्मच अश्वगंधा चूर्ण गाय के गुनगुने दूध के साथ लें। अश्वगंधा भी हार्मोन्स के असंतुलन को दूर करता है।
तुलसी: दो चम्मच तुलसी के रस में आधा चम्मच ऐलोवेरा जूस मिलाकर पीएं।
हरी धनिया: हरी धनिया को पीसकर एक गिलास पानी में घोल कर पिएं। इससे थायरॉइड रोग से आराम मिलेगा।
त्रिफला चूर्ण: रोज एक चम्मच त्रिफला चूर्ण का सेवन करें। यह बहुत फायदेमंद होता है।
इसके अलावा तनाव मुक्त रहें और योगासन जरूर करें। इस रोग में प्राणायाम, सूर्य नमस्कार, सर्वांगासन, हलासन, मत्स्यासन, भुजंगासन आदि काफी फायदेमंद माने जाते हैं लेकिन कोई भी देसी नुस्खा फॉलो करने से पहले एक बार डाक्टरी परामर्श जरूर लें वहीं आपका यह स्तर बढ़ गया है तो नियमित समय पर थायराइड की गोली जरूर खाएं।
पैकेज अच्छा लगा तो हमें कमेंट बॉक्स में बताना ना भूलें।