Parents Alert! बच्चे की आंखें कमजोर होने का इशारा करते हैं ये संकेत
punjabkesari.in Tuesday, Jan 25, 2022 - 02:33 PM (IST)
कोरोना महामारी के कारण लंबे समय से बच्चे घर पर ही ऑनलॉइन क्लासेज लगा रहे हैं। घर रहने से वे कोविड से तो बच रहे मगर मोबाइल फोन, लैपटॉप आदि गैजेट्स पर उनका रूझान बढ़ता ही जा रहा है। इसके कारण उनकी आंखों पर बुरा असर पड़ रहा है। ऐसे में कई बच्चे अक्सर आंखों में जलन, खुजली, दर्द आदि की शिकायत भी करते हैं। इनकी इन शिकायतों को नजरअंदाज करने की जगह पर पेरेंट्स को अलर्ट होने की जरूरत है। जी हां, ये बच्चे को चश्मा लगने के संकेत भी हो सकते हैं। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बताते हैं, जिससे आप जान सकते हैं कि आपके बच्चे को चश्मा लगाने की जरूरत है।
पढ़ने में परेशानी आना
अगर आपके बच्चे को पढ़ने में परेशानी हो तो उसे आंखों से जुड़ी कोई समस्या हो सकती हैं। उसकी आंखें ज्यादा कमजोर होने से उसे चश्मा भी लग सकता हैं। ऐसे में आप इसे नजरअंदाज करने की जगह पर उसे डॉक्टर के पास लेकर जाएं।
आंखों को मसलना
गैजेट्स का अधिक इस्तेमाल करने व बढ़ते प्रदूषण की स्थिति में आंखों से जुड़ी समस्याएं होने का खतरा रहता है। इसके कारण आपके बच्चे को आंखों में जलन, खुजली, पानी आना आदि परेशानियां हो सकती हैं। इस परिस्थिति में बच्चा अक्सर आंखें मसलने लगता है। ऐसे में अगर आपका बच्चा भी बार-बार आंखों को मसले तो ये उसकी आंखें कमजोर होने का इशारा करती हैं। ऐसे में इस बात का तुरंत समझकर किसी एक्सपर्ट की सलाह लें।
सिर दर्द रहना
लंबे समय से बच्चे घर पर ऑनलाइन स्टडी कर रहे हैं। इसके अलावा भी आजकल के बच्चे घंटों लैपटॉप, मोबाइल आदि का इस्तेमाल करते रहते हैं। इसतरह कई घंटों तक गैजेट्स का इस्तेमाल करने से भी आंखों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसके कारण सिर में दर्द की भी समस्या रहती हैं। इससे आंखों की रोशनी बेहद कमजोर होने से चश्मा लगने की नौबत भी आ सकती हैं। ऐसे में अगर आपका बच्चा सिर दर्द की शिकायत करें तो उसे तुरंत आई स्पेशलिस्ट के पास लेकर जाएं।
आंखों में थकान व दर्द की शिकायत
अगर आपका बच्चा आंखों में थकान व दर्द की शिकायत करें तो उसे तुरंत उसकी आंखों का चेकअप करवएं। हो सकता है कि उसे चश्मे की जरूरत हो।
आंखें लाल होना
वैसे तो आंखों में धूल जाने, नींद पूरी ना होने के कारण आंखें लाल हो जाती हैं। मगर बच्चे की आंखें अक्सर लाल रहे तो इसपर सतर्क हो जाएं। यह बच्चे की आंखों की रोशनी कमजोर होने के एक लक्षण हो सकता हैं। ऐसे में बिना देरी किए उसकी आंखों की जांच करवाएं।
ऐसे रखें बच्चे की आंखों का ध्यान
. लंबे समय तक बच्चे को मोबाइल, लैपटाप आदि गैजेट्स इस्तेमाल करने दें।
. उसकी डाइट में विटामिन ए व एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर चीजों शामिल करें।
. बच्चे को आंखों से जुड़ी दिक्कत ज्यादा होने पर उसे ठंडे पानी से मुंह धोने को कहें। पानी के छींटे आंखों पर मारने से भी फर्क महसूस होता है।
. बच्चे को घर पर कुछ गेम्स खिलाएं।