Women Health: मेनोपॉज के बाद हार्मोन को बैलेंस में रखते हैं ये 4 योगासन

punjabkesari.in Thursday, Oct 08, 2020 - 12:05 PM (IST)

50-55 के बाद महिलाओं को पीरियड्स आना बंद हो जाते हैं, जिसे मेनोपॉज भी कहा जाता है। यह कोई बीमारी नहीं बल्कि नैचुरल प्रोसेस है, जो महिला में होता है। हालांकि, इसके बाद महिलाओं को हार्मोनल असंतुलित जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। साथ ही मेनोपॉज के बाद महिलाओं में दिल की बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में आज हम आपको कुछ योगासनों के बारे में बताएंगे, जो मेनोपॉज के बाद हार्मोन्स को संतुलित रखने के साथ-साथ दिल की बीमारियों का खतरा भी कम करेंगे।

 

चलिए जानते हैं रजोनिवृत्ति यानि मेनोपॉज के बाद आपको कौन-कौन से आसन करने चाहिए...

सुखासन (Sukhasana)

इससे न सिर्फ मेनोपॉज के लक्षण कम होते हैं बल्कि यह आपको स्ट्रेस फ्री रखने में भी मदद करता है। साथ ही इससे मांसपेशियों में भी मजबूती आती है और आपको जोड़ों में दर्द की समस्या नहीं होती।

योग करने का तरीका

इस आसन को करने के लिए पालती मारकर बैठ जाएं। फिर अपनी पीठ सीधी रखें और आंखें बंद करें। इसके बाद अपनी हथेलियों को अपने घुटनों पर रखकर 3-4 गहरी सांस अंदर व बाहर लें।

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ताड़ासन (Mountain Pose or Tadasana)

इससे मांसपेशियों में खिंचाव आता है, जिससे दर्द व सूजन की समस्या कम होता है। साथ ही यह पेट और श्रोणि क्षेत्र को मजबूत करता है, जिससे मेनोपॉज के लक्षण कम होते हैं। इसके अलावा इससे हार्मोन्स भी बैलेंस रहते हैं।

योग करने का तरीका

इसके लिए आप अपने पैरों को एक साथ जोड़कर सीधे खड़े हो जाए। अब अपने हाथों को ऊपर की तरफ सीधा उठाएं और गहरी सांस लेते हुए आंखें बंद करें। अब धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए सामान्य स्थिति में आ जाएं।

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उत्तानासन (Uttanasana)

इससे न सिर्फ मेनोपॉज के लक्षण कम होते हैं बल्कि यह हार्मोन्स को भी संतुलन में रखता है। साथ ही यह योग दिल की बीमारियों का खतरा भी कम करता है।

योग करने का तरीका

इस योग को करने के लिए सीधे खड़े हो जाएं। फिर सांस लेते हुए अपने अपर बॉडी पार्ट को झुकाएं और पैर की उंगलियों को छूने की कोशिश करें। कुछ देर इस स्थिति में रूके लेकिन ध्याकन रहे कि आपके घुटने सीधे हो। फिर सांस छोड़ते हुए सामान्य स्थिति में वापिस आ जाए।

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सलंब सर्वांगासन (Salamba Sarvangasana)

मेनोपॉज के कारण डिप्रेशन से गुजर रही महिलाओं के लिए यह आसन बेहद फायदेमंद है। साथ ही यह शरीर में हार्मोनल परिवर्तन के कारण मूड स्विंग को कम करने में भी काफी मददगार है।

योग करने का तरीका

सिर के नीचे एक मुड़ा हुआ कंबल या पतला तकिया रखकर जमीन पर लेटे। अब सांस लेते हुए कंधों के सहारे अपने शरीर के निचले हिस्सेत यानि कमर और पैरों को जमीन से ऊपर उठाएं। पैरों को इस तरह ऊपर उठाए कि आपके घुटने चेहरे के ठीक सामने हो। अपनी कोहनी को आरामदायक स्थिति में रखें। धीरे-धीरे सांस लेते रहें और कुछ देर बाद सामान्य स्थिति में आ जाए।

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तो देर किस बात की... अगर आप भी मेनोपॉज के बाद खुद को फिट व हार्मोन्स को बैलेंस रखना चाहती हैं तो आज से इन बेहतरीन एक्सरसाइज को अपनी डेली रूटीन का हिस्सा बना लें।


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Content Writer

Anjali Rajput

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