पेट फूलना और अपच महिलाओं में सिर्फ गट प्रॉब्लम नहीं बल्कि इस गंभीर बीमारी का संकेत
punjabkesari.in Saturday, Jul 12, 2025 - 05:02 PM (IST)

नारी डेस्क: पेट फूलना, कब्ज और अपच जैसी समस्याएं महिलाओं में आम होती हैं। अक्सर लोग इसे सामान्य पेट या डाइजेस्टिव समस्या समझ कर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन कई बार ये लक्षण सिर्फ गैस्ट्रिक परेशानी नहीं बल्कि किसी गंभीर बीमारी की निशानी भी हो सकते हैं। खासकर महिलाओं में इन समस्याओं को गंभीरता से लेना बहुत जरूरी है, क्योंकि ये किसी अंतर्निहित रोग का संकेत भी हो सकते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं कि पेट फूलना, कब्ज और अपच महिलाओं में किन-किन गंभीर बीमारियों का इशारा हो सकता है और इनसे कैसे बचाव किया जा सकता है।
पेट फूलना और कब्ज: आम लेकिन गंभीर संकेत
पेट फूलना और कब्ज होना सामान्य जीवनशैली की वजह से होता है, लेकिन जब यह लगातार बना रहता है तो यह किसी गंभीर समस्या की ओर इशारा कर सकता है। महिलाओं में हार्मोनल बदलाव, तनाव और खान-पान की गलत आदतें कब्ज और गैस्ट्रिक समस्याओं को बढ़ावा देती हैं। यदि ये समस्याएं लंबे समय तक बनी रहती हैं तो यह कोलन कैंसर, इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (IBS) या डाइजेस्टिव ट्रैक्ट की अन्य गंभीर बीमारियों का लक्षण हो सकता है।
अपच और इसके कारण
अपच का मतलब है खाना ठीक से पच न पाना, जिसके कारण पेट में जलन, दर्द, भारीपन और जलन महसूस होती है। यह समस्या महिलाओं में अधिक देखने को मिलती है, क्योंकि तनाव, अनियमित खान-पान और एसिडिटी इसके मुख्य कारण होते हैं। अपच अगर बार-बार हो तो यह गैस्ट्राइटिस, अल्सर या पित्ताशय की समस्या का संकेत हो सकता है।
हार्मोनल बदलाव और पेट की समस्या
महिलाओं में मासिक धर्म, प्रेगनेंसी और मेनोपॉज के दौरान हार्मोनल बदलाव होते हैं, जो पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकते हैं। हार्मोनल असंतुलन के कारण पाचन क्रिया धीमी हो जाती है, जिससे कब्ज और गैस की समस्या बढ़ जाती है। इसलिए हार्मोनल इम्बैलेंस को समझना और उसका सही इलाज करवाना जरूरी है।
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गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है
अगर पेट फूलना, कब्ज और अपच के साथ वजन कम होना, बार-बार उल्टी, खून आना या बहुत ज्यादा कमजोरी महसूस हो रही हो तो यह लक्षण किसी गंभीर बीमारी जैसे कि पेट का कैंसर, इंफ्लेमेटरी बॉवेल डिजीज (IBD) या पित्त की समस्या का संकेत हो सकते हैं। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
आहार में बदलाव करें
पेट की समस्याओं से बचने के लिए आहार में फाइबर युक्त भोजन जैसे हरी सब्जियां, फल और साबुत अनाज शामिल करें। जंक फूड, तली-भुनी चीजों और अधिक मसालेदार भोजन से बचें। पानी का सेवन बढ़ाएं ताकि कब्ज की समस्या दूर हो।
नियमित व्यायाम जरूरी
शारीरिक गतिविधि पेट की समस्याओं को दूर करने में मदद करती है। नियमित योग, वॉक या एक्सरसाइज से पाचन तंत्र मजबूत होता है और कब्ज, गैस जैसी समस्याएं कम होती हैं। तनाव भी पाचन तंत्र को प्रभावित करता है। मानसिक दबाव के कारण अपच और कब्ज जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। इसलिए तनाव कम करने के लिए मेडिटेशन, प्राणायाम और पर्याप्त नींद लें।
डॉक्टर से समय पर जांच कराएं
अगर पेट फूलना, कब्ज और अपच के लक्षण लगातार बने रहते हैं तो डॉक्टर से परामर्श जरूर करें। उचित जांच जैसे अल्ट्रासाउंड, एंडोस्कोपी, ब्लड टेस्ट से समस्या की सही वजह पता लगाई जा सकती है।अदरक, सौंफ, हींग और त्रिफला जैसे घरेलू उपाय पेट की समस्या में राहत देते हैं। लेकिन अगर लक्षण गंभीर हों तो घरेलू उपायों पर निर्भर न रहें।
ज्यादा देर तक पेट की समस्याओं को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। इसलिए शुरुआती लक्षणों में ही इलाज शुरू करना जरूरी है ताकि बीमारी गंभीर ना हो। पेट फूलना, कब्ज और अपच जैसी समस्याएं महिलाओं में अक्सर आम मानी जाती हैं, लेकिन ये संकेत गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की ओर भी इशारा कर सकते हैं। सही खान-पान, नियमित व्यायाम, तनाव नियंत्रण और समय पर मेडिकल जांच से इन समस्याओं से बचा जा सकता है। इसलिए पेट की किसी भी अनियमितता को हल्के में न लें और अपनी सेहत का ध्यान रखें।