Sawan 2025: सावन में जरूर करें शिव चालीसा का पाठ, मिलेंगे ये 4 खास लाभ
punjabkesari.in Sunday, Jul 13, 2025 - 11:44 AM (IST)

नारी डेस्क: सावन का महीना यानी भगवान शिव की भक्ति का सबसे पवित्र समय। आज श्रावण मास का तीसरा दिन है और देशभर में भोलेनाथ के भक्त बड़े श्रद्धा भाव से उनकी पूजा-अर्चना में लगे हुए हैं। मान्यता है कि श्रावण मास में सच्चे मन और भक्ति से भगवान शिव की आराधना करने से वे शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं और अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि श्रावण मास में भगवान शिव स्वयं पृथ्वी लोक पर निवास करते हैं। इसलिए इस महीने में शिवजी की तपस्या, प्रार्थना, रुद्राभिषेक और भजन-कीर्तन करना अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है। श्रद्धालु मंदिरों में बेलपत्र, जल, दूध और भांग चढ़ाकर भोलेनाथ को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं।
शिव चालीसा का पाठ: सरल उपाय, बड़ा फल
श्रावण मास में प्रतिदिन शिव चालीसा का पाठ करना अत्यंत लाभकारी माना गया है। यह न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से लाभ देता है, बल्कि मानसिक और शारीरिक शांति भी प्रदान करता है। अगर आप नियमित रूप से शिव चालीसा का पाठ करते हैं, तो आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आ सकते हैं।
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शिव चालीसा पाठ के 4 बड़े लाभ
साहस में वृद्धि और भय से मुक्ति: शिव चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति का मनोबल बढ़ता है। उसके भीतर आत्मविश्वास आता है और वह हर प्रकार के डर, शंका और भय से मुक्त हो जाता है। यह पाठ अंदर से मज़बूत बनाता है और कठिन परिस्थितियों में भी व्यक्ति डटकर खड़ा रह सकता है।
मानसिक शांति और तनाव से राहत: जो लोग मानसिक तनाव या चिंता से जूझ रहे हैं, उनके लिए शिव चालीसा का नियमित पाठ अमृत के समान है। इससे मन शांत होता है और जीवन में संतुलन बना रहता है। भगवान शिव को 'आशुतोष' कहा जाता है यानी जो थोड़े से भक्ति से ही प्रसन्न हो जाते हैं। उनका स्मरण करने से मन को गहराई से शांति मिलती है।
रोगों से छुटकारा: मान्यता है कि अगर कोई व्यक्ति किसी रोग से पीड़ित है, और वह नियमित रूप से सच्चे मन से शिव चालीसा का पाठ करता है, तो उसे रोगों से मुक्ति मिल सकती है। यह पाठ शरीर और आत्मा दोनों को स्वस्थ करने में सहायक होता है।
आर्थिक समस्याओं का समाधान: शिव चालीसा का पाठ करने से न सिर्फ शिवजी की कृपा मिलती है, बल्कि देवी लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं। जिससे घर में सुख-शांति, समृद्धि और धन-धान्य में वृद्धि होती है। अगर आप आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं, तो शिव चालीसा आपके लिए एक सरल और प्रभावी उपाय हो सकता है।
सावन में अबूझ मुहूर्त: भगवान शिव की पूजा का श्रेष्ठ समय
श्रावण मास को 'अबूझ मुहूर्त' कहा जाता है, यानी किसी भी शुभ काम के लिए यह समय बेहद शुभ माना जाता है। इस दौरान बिना किसी विशेष मुहूर्त देखे भी विवाह, पूजा-पाठ, व्रत या अन्य धार्मिक कार्य किए जा सकते हैं। अगर आप चाहते हैं कि भोलेनाथ की कृपा सदा आपके ऊपर बनी रहे, तो सावन के इन पवित्र दिनों में शिव चालीसा का पाठ जरूर करें।
श्रावण मास सिर्फ एक महीना नहीं, बल्कि शिव भक्ति का पर्व है। इसमें की गई पूजा, आराधना और शिव चालीसा का पाठ आपके जीवन में चमत्कारी रूप से सकारात्मक बदलाव ला सकता है। भोलेनाथ की कृपा से न केवल मनोकामनाएं पूरी होती हैं बल्कि जीवन के तमाम कष्ट भी दूर हो सकते हैं।