खुल गया ताजमहल के तहखाने का राज, जानिए क्यों बंद रखे गए हैं 22 कमरे
punjabkesari.in Tuesday, Apr 08, 2025 - 06:46 PM (IST)

नारी डेस्क: ताजमहल, जो दुनिया के सात अजूबों में शामिल है और भारत की शान माना जाता है सिर्फ एक सुंदर इमारत नहीं बल्कि रहस्यों से भरा हुआ खजाना भी है। यह सफेद संगमरमर से बनी इमारत हर साल लाखों सैलानियों को आकर्षित करती है जो दूर-दूर से इसे देखने आते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ताजमहल के भीतर एक ऐसा तहखाना है जिसे लंबे समय से बंद रखा गया है? इस तहखाने में 22 कमरे हैं, जिन्हें आम लोगों से छिपाकर रखा गया है। आइए जानते हैं कि आखिर क्यों इन कमरों को बंद किया गया है और इनका क्या रहस्य है।
22 कमरे क्यों बंद रखे गए हैं?
संगमरमर को खतरा
ताजमहल का निर्माण सफेद संगमरमर से हुआ है, और इस संगमरमर पर कार्बन डाइऑक्साइड का असर पड़ सकता है। यदि इन 22 कमरों को बार-बार खोला जाता है या यहां आवाजाही होती है, तो इससे ताजमहल की संरचना पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। खासकर नमी और हवा के प्रभाव से संगमरमर की चमक खत्म हो सकती है, जिससे ताजमहल की सुंदरता और मजबूती को नुकसान पहुंच सकता है।
दीवारों की मजबूती की सुरक्षा
तहखाने की दीवारें बहुत पुरानी हैं और इनकी संरचना को बनाए रखना जरूरी है। बार-बार इन कमरों को खोलने से इन दीवारों की मजबूती कमजोर हो सकती है, जिससे इमारत के पूरे ढांचे पर प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए इन कमरों को बंद रखा जाता है ताकि ताजमहल की संरचना सुरक्षित रहे।
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संरक्षण कार्य
इन कमरों की देखरेख और मरम्मत का कार्य सिर्फ भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा किया जाता है। किसी भी बाहरी व्यक्ति को यहां प्रवेश की इजाजत नहीं होती है। इसके पीछे मुख्य उद्देश्य ताजमहल को संरक्षित रखना है, ताकि समय के साथ इसकी हालत खराब न हो।
ताजमहल का तहखाना क्या है?
ताजमहल के नीचे एक लंबा तहखाना स्थित है, जिसमें 22 अलग-अलग कमरे हैं। यह तहखाना मुख्य इमारत के पीछे की ओर है और इसे आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है। इन कमरों में कोई नियमित आवाजाही नहीं होती और न ही पर्यटकों को इसके बारे में कोई जानकारी दी जाती है।
आखिरी बार कब खोला गया था तहखाना?
इतिहास के अनुसार, ताजमहल के तहखाने को आखिरी बार 1934 में खोला गया था। उसके बाद से, यह सिर्फ भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के निरीक्षण और मरम्मत के समय ही खोला जाता है। आम जनता को इन कमरों में प्रवेश की अनुमति नहीं है, क्योंकि यह ताजमहल की संरचना और सुरक्षा के लिए आवश्यक है।
इन कमरों के बारे में लोगों की सोच
कई बार सोशल मीडिया और कुछ लेखों में यह दावा किया गया है कि इन कमरों में ऐतिहासिक रहस्य छिपे हुए हैं या कुछ ऐसा रखा गया है जिसे सरकार दुनिया से छिपाना चाहती है। हालांकि, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) और विशेषज्ञों ने हमेशा यह स्पष्ट किया है कि ऐसा कुछ भी नहीं है। ये कमरे सिर्फ पुरातात्विक सुरक्षा और संरक्षित करने के उद्देश्य से बंद रखे गए हैं।
क्या इन कमरों को कभी खोला जाएगा?
फिलहाल, इन 22 कमरों को खोलने की कोई योजना नहीं है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) का मानना है कि इनकी स्थिति को इस समय जस का तस बनाए रखना ही बेहतर है। हालांकि, भविष्य में यदि तकनीकी रूप से इतना विकास हो जाए कि बिना नुकसान पहुंचाए इन कमरों को खोला जा सके, तो शायद इन कमरे को फिर से आम लोगों के लिए खोला जा सकता है।
डिस्कलेमर: यह लेख आपको केवल जागरूक करने के लिए लिखी गई है, नारी इसकी पुष्टि नहीं करता है।