कुदरत का करिश्मा: रेगिस्तान पर हुई बर्फबारी, लाल की जगह सफेद हो गई यहां की धरती
punjabkesari.in Thursday, Nov 07, 2024 - 05:50 PM (IST)
नारी डेस्क: रेगिस्तान में आप आखिरी चीज क्या ढूढ़ना चाहेंगे? तेज़ बारिश, ठंडी जलवायु या फिर सर्दियों की बर्फ़बारी ये सब सच में हुआ सऊदी अरब के रेगिस्तान में जो इस समय बर्फ से ढका हुआ है। यह नजारा देख लोग खुश हाेनेके साथ- साथ हैरान भी हैं। ऐसे में सभी जानना चाहते हैं कि ये चमत्कार आखिर हुआ कैसे।
Snow in Saudi Arabia pic.twitter.com/ZLWHayKztT
— Yisrael official 🇮🇱 🎗 (@YisraelOfficial) November 5, 2024
रेगिस्तान में बर्फबारी की तस्वीरें सोशल मिडिया पर काफी ज्यादा वायरल हो रही हैं। रेत के टीलों से लेकर बर्फ की चोटियों तक सऊदी अरब में पिछले हफ़्ते से मौसम का असामान्य दौर चल रहा है। पिछले बुधवार को सऊदी अरब के अल-जौफ़ क्षेत्र के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के साथ-साथ भारी मात्रा में ओले गिरे, उसके बाद उत्तरी सीमा, रियाद और मक्का क्षेत्र में भी बारिश हुई।
सोमवार को अल-जौफ़ के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हुई, जिससे स्थानीय लोग हैरान रह गए और सोशल मीडिया पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आईं। विज़ुअल में कुछ ओले गिरते हुए दिखाई दे रहे हैं जो सड़कों और घाटियों को ढक रहे हैं। कुछ लोगों ने यह भी दावा किया कि तूफान ने क्षेत्र में झरने और बर्फ की नदियां बना दी हैं।
सोशल मिडिया पर कई यूजर्स का कहना है कि दुनिया का आखिरी समय आ गया। वहीं कुछ लोगों का मानना है ये सब गोलबल वार्मिंग का प्रभाव है। यूएई के राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (एनसीएम) का कहना है कि इन असामान्य ओलावृष्टि का कारण अरब सागर से ओमान तक फैला एक कम दबाव वाला सिस्टम है। इस मौसम पैटर्न ने नमी से भरी हवा को ऐसे क्षेत्र में ला दिया है, जो आमतौर पर शुष्क रहता है। इसके कारण सऊदी अरब और पड़ोसी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में गरज के साथ बारिश, ओले और तूफान आ रहे हैं।
एनसीएम ने आने वाले दिनों में अल-जौफ के अधिकांश हिस्सों में संभावित गरज के साथ तूफान के बारे में चेतावनी जारी की है।बता दें कि कुछ साल पहले ही सहारा रेगिस्तान के एक शहर में तापमान -2 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था, जिसकी वजह से बर्फबारी हुई थी। रेगिस्तानी इलाकों में बर्फबारी के पीछे वैज्ञानिक अक्सर जलवायु परिवर्तन ही देखते हैं।