मनचाही मुराद पाने के लिए इन 8 चीजों से करें भोलेनाथ का रुद्राभिषेक, सावन की ये तिथियां हैं शुभ
punjabkesari.in Thursday, Jul 10, 2025 - 05:57 PM (IST)

सावन महीना भगवान शिव की कृपा पाने का विशेष अवसर होता है। इस दौरान किया गया रुद्राभिषेक विशेष फलदायी और मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाला माना जाता है। सावन शिवरात्रि और सावन के सोमवारों पर रुद्राभिषेक करने से जीवन में आ रहे सभी संकट दूर होते हैं और शिवजी की कृपा से सुख-समृद्धि प्राप्त होती है। इन पवित्र सामग्रियों से अभिषेक करके आप अपने जीवन में चमत्कारी बदलाव ला सकते हैं।
इन चीजों से करें रुद्राभिषेक
गंगाजल: शिवजी को गंगाजल अत्यंत प्रिय है, इससे रुद्राभिषेक करने पर सारे पाप नष्ट हो जाते हैं।
कच्चा दूध: दूध से रुद्राभिषेक करने से मां लक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है।
शहद: यह मन को शुद्ध करता है और संबंधों में मिठास लाता है।
दही : दही से रुद्राभिषेक करने से मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है और वंश वृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
घी: घी से शिव का अभिषेक करने पर स्वास्थ्य और ऊर्जा मिलती है।
शक्कर/चीनी: शक्कर जीवन में मिठास और आर्थिक उन्नति लाती है।
नारियल पानी: यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और शारीरिक और मानसिक समस्याओं से मुक्ति दिलाता है

सावन में रुद्राभिषेक करने के लाभ
- मानसिक शांति और तनाव से मुक्ति
-दांपत्य जीवन में सुधार
-नौकरी, व्यवसाय में सफलता
- रोगों से छुटकारा
-आध्यात्मिक उन्नति
- पितृ दोष और कालसर्प दोष की शांति
रुद्राभिषेक करने के नियम
रुद्राभिषेक (Rudrabhishek) करते समय शिवलिंग उत्तर दिशा में होना शुभ माना जाता है और जो लोग रुद्राभिषेक कर रहे हैं उनका मुंह पूर्व दिशा की तरफ होना अच्छा रहता है। सबसे पहले श्रृंगी में गंगाजल डालकर शिवलिंग पर अर्पित किया जाता है। इस दौरान ओम् नम: शिवाय मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र, शिव तांडव स्तोत्र का जाप करना शुभ माना गया है। शिवलिंग पर गंगाजल अर्पित करने के बाद दूध, दही, घी, शहद, गन्ने का रस, सरसों का तेल, इत्र भगवान भोलेनाथ को अर्पित करें. रुद्राभिषेक के दौरान शिवमंत्रों का जाप करना चाहिए।
सावन में रुद्राभिषेक के लिए शुभ तिथियां
पंचांग के अनुसार, सावन के सभी सोमवार, सावन मास की शिवरात्रि, सावन मास में प्रदोष व्रत, नाग पंचमी पर महादेव का रुद्राभिषेक विशेष फलदायी माना जाता है.
सावन का पहला सोमवार – 14 जुलाई
सावन का दूसरा सोमवार – 21 जुलाई
सावन का तीसरा सोमवार – 28 जुलाई
सावन का चौथा सोमवार – 4 अगस्त