ये है बच्चे की आंखें खोलकर सोने की वजह, पेरेंट्स हो जाएं सतर्क
punjabkesari.in Monday, Jul 08, 2024 - 09:51 AM (IST)
नारी डेस्क: नवजात बच्चा बहुत ही कोमल और नाजुक होता है। उनका खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। नए पैरेंट्स को बच्चे की कई ऐसा आदतें देखने को मिलेंगी जो सामान्य नहीं है। कई बार उन्हें समझ ही नहीं आता की बच्चे को कैसे संभालें। इन्हें में से एक होता है बच्चा का आंख खोलकर सोना। वैसे तो ये छोटे बच्चों में आम बात है, लेकिन पैरेंट्स को ये परेशान कर सकता है। अगर आप भी इन्हीं में से एक हैं तो चलिए आपको इसकी वजह बता देते हैं।
आनुवांशिक
कई सारी स्टडीज में ये बात सामने आई है कि बच्चे का आंखें खोलकर सोने की आदत अपने पैरेंट्स से ही आती है। ये Hereditary यानी की आनुवांशिक होता है। अगर पैरेंट्स में से किसी एक को ये आदत है तो बच्चे में भी ये आदत आने के chances होते हैं।
रैपिड आई मूवमेंट
ये एक पिड आई मूवमेंट स्लीप बिहेवियर डिसऑर्डर भी हो सकता है। कभी- कभी बच्चों में ये स्थिति लंबे समय तक रह सकती है। इसमें वो सपने में कुछ गतिविधियां कर रहे होते हैं, जिसके कारण उनकी आंखें खुली रहती हैं।
बेल्स पाल्सी
ये एक तरीकी की बीमारी है जिसमें बच्चे के चेहरे की आधी मांसपेशियां कमजोर होती हैं। जिसकी वजह से बच्चे को आंखों की पलकों को खोलने और बंद करने में काफी परेशानी होती है।
कोशिकाओं में पानी की कमी
एनसीबीआई की एक स्टडी की मानें तो शरीर की कोशिकाओं में पानी की कमी की वजह से उनकी पलकें सिकुड़ जाती है। इस वह से सोते समय आंखों को बंद करने में दिक्कत आती है और बच्चों की आंखें खुली नजर आती है।
यूरोफेशियल सिंड्रोम
इसके अलावा अगर बच्चा यूरोफेशियल सिंड्रोम का शिकार है, तब भी ये लक्षण दिखाई दे सकता है। ये सिंड्रोम चेहरे में असामान्यताओं की वजह से होता है और ऐसे में बच्चों को सोते समय आंखें बंद करने में तकलीफ होती है।
इस समस्या से ऐसे पाएं छुटकारा
- बच्चा जब सो रहा है तो हल्के से उसकी पलकें बंद करने की कोशिश करें।
- आंखों में नमी बनाएं रखने के लिए आंखों के ड्रॉप का इस्तेमाल करें।
- अगर बच्चा 18 महीने के बाद भी तक ऐसे ही सोता है तो उसे डॉक्टर को जरूर दिखाएं।