हैवानियत पर उतरे लोग: 17 साल की नाबालिक के साथ किया 4 साल तक किया दुष्कर्म और फिर...
punjabkesari.in Tuesday, Jan 19, 2021 - 05:29 PM (IST)
भारत की बेटियां भले ही चांद को छू रही हो लेकिन देश में उनकी इज्जत-आबरू अभी भी सुरक्षित नहीं है। आए दिन लड़कियों के साथ बलात्कार, घरेलू हिंसा, छेड़छाड़ के मामले सामने आ जाते हैं। हाल ही में केरल से भी ऐसी ही शर्मनाक मामला सामने आया है जहां एक 17 साल की एक नाबालिक के साथ पिछले 4 सालों से यौन शोषण होता आ रहा है।
4 साल से 44 आरोपी कर रहे थे यौन शोषण
दरअसल, निर्भया केंद्र में चल रही काउंसलिंग के दौरान पीड़िता ने खुलासा करते हुए कहा है, बीते कुछ महीनों से 44 लोग उसका यौन शोषण कर रहे हैं। पुलिस ने मलप्पुरम जिले, पल्लक्कड़ में 44 आरोपियों के खिलाफ नाबालिक के साथ बलात्कार करने और छेड़छाड़ के 32 केस दर्ज किए है।
पीड़िया ने बयां किया अपना दर्द
नाबालिग पीड़िता ने बताया कि साल 2016 में 13 साल की उम्र में उसके साथ पहली बार बलात्कार किया था। फिर उसके एक साल बाद दूसरी बार उसका रेप हुआ, जिसके ये सिलसिला 4 साल तक चलता रहा। मामले की छानबीन कर रहे एक इंस्पेक्टर मोहम्मद हनीफ ने बताया कि बच्ची चाइल्ड होम से निकलने के बाद लापता हो गई थी, जिसके बाद वह दिसंबर में केरल के पलक्कड़ जिले से मिली।
कई आरोपियों की हो चुकी है गिरफ्तारी
हालांकि इनसे कई आरोपी अभी भी फरार है और अब तक सिर्फ 20 को गिरफ्तार किया गया है। 24 आरोपी की तलाश अभी की जा रही है और बाकी आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं, जिनके खिलाफ मुकदमा किया जा रहा है।
केरल में रेप के आंकड़े उठा रहे कई सवाल
बता दें कि बीते कुछ दिनों में केरल से सबसे ज्यादा बलात्कार के मामले सामने आए हैं। NCRB की रिपोर्ट के मुताबिक, 100% शिक्षित आबादी वाला राज्य केरल रेप के मामले में दूसरे स्थान पर हैं। यहां प्रति लाख आबादी पर 11.1 महिलाओं के साथ बलात्कार के मामले दर्ज किए गए हैं जबकि इसके बाद 15.9 की दर से राजस्थान इस लिस्ट में पहले नंबर पर है।
देश के लिए यह बेहद शर्मनाक बात है कि एक और जहां महिलाओं के सशक्तिकरण की बात की जा रही हैं वहीं दूसरी और ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं। ऐसे मामले को देखकर तो यही लगता है कि समाज में छिपे इन भेड़ियों को अब ना तो पुलिस और ना ही कानून का कोई डर रह गया है। अगर महिलाओं के साथ होने वाले अपराध ऐसे ही सामने आते रहे तो वो दिन दूर नहीं माता-पिता ऐसी घटनाओं से डरकर बेटियों को कोख में ही मारने लगेंगे।