सिर्फ काटने से नहीं, पंजा मारने से भी हो सकता है रेबीज? तुरंत करें ये 5 काम
punjabkesari.in Wednesday, Jul 16, 2025 - 04:23 PM (IST)

नारी डेस्क: कुत्ते के काटने से रेबीज जैसी घातक बीमारी का खतरा होता है, यह बात सभी जानते हैं। लेकिन हाल ही में सोशल मीडिया और मेडिकल फोरम्स पर एक सवाल लगातार पूछा जा रहा है क्या कुत्ते के पंजा मारने या खरोंच देने से भी रेबीज हो सकता है? विशेषज्ञों के मुताबिक, जवाब है हां, लेकिन कुछ शर्तों के साथ।
सिर्फ खरोंच से रेबीज नहीं, पर पूरी तरह सुरक्षित भी नहीं
रेबीज वायरस आमतौर पर संक्रमित कुत्ते की लार के जरिए फैलता है। अगर कुत्ते के पंजा मारने के दौरान उसके नाखून पर लार मौजूद हो, और वो खरोंच त्वचा को गहराई तक छू जाए, तो संक्रमण का खतरा हो सकता है। वहीं अगर नाखून पर कोई लार नहीं है और खरोंच सतही है, तो खतरा बेहद कम होता है।
बेहद दुखद हादसा: जिस पिल्ले को बचाया, उसी ने काटा...कबड्डी खिलाड़ी गोल्ड मेडलिस्ट की रेबीज से मौत#Bulandshahr #KabaddiPlayer #DogBite #BrijeshSolanki #UttarPradesh pic.twitter.com/VtXHihYa7t
— Nari (@NariKesari) July 3, 2025
कब बढ़ जाता है खतरा?
संक्रमण का खतरा तब बढ़ जाता है जब खरोंच इतनी गहरी हो कि खून निकल आए, या अगर वह कुत्ता आक्रामक व्यवहार कर रहा हो और रेबीज के लक्षण दिखा रहा हो जैसे झाग आना, पानी से डरना, या अचानक हिंसक हो जाना। साथ ही अगर खरोंच के बाद घाव को तुरंत साफ नहीं किया गया हो, तब भी संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ सकता है।
क्या करें अगर कुत्ता पंजा मार दे?
स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि यदि कुत्ते ने पंजा मारा है और त्वचा छिल गई है या खून निकला है, तो सबसे पहले उस घाव को बहते पानी और साबुन से कम से कम 15 मिनट तक अच्छी तरह धोएं। इसके बाद एंटीसेप्टिक जैसे बिटाडीन या डिटॉल लगाएं। इसके बाद बिना देर किए नजदीकी अस्पताल जाएं और डॉक्टर से राय लें।
वैक्सीन कब लगवानी चाहिए?
यदि कुत्ता आवारा है, या उसका टीकाकरण इतिहास ज्ञात नहीं है, तो डॉक्टर आमतौर पर एंटी-रेबीज वैक्सीन (ARV) लेने की सलाह देते हैं। वैक्सीन लेना एक एहतियाती कदम होता है, जो किसी भी संभावित संक्रमण को फैलने से पहले रोक देता है।
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कैसे करें बचाव?
पालतू कुत्तों का समय-समय पर टीकाकरण बेहद जरूरी है। इसके साथ ही बच्चों और बड़ों को यह सिखाना चाहिए कि किसी भी अजनबी कुत्ते से दूरी बनाए रखें और उन्हें अचानक छेड़ने से बचें। यदि किसी भी प्रकार की खरोंच हो, तो उसे हल्के में न लें और तुरंत उपचार करें।
विशेषज्ञों की राय
रेबीज विशेषज्ञ डॉ. मुकेश कुमार के अनुसार, "रेबीज होने पर इलाज नहीं के बराबर है, लेकिन यदि समय रहते सही कदम उठा लिया जाए तो इसे पूरी तरह रोका जा सकता है। केवल खरोंच को नजरअंदाज करना घातक हो सकता है। बेहतर है कि सतर्क रहें और घाव की उचित सफाई व मेडिकल जांच जरूर कराएं।"
कुत्ते के पंजा मारने से रेबीज का खतरा बहुत कम जरूर है, लेकिन यह पूरी तरह नकारा नहीं जा सकता। यदि खरोंच गहरी हो या लार के संपर्क में आई हो, तो डॉक्टर से परामर्श लेना और वैक्सीन लेना एक समझदारी भरा फैसला होगा।
सावधानी ही सुरक्षा है किसी भी जानवर से लगी खरोंच को नजरअंदाज न करें।