प्रेगनेंसी के दौरान इन ब्यूटी प्रोडक्ट से बना लें दूरी, नहीं तो बच्चे को हो सकता है खतरा
punjabkesari.in Wednesday, Oct 26, 2022 - 03:32 PM (IST)
महिला जब गर्भवती होती है, तो उसके शरीर में बड़े हॉर्मोनल चेंज होते हैं। ये उनकी स्किन पर भी असर डालता है और उसे ज्यादा सेंसेटिव बना देता है। यही वजह है कि कई महिलाएं इस दौरान ऐक्ने, पिगमेंटेशन, ड्राई स्किन जैसी समस्याओं का सामना करती हैं। इसके लिए उन्हें डॉक्टर की सलाह पर अलग-अलग प्रॉडक्ट्स दिए जाते हैं। ये वो क्रीम्स होती हैं, जो महिला या उसके बच्चे पर असर डाले बगैर स्किन प्रॉब्लम्स को ठीक कर सके। दरअसल, ब्यूटी प्रॉडक्ट्स में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो गर्भवती महिला और उनके भ्रूण के लिए नुकसानदेह साबित हो सकते हैं।
आइए जानते हैं प्रेग्नेंसी के दौरान किन ब्यूटी प्रॉडक्ट्स का नहीं करना चाहिए इस्तेमाल।
एंटीएजिंग क्रीम
चेहरे की सुंदरता को बढ़ाने वाल एंटीएजिंग और दाग-धफ्बे हटाने वाली क्रीम का इस्तेमाल प्रेग्नेंसी के दौरान बिल्कुल भी ना करें। इसके अंदर रेटिनोइडस नामक सामग्री मिलायी जाती है, जिसे त्वचा में विटामिन ए की कमी को पूरी करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, यह भ्रूण के लिए हानिकारक होता है। इसलिए प्रेग्नेंसी के दौरान जिस क्रीम में रेटिन-ए, रेनोवा, डिफरिन, टेजोरेक जैसे रेटिनोठ्स हों उनका इस्तेमाल बिलकुल भी ना करें।
तेज खुशबू वाले प्रॉडक्ट्स
गर्भावस्था के समय तेज खुशबू वाले डियोडरेंट, परफ्यूम, और बॉडी लोशन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इन्हें बनाने में फाथालेट्स जैसे कैमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। जब आप अपने शरीर पर परफ्यूम और डियोडरेंट्स को छिड़कती हैं, तो यह त्वचा के अंदर से बच्चे तक पहुंचकर उसे नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसी वजह से गर्भावस्था के दौरान इन चीजों का भूलकर भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
एक्ने क्रीम
आप मां बनने वाली हैं और उस दौरान आपके चेहरे पर पिंपल्स हो गये हों, तो उन्हें हटाने के लिए एक्ने क्रीम का इस्तेमाल ना करें अन्यथा इसकी वजह से आपके अजन्मे बङ्चे पर नकाराण्मक प्रभाव पड़ सकता है। कुछ कंपनियां एक्ने क्रीम बनाते समय उसमें सैलिसिलिक एसिड का प्रयोग करती हैं, जिसे प्रेग्नेंसी के दौरान लगाना मना है।
फेयरनेस क्रीम
चेहरे और त्वचा को गोरा बनाने वाली क्रीम बनाते समय उसमें हाइड्रोक्यूनोन नामक कैमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। यह शरीर के एंजाइम को नियंत्रित करके त्वचा को ब्लीच करती है। यह क्रीम 35 से 45 प्रतिशत तक शरीर के अंदर समा जाती है, जो कि बच्चे के पूर्ण विकास को बाधित करती है। गर्भावस्था के दौरान और बच्चे को दूध पिलाते समय त्वचा को गोरा बनाने वाले किसी भी उत्पाद को शरीर पर नहीं लगाना चाहिए।