300 फीट की ऊंचाई से गिरने के बाद भी राजा रघुवंशी की नहीं टूटी एक भी हड्डी, ये चमत्कार या फिर...
punjabkesari.in Monday, Jun 16, 2025 - 01:42 PM (IST)

नारी डेस्क: राजा रघुवंशी की हत्या ने उस समय नया मोड़ ले लिया जब उनके परिवार के सदस्यों ने उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी और उनके कथित साथियों द्वारा दिए गए बयानों पर गंभीर सवाल उठाए। राजा के परिवार ने नार्को टेस्ट की जोरदार अपील करते हुए कहा कि जांच के दौरान उनके व्यवहार से संदेह पैदा हुआ है। क्योंकि रघुवंशी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने सुलझी हुई गुत्थी को फिर उलझा दिया है।
यहां से फेंका गया था शव
दरअसल आरोपियों ने दावा किया था कि उन्होंने राजा के शव को शिलांग से 60 किलोमीटर दूर सोहरा के कुनोनग्रिम इलाके में 300 फीट गहरी खाई में फेंका था। प पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शव पर कोई फ्रैक्चर नहीं मिला है। आमतौर पर, इतनी ऊंचाई से गिरने पर हड्डियां टूट जाती हैं। इसलिए पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या हत्या कहीं और की गई और शव को यहां आकर रख दिया हो।
नार्को टेस्ट की उठी मांग
राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने आरोपियों पर नार्को टेस्ट की अपील करते हुए कहा- "जिस तरह से सोनम और राज पुलिस को गुमराह कर रहे हैं, वह चौंकाने वाला है। नार्को टेस्ट होने के बाद पता चलेगा कि सोनम इस मामले में कितना झूठ बोल रही है। जिस तरह से सभी आरोपी झूठ बोल रहे हैं, उससे लगता है कि उन्हें हत्या के बारे में और भी बहुत कुछ पता है... उदाहरण के लिए, राज का दावा है कि सोनम पिछले तीन सालों से गोविंद और उसे राखी टाइप कर रही है। क्या उसकी मां को यह नहीं पता? पुलिस को उसके माता-पिता से पूछताछ करने की जरूरत है। आप सभी ने मीडिया और पुलिस से यह क्यों छिपाया?"
इंदौर में होगा कैंडल मार्च
इस बीच, राजा के भाई सचिन रघुवंशी ने परिवार के दुख और न्याय के लिए उनके दृढ़ रुख को व्यक्त करते हुए इंदौर में कैंडल मार्च का नेतृत्व किया। उन्होंने कहा- "राजा को न्याय दिलाने के लिए मैं दुनिया में कहीं भी जाऊंगा... यह कैंडल मार्च इसलिए आयोजित किया गया है ताकि राजा की आत्मा को शांति मिले..."। मेघालय पुलिस के अनुसार, सोनम रघुवंशी और चार अन्य राजा रघुवंशी की हत्या में शामिल थे, जो पहले लापता हो गए थे।