2025 में फिर लौट आया Corona, नया वेरिएंट बना चिंता का कारण
punjabkesari.in Wednesday, Apr 16, 2025 - 11:45 AM (IST)

नारी डेस्क: दुनिया ने जब सोचा कि अब कोरोना का खतरा टल चुका है तभी यह खतरनाक वायरस एक बार फिर से चर्चा में आ गया है। इस बार इसकी नई लहर ने ब्रिटेन में लोगों को चौंका दिया है। वहां इन्फेक्शन के मामलों में तेजी आ रही है और नया वेरिएंट लोगों को संक्रमित कर रहा है। डॉक्टर और वैज्ञानिक इस स्थिति को लेकर काफी सतर्क हैं।
ब्रिटेन में कोरोना के नए मामले, आंकड़े चौंकाने वाले हैं
2025 की शुरुआत में ब्रिटेन में कोरोना संक्रमण दर (पॉजिटिविटी रेट) सिर्फ 2.2% थी। लेकिन अप्रैल के पहले हफ्ते तक यह आंकड़ा दोगुना होकर 4.5% पर पहुंच गया। इतना ही नहीं, अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में भी 7% की बढ़ोतरी हुई है। इसका सीधा मतलब है कि कोरोना संक्रमण फिर से तेज़ी पकड़ रहा है और लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
संक्रमण बढ़ने की क्या है वजह?
डॉक्टरों का मानना है कि इस बार कोरोना संक्रमण बढ़ने का एक बड़ा कारण लोगों की कमजोर होती इम्यूनिटी यानी इम्यून सिस्टम है। सर्दियों के मौसम में लोग ज्यादातर समय घरों के अंदर रहते हैं। इससे ताज़ी हवा और धूप से संपर्क कम हो जाता है और शरीर की इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है। यही कारण है कि वायरस शरीर को जल्दी जकड़ लेता है।
डॉक्टर सुजैन वायली के अनुसार कोरोना का यह नया वेरिएंट ब्रिटेन में तेजी से फैल जरूर रहा है, लेकिन फिलहाल डरने की नहीं बल्कि सतर्क रहने की ज़रूरत है। इस वेरिएंट के लक्षण पहले जैसे ही हैं मतलब कुछ नया या अजीब लक्षण सामने नहीं आया है। लेकिन लोगों को पहले से ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। डॉक्टरों का कहना है कि वैक्सीन और बूस्टर डोज अब भी इस वायरस से बचाव में बहुत कारगर हैं।
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रिसर्च में सामने आई सच्चाई
वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना वायरस अब भी मौजूद है और लोगों को संक्रमित कर रहा है। लेकिन अब के मुकाबले लोग पहले से ज्यादा जागरूक हो चुके हैं। प्रोफेसर स्टीव ग्रिफिन के अनुसार, लोगों में मास्क पहनने, हाथ धोने और दूरी बनाए रखने जैसी आदतें अब भी बनी हुई हैं। जो लोग अब तक बूस्टर डोज नहीं लगवा पाए हैं, उन्हें जल्द से जल्द यह डोज ले लेनी चाहिए ताकि वे खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकें।
कोरोना के लक्षण क्या हैं?
बुखार या ठंड लगना, लगातार सूखी खांसी, सांस लेने में तकलीफ, गले में खराश, सिर दर्द या बदन दर्द, स्वाद या गंध का चले जाना, इन लक्षणों में से कोई भी लक्षण दिखने पर टेस्ट करवाना और आइसोलेशन में जाना जरूरी है।
कैसे करें कोरोना से बचाव? अपनाएं ये आसान उपाय
हमेशा मास्क पहनें, खासकर भीड़भाड़ वाले इलाकों में।
भीड़भाड़ और बंद जगहों से दूर रहने की कोशिश करें।
हाथों को बार-बार साबुन से धोएं या सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
साफ और उबला हुआ पानी पिएं।
बाहर का खाना खाने से बचें।
सार्वजनिक स्थानों पर जाते समय अतिरिक्त सावधानी बरतें।
संक्रमित महसूस हो तो क्या करें?
अगर किसी को जुकाम, खांसी या गले में खराश जैसी समस्याएं महसूस हों तो सबसे पहले खुद को आइसोलेट करें। फौरन कोरोना टेस्ट करवाएं और जब तक रिपोर्ट नेगेटिव न आ जाए, तब तक दूसरों के संपर्क में न आएं। खासकर बच्चे, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं इस वायरस से जल्दी संक्रमित हो सकते हैं, इसलिए उन्हें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।
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क्या भारत में भी बढ़ सकता है खतरा?
फिलहाल कोरोना का यह नया मामला ब्रिटेन तक सीमित है। लेकिन चूंकि यह वायरस बहुत तेजी से फैलता है, इसलिए भारत समेत अन्य देशों को भी अलर्ट रहने की जरूरत है। सरकारों को एयरपोर्ट्स पर स्क्रीनिंग और टेस्टिंग की प्रक्रिया को फिर से तेज करना चाहिए। साथ ही वैक्सीनेशन और बूस्टर डोज के लिए भी लोगों को जागरूक करना जरूरी है, ताकि स्थिति नियंत्रण में बनी रहे।