"मुझे हिंदी डायलॉग पसंद है, मैं हॉलीवुड नहीं जा रही", करीना कपूर खान Waves Summit 2025 इवेंट मे
punjabkesari.in Friday, May 02, 2025 - 01:55 PM (IST)

नारी डेस्क: मुंबई के जियो वर्ल्ड सेंटर में आयोजित वेव्स समिट के दौरान “सिनेमा: सॉफ्ट पावर” विषय पर हुई चर्चा ने भारतीय फिल्मों की वैश्विक छवि पर ध्यान केंद्रित किया। इस पैनल चर्चा का संचालन फिल्मकार करण जौहर ने किया, जिसमें बॉलीवुड स्टार करीना कपूर खान और तेलुगु अभिनेता विजय देवरकोंडा ने भाग लिया और भारतीय सिनेमा की सांस्कृतिक भूमिका को लेकर खुलकर अपने विचार साझा किए।
करीना कपूर खान ने हिंदी सिनेमा के प्रति अपने जुड़ाव को ज़ोरदार तरीके से रखा। उन्होंने कहा, “मुझे हिंदी डायलॉग बोलना बेहद पसंद है और मैं हॉलीवुड नहीं जा रही।” उन्होंने भारतीय कहानियों की समृद्धि पर विश्वास जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को वेव्स समिट जैसी पहल के लिए धन्यवाद दिया और इसे “भारतीय कहानियों को आगे लाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम” बताया।
एक भावुक किस्सा साझा करते हुए करीना ने बताया कि विदेश यात्रा के दौरान एक प्रशंसक ने उनके दादा राज कपूर का मशहूर गाना “मेरा जूता है जापानी” हिंदी में गाया। उन्होंने कहा, “वह मेरे लिए गर्व का पल था।” एक और दिलचस्प अनुभव साझा करते हुए उन्होंने बताया, “एक विदेशी देश में एक दर्शक मेरे पास आया और पूछा – क्या आप वही लड़की हैं जो ‘तीन छात्रों’ वाली फिल्म में थी? वह ‘थ्री इडियट्स’ की बात कर रहे थे और यह मेरे लिए बेहद आश्चर्यजनक अनुभव था।” उन्होंने आगे कहा, “लोग हमारी फिल्में देख रहे हैं — और वो भी हिंदी में।”
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विजय देवरकोंडा ने सिनेमा को सांस्कृतिक चेतना का माध्यम बताते हुए कहा, “सिनेमा लोगों को उनकी संस्कृति से अवगत कराता है, इसलिए इसे सॉफ्ट पावर कहा जाता है।” कश्मीर और मसूरी में शूटिंग के दौरान के अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा, “लोग हमें पहचानते हैं और जानते हैं, क्योंकि अब हम एक-दूसरे को सिनेमा के ज़रिए जान पा रहे हैं।”
विजय ने भारतीय सिनेमा के अंतरराष्ट्रीय विस्तार की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा, “अब समय आ गया है कि हम अपनी फिल्मों का वितरण यूरोप और अमेरिका में बढ़ाएं। दक्षिण की फिल्में उत्तर भारत में और उत्तर की फिल्में दक्षिण में चल रही हैं, लेकिन अब हमें वैश्विक स्तर पर पहुंच बनानी चाहिए।” उन्होंने सिनेमा को “हमारी संस्कृति और उपलब्धियों का सबसे बड़ा मार्केटिंग टूल” बताया और कहा, “भविष्य को बेहतर बनाने के लिए अगला कदम सहयोग (collaboration) है।”
यह पैनल चर्चा इस संदेश के साथ समाप्त हुई कि भारतीय सिनेमा केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि देश की सांस्कृतिक ताकत का प्रतिनिधित्व भी करता है।