नवरात्रि में ये फूल चढ़ाना पड़ सकता है भारी,  इसे देखते ही रुठ जाएंगी माता रानी !

punjabkesari.in Friday, Oct 04, 2024 - 01:02 PM (IST)

नारी डेस्क: नवरात्रि के पावन मौके पर भक्त माता रानी को प्रसन्न करने के लिए हरसंभव कोशिश करते हैं। हालांकि कई बार जान- अनजाने में कुछ ऐसा कर देते हैं जिससे माता रानी नाराज हो सकती हैं। अगर आपको नहीं पता है तो बता दें कि माता दुर्गा को पूजा के दौरान कुछ विशेष फूल चढ़ाने से बचना चाहिए, क्योंकि वास्तु शास्त्र के अनुसार कुछ फूल देवी दुर्गा की पूजा में वर्जित माने जाते हैं। 

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इन फूलों से नाराज होती है माता रानी 

गुलाब के फूल 

माता दुर्गा की पूजा में गुलाब का फूल नहीं चढ़ाना चाहिए। इसका कारण यह है कि यह भगवान शिव और विष्णु की पूजा के लिए अधिक उपयुक्त माना जाता है।

हरसिंगार (पारिजात) 

हरसिंगार का फूल देवी की पूजा में वर्जित माना जाता है। इसे भी भगवान विष्णु के लिए उपयुक्त माना गया है।

कटे-फटे फूल

पूजा में खराब या कटे-फटे फूल चढ़ाना अपशगुन माना जाता है, इसलिए देवी को हमेशा ताजे और पूरे फूल चढ़ाने चाहिए।

केतकी का फूल 

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, केतकी के फूल को देवी और भगवान शिव की पूजा में वर्जित माना गया है।

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इन फूलों से प्रसन्न होती है माता रानी


गेंदे के फूल

यह फूल माता दुर्गा को अत्यंत प्रिय माना जाता है। विशेष रूप से पीले और नारंगी रंग के गेंदे के फूल देवी को प्रसन्न करते हैं। 

चमेली के फूल
 
चमेली के सफेद फूल पवित्रता और शांति का प्रतीक होते हैं, जो देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त करने के लिए बहुत शुभ माने जाते हैं। 

कमल का फूल

माता दुर्गा की पूजा में कमल का फूल बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह पवित्रता, ज्ञान और समृद्धि का प्रतीक होता है, और देवी को बहुत प्रिय है।


सुगंधित फूल (रजनीगंधा)
  
रजनीगंधा के फूल की सुंदरता और सुगंध माता को बहुत पसंद होती है, जिससे वातावरण भी शुद्ध और पवित्र बनता है।

दूर्वा घास और अपराजिता के फूल
 
 इनका उपयोग देवी की पूजा में किया जाता है, विशेष रूप से दूर्वा घास भगवान गणेश और माता दुर्गा को अर्पित की जाती है।


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Content Writer

vasudha

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