नहीं रही घर- घर थेपला फाफड़ा पहुंचाने वाली 'गुज्जू बेन', MasterChef India की 'बा' का 79 साल की उम्र में निधन
punjabkesari.in Tuesday, Apr 08, 2025 - 01:26 PM (IST)

नारी डेस्क: 'गुज्जू बेन' के नाम से मशहूर उर्मिला जमनादास आशेर अब इस दुनिया में नहीं रही। फेमस कुकिंग शो 'मास्टशेफ इंडिया सीजन 7' की कंटेस्टेंट रह चुकी ने 7 अप्रैल को मुंबई में 79 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। मास्टरशेफ इंडिया 2023 की फाइनलिस्ट उर्मिला अपनी आकर्षक ऊर्जा और मुस्कान, पाक कला के प्रति जुनून और प्रेरक जीवन कहानी के लिए घर-घर में मशहूर हो गई थीं। सोमवार देर रात उनके आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक भावुक पोस्ट के ज़रिए उनके निधन की खबर की पुष्टि की गई।
उर्मिला जमनादास आशेर की फोटो के साथ एक शोक संदेश शेयर क लिखा गया-, ’79 साल की उम्र में, वो साहस, खुशी और देर से खिलने वाले सपनों का प्रतीक बन गईं। उन्होंने हमें याद दिलाया कि शुरुआत करने, मुस्कुराने और प्रेरित करने में कभी देर नहीं होती। उनकी रसोई से लेकर आपके दिलों तक, उनकी गर्मजोशी, हंसी और ज्ञान ने जीवन बदल दिया। हमें उन्हें आंसुओं के साथ नहीं, बल्कि उस ताकत के साथ याद करना चाहिए जो उन्होंने हमें दिखाई। निडर होने की ताकत। पूरी तरह से प्यार करने की ताकत। खुशी से जीने की ताकत। बा की यात्रा यहीं खत्म नहीं होती – ये हर उस इंसान में जिंदा है जिसे उन्होंने छुआ, हर उस हंसी में जिसे उन्होंने शेयर किया और हर उस आत्मा में जिसे उन्होंने प्रेरित किया। हम उनकी रोशनी को आगे ले जाएंगे।’
बताया जा रहा है कि उन्हें दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, ईलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गई। उनका अंतिम संस्कार आज सुबह, 8 अप्रैल को मरीन लाइन्स के चंदन वाडी में किया गया। कई लोग उन्हें 'गुज्जू बेन और बा' के नाम से भी जानते हैं। पूरा देश कोविड19 लॉकडाउन में था और सारे काम-धंधे बंद थे, तब उर्मिला ने अपने खाना बनाने की पैशन को फोलो करते हुए, अपने पोते के साथ 'गुज्जू बेन ना नास्ता' नाम का बिजेनस शुरु किया था। उन्होंने घर पर तैयार किया हुआ गुजराती खाना डिलीवरी करना शुरु किया तो लोगों का भरपूर प्यार मिला।
मास्टशेफ में गुज्जू बेन को एक अलग पहचान मिली, शो के जज शेफ रणवीर बरार, गरिमा अरोड़ा और विकास खन्ना उनकी बनाई हुई डिश बेहद पसंद आती थी। बता दें कि उर्मिला जी ने अपनी जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव देखे थे। उनकी बेटी की सिर्फ़ 2.5 साल की उम्र में मौत हो गई। कई सालों बाद उनका एक बेटा ब्रेन ट्यूमर और दूसरा दिल की बीमारी की वजह से चल बसा। लेकिन उन्होनें कभी हार नहीं मानी और हमेशा परिवार की हिम्मत बनीं।