माधबी ने पति के सपने को बनाया अपना, बनीं फोर्स ज्वाइन करने वाली पहली शादीशुदा महिला
punjabkesari.in Wednesday, Feb 10, 2021 - 02:35 PM (IST)
आज कल बहुत से लोगों का ऐसा मानना है कि शादी के बाद लड़की का काम सिर्फ घर-परिवार और बच्चे संभालने है। वह अपनी आने वाले लाइफ और करियर पर फोकस नहीं कर पाती है लेकिन ऐसा ही हो यह जरूरी तो नहीं है क्योंकि कईं बार लड़कियों को अपने मायके में इतना सपोर्ट नहीं मिलता है जितना उनके पति और उनके ससुराल वाले उन्हें सपोर्ट करते हैं। हाल ही में कुछ ऐसा ही देखने को मिला है। ओडिशा के बारागढ़ जिले की रहने वाली माधबी महाकुर ने आज देश का नाम रोशन कर एक ऐसा मुक्काम हासिल किया है जिसकी इच्छा हर महिला की होती है।
डिफेंस ज्वाइन करने वाली पहली शादीशुदा महिला
आपको बता दें कि माधबी ओडिशा राज्य की पहली शादीशुदा महिला बन गईं हैं जो डिफेंस यानि सशस्त्र सीमा बल (SSB) ज्वाइन करेंगी। माधबी का बचपन में इसी लाइन में आने का सपना था लेकिन उनकी कहानी में एक अलग ही ट्विस्ट है।
पति की इच्छा के लिए किया ज्वाइन
खबरों की मानें तो माधबी का तो यह सपना बचपन का था लेकिन उनके पति मनोरंजन प्रधान ने भी दो बार लिखित परीक्षणों को क्रैक कर लिया था लेकिन शारीरिक विकृति के कारण वह इसमें असफल रहे और सेना में शामिल नहीं हो सके। इसके बाद माधबी ने पति के सपने को अपना बनाया और सेना में ज्वाइन करने की ठानी।
पति के सपने को बनाया अपना
मीडिया रिपोर्टस की मानें तो माधबी तब 16 साल की थी जब मनोरंजन के साथ उनकी मुलाकात हुई। इसके बाद दोनों को प्यार हो गया और साल 2018 में दोनों ने शादी कर ली। माधबी यह अच्छी तरह से जानती थी कि उसके पति का सपना है सेना में जाने का ऐसे में उन्होंने पति के सपने को पूरा करने का निर्णय लिया और साल 2019 में बिना कोचिंग के परीक्षा दी। माधबी ने पहली ही बार में परीक्षा पास कर ली और इसके बाद फिजिकल और मेडिकल टेस्ट भी पास कर गईं।
कॉन्स्टेबल के रूप में हुई सेलेक्शन
आपको बता दें कि माधबी ओडिशा की पहली शादीशुदा महिला बनी है जिन्होंने सेना ज्वाइन की है और उनकी सेलेक्शन सिपाही के रूप में हुई है। ट्रेनिंग के बाद वह अपनी ड्यूटी भी शुरू कर देंगी।
ससुराल वालों का मिला पूरा साथ
माधबी की मानें तो इस सफलता में उनके पति ने और ससुराल वालों ने उनका पूरा साथ दिया। उन्होंने पढ़ाई के लिए तैयारी की इसके बाद उनके लिए फिजीकल ट्रेनिंग पार करना मुश्किल था लेकिन लगातार अभ्यास के चलते उन्हें सफलता मिली।
सच में आज माधबी ने अपने परिवार का तो नाम रोशन किया ही है वहीं वह उन महिलाओं के लिए किसी मिसाल से कम नहीं है जो शादी के बाद अपने सपनों को मार देती हैं।