राजस्थान से दिल्ली की ओर बढ़ा टिड्डियों का आतंक, कई राज्यों में हाई अलर्ट
punjabkesari.in Wednesday, May 27, 2020 - 03:37 PM (IST)
जहां पूरी दुनिया अभी चीन के दिए 1 वायरस से जूझ रही हैं। जिसमें भारत भी शामिल हैं वहीं एक और खतरा भारत की अपनी दस्तक दे चुका है। जी हां यह आफत देश के कई राज्यों में आतंक मचा रही हैं हालांकि यह कोई महामारी नहीं है। दरअसल, साऊथ अफ्रीका से पाकिस्तान के रास्ते भारत के राजस्थान में टिड्डियों का दल हमला कर चुुका है। इससे राजस्थान के लगभग 16 जिले प्रभावित हैं, जिसके चलते राज्य कृषि विभाग की मानें तो राज्य में 50 हजार हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्रफल प्रभावित हो चुका है। यह टिड्डियां भारी संख्या में हैं जो फसलों के लिए बड़ा खतरा है।
आपको बता दें कि ये टिड्डियां लाखों की संख्या में कई जिलों में बंट चुकी हैं। राजस्थान के बाद अब टिड्डियों ने उत्तर प्रदेश की ओर रूख कर लिया है। इसी के साथ इनकी मध्य प्रदेश में कई जगह टिड्डी दलों के हमले के बाद महाराष्ट्र के नागपुर और वर्धा जिलों तक पहुंच जाने की सूचना है। खबरों के मुताबिक, अब टिड्डी दल दिल्ली की ओर अपने कदम बढ़ाने जा रहा है। ऐसी आंशका जताई जा रही है कि दिल्ली में आने वाले समय में कई टिड्डियां हमला कर सकती है। कृषि मंत्रालय के आंकडों के अनुसार, औरैया, इटावा, एटा, फर्रुखाबाद, आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा, बुलंदशहर तक इन टिड्डियों के कदम बढ़ने लगे हैं। इसे देखते हुए प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है।
आने वाला समय भारत के लिए खतरनाक
सब जानते हैं कि भारत में आने वाले समय में 1 जून से मानसून आ जाएगा और ये समय और भी खतरनाक होगा क्योंकि टिड्डियों को अपने अंडे देने के लिए नमी की जरूरत होती है और भारत और पाक की सीमा के बीच नमी का स्तर ज्यादा है इसलिए टिड्डियों को ये इलाके ज्यादा पंसद आते है।
किसान कैसे करें टिड्डियों से फसल का बचाव

टिड्डियों के लगातार बढ़ते हमले को देखते हुए कृषि विभाग के अधिकारियों ने किसानों को बताया कि वे किस तरीके से अपनी फसल का बचाव इन टिड्डियों से कर सकते हैं।
. उन्होंने कहा कि वे टोली बनाकर और शोर मचाकर इन दलों को भगा सकते हैं।
. इसके अलावा वे अपनी फसलों को बचाने के लिए वे कीटनाशक मालाथियन जैसे कीटनाशकों का प्रयोग कर सकते हैं।
टिड्डियों को खत्म करने के लिए करवाया पेस्टीसाइड स्प्रे

कृषि विभाग ड्रोन से पेस्टीसाइड स्प्रे करवा रहा है। इन टिड्डियों के हमले को लेकर अधिकारियों का कहना है कि पहले टिड्डियों का ब्रीडिंग सेंटर अफ्रीकन देश हुआ करते थे और इन्हें भारत आने में काफी वक्त लगता था लेकिन पिछले साल इन्होंने अफगानिस्तान और पाकिस्तान सीमा पर अपना ब्रीडिंग सेंटर बनाया लेकिन पाकिस्तान सरकार ने इन टिड्डियों पर नियंत्रण पाने को लेकर किसी तरह का प्रयास नहीं किया और इसी के चलते लगातार पिछले साल से टिड्डियों के हमले देखने को मिल रहे हैं।


